न्यूयॉर्क: जो लोग दूसरों को चोट पहुंचा और उन्हें दुखी देखकर खुश होते हैं, उनमें प्रतिशोध की भावना उनसे ज्यादा होती है. यह बात एक रिसर्च में सामने आई है.
क्या कहती है रिसर्च-
रिसर्च में पाया गया है कि ऐसे लोग अधिक दुखी होते हैं जो अधिक अपमानित महसूस करते हैं, जिससे यह जाहिर होता है कि कुछ लोगों में दूसरों की अपेक्षा प्रतिशोध की भावना ज्यादा क्यों होती है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
अमेरिका स्थित वर्जिनिया कामनवेल्थ यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर डेविड चेस्टर ने कहा कि हम एक ऐसे व्यक्तित्व की तस्वीर का चित्रण करना चाहते थे, जिसमें प्रतिशोध की भावना थी. हम सबको रोजाना अपनी जिंदगी में अपमानित होना पड़ता है, लेकिन हमारे बीच कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो बदला लेना चाहते हैं. जबकि दूसरे लोग ऐसा नहीं चाहते हैं. इस तरह किस प्रकार के लोग प्रतिशोध की तलाश में रहते हैं?
उन्होंने आगे बताया कि मूल बात जो हमें रिसर्च में देखने को मिली वह यह है कि जो लोग प्रतिशोध की तलाश में रहते हैं, वे इसमें आनंद का अनुभव करते हैं.
'एग्रेसिव बिहैवियर' नामक पत्रिका के आगामी अंक में यह यह शोध-रिसर्च प्रकाशित होने वाला है.
नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.