तापमान में गिरावट के साथ स्किन का जकड़न, सूखापन और झड़ना बदलते मौसम में सामान्य हो जाता है. अचानक तापमान में कमी स्किन को प्रभावित करती है. शरद ऋतु के महीनों में स्किन बैरियर की कोमलता और क्षति साधारण घटना है. जिससे सूखापन, संवेदनशीलता और चमक में कमी के लक्षण जाहिर हो सकते हैं.


तापमान में गिरावट के साथ स्किन में आते हैं बदलाव


जब तापमान में अचानक गिरावट आती है, तब हवादार, ठंड मौसम में हमारा बैरियर क्षतिग्रस्त हो जाता है और प्रदूषण समेत अन्य बाहरी तत्व स्किन की गहराई में दाखिल हो जाते हैं. ये सूजन, संवेदनशीलता समेत लालिमा का कारण बन सकते हैं. तापमान में गिरावट के साथ आद्रता भी गिर जाती है और आसपास शुष्क हवा से स्किन अपनी नमी खो देती है. इसलिए, मॉइस्चराइजिंग क्लीन्जर का इस्तेमाल करना चाहिए. इससे ठोस स्किन को हाइड्रेट करने में मदद मिल सकती है. स्किन के बैरियर को सर्द मौसम के हानिकारक प्रभावों से बचाना जरूरी होता है.


स्किन केयर टिप्स से समस्या को कर सकते हैं काबू


जमी हुई गंदगी को मुक्त करने और स्किन साफ रखने के लिए सुबह और रात को सफाई करें. सफाई से ब्लड का फ्लो बढ़ जाता है और टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद मिलती है. मौसम, आद्रता लेवल और तापमान में बदलाव शरद ऋतु के दौरान कभी-कभी स्किन की समस्या पैदा कर सकते हैं. इसलिए, विटामिन सी का इस्तेमाल स्किन केयर के तौर पर करें. विटामिन सी का सेवन ठंड के महीनों में स्किन पिगमेंटेशन के लिए मुफीद होता है. पिगमेंटेशन स्किन पर पड़ने वाले काले धब्बों और कहीं-कहीं से स्किन का रंग डार्क होने को कहते हैं. विटामिन सी का सेवन कर कोलेजन उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है. इसके अलावा, लिप मॉइस्चराइर और आई क्रीम का भी इस्तेमाल करना चाहिए.


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