Sleeping While Sitting: आजकल की इस दौड़ती भागती जिंदगी में किसी के पास भी खुद के लिए टाइम नहीं है. ऐसे में कई बार समय ना मिलने के कारण काम करने की जगह पर बैठकर, थिएटर में या ट्रैवल करते वक्त बैठे-बैठे ही लोग सो लेते हैं. लेकिन, क्या आपको पता है इस बैठकर सोने से हमारे शरीर को फायदे के साथ नुकासान भी होता है. तो चलिए हम आपको बताते हैं कि बैठे-बैठे सोने से आपको क्या नुकसान और फायदे हो सकते हैं. जानते हैं इस बारे में-
बैठकर सोने से यह नुकसान होता है---
पीठ में दर्द
अगर आपको भी बैठे-बैठे साने की आदत है तो यह आपके पीठ के दर्द का कारण बना सकती है. बैठकर सोने के कारण स्पाइनल कॉर्ड का पॉस्चर बिगड़ जाता है. इससे पीठ में दर्द की शिकायत हो सकती है. इसके साथ यह पीठ में सूजन का कारण भी बन सकती है.
जोड़ों में अकड़न
बैठे-बैठे सोने से आपके जोड़ों में अकड़न की समस्या भी हो सकती है. आपको बता दें कि बैठकर सोने के कारण पैरों की नसों में खिंचाव आ जाता है. इसके साथ ही बहुत देर तक एक ही पॉस्चर में बैठने के कारण शरीर का मूवमेंट नहीं हो पता है. इस कारण जोड़ों में अकड़न की समस्या हो सकती है.
ब्लड सर्कुलेशन में हो सकती है कमी
बहुत देर तक एक पॉस्चर में बैठकर सोने के कारण अपने खूनी की नली में ब्लॉकेज की समस्या हो सकती है. इससे पैरों में खून का थक्का जम सकता है, जिससे चलने में परेशानी पैदा हो सकती है. इसलिए कोशिश करें की बैठकर न सोएं.
बैठकर सोने के यह है फायदे-
प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए है अरामदायक
गर्भवस्था में महिलाओं को की तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसमें सबसे प्रमुख है सोने का सही पॉस्चर. ऐसे में वह हमेशा सही तरीके की खोज में रहती हैं. बैठकर सोना उनके लिए काफी आरामदायक साबित हो सकता है.
स्लिप एपनिया से मुक्ति
आपको बता दें कि बहुत से लोगों को सोते वक्त सांस लेने में तकलीफ होती है. लेकिन, जब वह बैठकर सोते हैं तो इससे उनकी मांसपेशियों खुली रहती है जिससे उन्हें सोने में सांस लेने की तकलीफ दूर हो जाती है. इस कारण बैठकर सोने से ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया (OSA) दूर हो जाता है.
पेट की समस्याएं होती है दूर
आपको बता दें कि बैठकर सोने से कई तरह की गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संबंधी दिक्कतें दूर होती है. इस कारण खाने का पाचन बिल्कुल ठीक होता है. इससे आपको एसिडिटी, पेट दर्द, कब्ज जैसी परेशानी भी दूर होती है.
लंबे समय तक बैठकर सोने से हो सकती है मौत?
वैसे तो कभी-कभी बैठकर सोने के बहुत बड़े नुकसान के कोई सबूत नहीं मिले है. लेकिन, ज्यादा लंबे वक्त तक बैठकर सोने से खून का थक्का पैरों में जम सकता है. इस पर ठीक से ना ध्यान देने पर बाद में पैरों में सूजन, पैरों में दर्द की समस्या आदि की समस्या हो सकती है. लंबे वक्त तक यह परेशानी रहने से व्यक्ति की मौत भी हो सकती है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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