Sultanpuri Kanjhawala Case: दिल्ली के कंझावला केस से पूरा देश हिला हुआ है. 1 जनवरी 2023 की रात दिल्ली के सुल्तानपुरी सड़क पर दरिंदगी का ऐसा मंजर देखने को मिला जिसके बाद हर इंसान डरा हुआ है. खासकर लड़कियां तो अब देर रात स्कूटी या कार ड्राइव करने में डर रही हैं. एक अजीब सा डर लड़कियों के दिमाग में घर कर रहा है कि कहीं देर रात अगर सड़क पर अकेली ड्राइव करती हैं तो कोई बदमाश उन्हें अपना शिकार न बना लें. भारत ने साल 2022 में अपना 76वां स्वतंत्रता दिवस मनाया है. आजादी के इतने सालों बाद भी भारत की औरतें लड़कियां डर के सायें में जी रही हैं. क्या यह सही है?


आजकल की लड़की कुछ करना चाहती हैं वह किसी से खुद को कम नहीं समझती हैं. ज्यादा से ज्यादा संख्या में लड़की बाहर निकल रही हैं. वह खुद के लिए और अपनी फैमिली के लिए कुछ करना चाहती हैं. ऐसे में कोई बदमाश आकर उनकी जिंदगी खराब कर दें और उनके सपने को हमेशा के लिए चकनाचूर कर दें. क्या यह सही है. 


दिल्ली के कंझावला सड़क हादसे की मृतका अंजलि के साथ जो हुआ वह शायद ही किसी ने सपने में सोचा था. पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही हैं. लेकिन अब तक जो मीडिया में बात सामने आई है वह यह कि अंजलि अपनी पूरी फैमिली में एकमात्र सदस्य थीं जो कमाती थीं. उनके पापा का पहले ही देहांत हो गया था. मां कि दोनों किडनी फेल हैं. उनके पीछे उनकी दो बहनें हैं. अंजलि इवेंट मैनेजमेंट का काम करती थीं. और 1 जनवरी के दिन वह सुल्तानपुरी के किसी होटल से स्कूटी ड्राइव करके अपने घर लौट रही थीं. इसी दौरान एक बलेनो कार ने उन्हें धक्का मार दिया. जिसमें 5 लड़कें सवार थें.


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक अंजलि अपनी दोस्त के साथ स्कूटी से रात के 1.30 बजे घर आ रही थीं. इसी वक्त यह हादसा हुआ. 'इंडियन एक्सप्रेस' की रिपोर्ट के मुताबिक 'मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज' की तीन डॉक्टर्स की पैनल ने मृतका अंजलि का पोस्टमॉर्टम किया है. पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट के मुताबिक अंजलि के शरीर पर 40 चोटें आई थीं. सिर, रीढ़, बाएं फीमर और दोनों लोअर बॉडी पार्ट में एंटीमॉर्टम चोट आई हैं. इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि एक्सीडेंट की वजह से ही यह गंभीर चोटें आई हैं. 


अंजलि की रविवार की तड़के मौत हो गई थी, जब वह देर रात घर जा रही थी. एक बलेनो ने उनके स्कूटर को टक्कर मार दी थी, जिसके बाद उनका शरीर वाहन के नीचे फंस गया और कम से कम 10 किलोमीटर तक घसीटा गया. जब तक शव मिला, तब तक उसके कपड़े फटे हुए थे और उसकी पीठ पूरी तरह से छिली हुई थी. पोस्ट-मॉर्टम रिपोर्ट में कुल 40 "एंटेमॉर्टम बाहरी चोटें" दर्ज की गई हैं . ज्यादातर घाव, खरोंच हैं. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दिमाग बाहर निकल गया था. और दोनों फेफड़ें भी पूरी तरह से बाहर निकल आए थें.


अंजलि की इस तरह भयानक मौत की खबर सुनकर हर कोई सन्न है. खासकर लड़कियां जो लेट नॉइट जॉब पर जाती हैं या आती हैं. उन्हें तो यह खबर बुरे सपने की तरह बार-बार दिमाग में कौध रहा है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या किया जाए? आप दूसरों को या पूरी व्यवस्था को नहीं सुधार सकते. लेकिन खुद के लिए कुछ ऐसा कर सकते हैं जिससे आपको कभी ऐसी परिस्थिती फेस न करना पड़ें. आज हम आपको अपने आर्टिकल के जरिए कुछ ऐसे सुझाव देने जा रहे हैं. जिसका इस्तेमाल आप हमेशा लेट नाइट ड्राइव करते वक्त जरूर करें. लेट नाइट ऑफिस आना- जाना लगा ही रहेगा लेकिन खुद की सुरक्षा आपके हाथ में है ताकि सड़क पर घूमते बदमाश आपको अपना शिकार न बना सकें. 


