कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो महिलाओं के जीवन को कई तरह से प्रभावित करती है. दुनिया भर में, महिलाओं में कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. खासकर, स्तन कैंसर सबसे आम कैंसरों में से एक है जो महिलाओं को प्रभावित करता है. यह न सिर्फ उनके स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डालता है, बल्कि मानसिक रूप से भी परेशान कर सकता है. विश्व स्तर पर, महिलाओं में कैंसर से लगभग हर छठी मौत के लिए जिम्मेदार है.भारत में भी, स्तन कैंसर गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या बनता जा रहा है. 25 से 40 आयु वर्ग की महिलाओं में यह सबसे आम कैंसर है. 


जानें क्या कहता है आंकड़े 
अप्रैल 2023 तक, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और विभिन्न कैंसर रिसर्च एजेंसियों के आंकड़ों के अनुसार विश्वभर में स्तन कैंसर महिलाओं में होने वाले कैंसर के मामलों में सबसे आम है, और यह विश्वभर में महिलाओं में होने वाली कैंसर से मौतों का प्रमुख कारण है. विश्व स्तर पर लगभग 12% महिलाएं अपने जीवनकाल में स्तन कैंसर की शिकार होती हैं. वहीं भारत की बात करें तो स्तन कैंसर के मामले पिछले कुछ दशकों में तेजी से बढ़े हैं. भारतीय महिलाओं में स्तन कैंसर सबसे अधिक पाया जाने वाला कैंसर है, और यहां प्रति वर्ष लगभग 1.5 से 2 लाख नए मामले सामने आते हैं. मृत्यु दर के मामले में, भारत में स्तन कैंसर से मृत्यु दर लगभग 25% है, जो कि विश्व स्तर पर मौतों के प्रतिशत से कम है.


जानें लक्षण 



  • स्तन में गांठ: अगर आपके स्तन में कोई गांठ महसूस हो, जो छूने में दर्द न हो, तो ध्यान दें.

  • त्वचा में बदलाव: स्तन की त्वचा पर खिंचाव, लाली, या कोई धक्का दिखे, तो सचेत हो जाएं.

  • निप्पल से डिस्चार्ज: अगर निप्पल से किसी तरह का असामान्य डिस्चार्ज हो, खासतौर पर अगर वह खूनी हो, तो यह चिंता का विषय है.

  • आकार में परिवर्तन: स्तन या निप्पल के आकार या आकृति में कोई बदलाव आना भी एक संकेत है.



जानें कैसे करें बचाव 



  • स्व-परीक्षण: हर महीने खुद से स्तन की जांच करें. इससे आप किसी भी असामान्यता को जल्द पहचान सकते हैं.

  • मैमोग्राफी: 40 साल की उम्र के बाद, हर दो साल में मैमोग्राफी करवाना उचित होता है. यह स्तन कैंसर का पता लगाने की एक प्रक्रिया है.

  • हेल्दी लाइफस्टाइल : संतुलित खान-पान, नियमित व्यायाम, और धूम्रपान से दूरी बनाए रखना कैंसर के जोखिम को कम करता है. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.