लड़कियां लेट नाइट स्कूटी और कार ड्राइव करते वक्त इन बातों का जरूर रखें ख्याल


अपनी गाड़ी को ओवर स्पीड न करें


लड़के हो या लड़कियां लेकिन हम आज यहां लड़कियों की बात करेंगे. खासकर लड़कियां लेट नाइट ड्राइव कर रही हैं. तो घर पहुंचने के चक्कर में कभी जल्दबाजी न करें. कभी भी गाड़ी को ओवरस्पीड न रखें. कई बार ऐसा होता है कि रात के वक्त सड़क बिल्कुल खाली होती है तो लोग गाड़ी को ओवर स्पीड में कर देते हैं. ताकि घर जल्दी पहुंच जाएंगे. ऐसी गलती भूल से भी न करें. नहीं तो अचानक से कोई गाड़ी बीच में आ सकती है. ऐसा करना आपके लिए काफी डरावना भी हो सकता है. ऐसा करना आसपास और सड़क पर रह रहें लोगों के लिए भी डरावना हो सकता है. 


स्पीड का पूरा ध्यान रखें


लेट नाइट ड्राइव करते वक्त स्पीड का पूरा ध्यान रखें. ऐसा बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए कि आपको घर पहुंचने में लेट हो रही है तो आप कितने भी स्पीड पर गाड़ी चला रहे हैं. इसलिए ट्रैफिक रूल का पूरा ध्यान रखें.


कोई दूसरी गाड़ी ओवरटेक कर रही है तो ये काम करें


लड़कियां आप कार या स्कूटी ड्राइव कर रही हैं. तो हमेशा अपने लुकिंग मिरर को साफ करते हुए बैक देखते रहें. कोई गाड़ी आपको ओवरटेक या पीछा तो नहीं कर रही हैं. अगर कोई गाड़ी लगातार आपका पीछा कर रही है तो बिना समय गवाएं पीसीआर को फोन करें. या पास वाले पुलिस स्टेशन में कंप्लेन करें. 


गाड़ी चलाते वक्त गाली- गलौज न करें


कई बार ऐसा होता है कि आप गाड़ी चला रही हैं और सड़क पर किसी ने कुछ बोल दिया या दूसरी गाड़ी वाले ने कुछ गंदी हरकत कर दी. तो उसको गाली देने के बजाए या रास्ते में रूक कर उससे बदला लेने के बजाय.आप चुपचाप उस गाड़ी का नंबर नोट कर लें. फिर आराम से घर पहुंच जाए. उसके बाद ही एक्शन लें.


गाड़ी चलाते वक्त फोन पर बात न करें


कई बार ऐसा देखा गया है कि लड़किया घंटों फोन पर बात कर रही हैं और ड्राइव कर रही हैं. तो ऐसा बिल्कुल भी न करें. ड्राइव करते वक्त फोन पर बात करना इग्नोर करें. 


लेट नाइट ड्राइव करते वक्त लुकिंग मिरर पर हमेशा ध्यान रखें


खासकर लड़कियां ड्राइव करते वक्त लुकिंग मिरर पर ध्यान जरूर रखें. यह नहीं कि फोन पर बात करते हुए आपका ध्यान कहीं और है और आपको किसी दूसरी गाड़ी ने पीछे से टक्कर मार दी. 


लेट नाइट रास्ते पर किसी से भी बहस न करें


मान लीजिए आप ड्राइव कर रही हैं और किसी दूसरी गाड़ी ने आपको टक्कर मार दी. या कोई इंसान आपसे किसी बात पर बहस करने की कोशिश कर रहा है तो आप हमेशा बहस को इग्नोर करने की कोशिश करें. क्योंकि बहस कब लड़ाई में बदल जाए और बाद में जाकर यह आपके लिए मुश्किल पैदा कर दे. 


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