(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
40 साल से ऊपर की महिलाओं के लिए इम्यूनिटी बढ़ानेवाले ये हैं फूड्स, मीनोपॉज के लक्षणों को करेंगे कम
उम्र के साथ महिलाओं का मेटाबोलिज्म धीमा होने लगता है और उनका शरीर भी मसल्स मास कम करना शुरू कर देता है. शारीरिक बदलाव जैसे मीनोपॉज अधेड़ उम्र की महिलाओं के वजन बढ़ने, मूड में बदलाव और अन्य सवास्थ्य समस्याओं के प्रति ज्यादा संवेदनशील बना देता है.
महिलाओं और पुरुषों की उम्र अलग-अलग होती है. उम्र के साथ, महिलाओं का मेटाबोलिज्म धीमा होने लगता है और उनका शरीर भी मसल्स मास कम करना शुरू कर देता है. शारीरिक बदलाव जैसे मीनोपॉज अधेड़ उम्र की महिलाओं के वजन बढ़ने, मूड में बदलाव और अन्य सवास्थ्य समस्याओं के प्रति ज्यादा संवेदनशील बना देता है.
फिटनेस और पोषण विशेषज्ञ रोहित शेलाटकर कहते हैं, "फिर भी, 40 की उम्र के बाद ज्यादातर महिलाओं को पोषण की जरूरत और मेटाबोलिज्म दर के महत्वपूर्ण बदलाव से गुजरना पड़ता है. सेहतमंद डाइट और नियमित व्यायाम उन्हें काफी बेहतर महसूस कराता है और उनके संपूर्ण स्वास्थ्य को बढ़ाता है.
अल्कोहल सेवन और धूम्रपान से परहेज मीनोपॉज के लक्षणों को कम करता है. इसके अलावा, मसालेदार, तले फूड्स को नजरअंदाज करने की भी सलाह दी जाती है." उन्होंने मीनोपॉज के करीब पहुंचनेवाली महिलाओं के लिए इम्यूनिटी बढ़ाने में मददगार फूड की लिस्ट साझा की है.
ऑयली मछली-ऑयली मछली जैसे सालमन और ट्राउट में सेहतमंद फैट्स पाए जाने की वजह से रोजाना खाना चाहिए. ये फूड्स महिलाओं के शरीर में जरूरी हार्मोन्स को बनाने में मदद करते हैं. इसके अलावा उनकी भूमिका दिमाग, दिल और संयुक्त स्वास्थ्य में भी होती है. सेहतमंद फैट्स वाले फूड्स पेट को ज्यादा देर तक भरा रखने में भी मदद करते हैं. ऑयली मछली में पाया जानेवाला ओमेगा 3 फैट्टी एसिड मीनोपॉज के लक्षणों जैसे रात को पसीना आना और हॉट फ्लैशेस कम करने में मदद कर सकता है.
गाजर-विटामिन ए से भरपूर गाजर स्किन चिकनी और दृष्टि तेज रखने में मदद करता है. इस सब्जी में फाइबर पाया जाता है और ये सक्रिय घटक है जो काले धब्बों, झुर्रियों और मुहांसों से लड़ने में मदद करता है.
सेब-सेब शरीर के अतिरिक्त आहार वसा के अवशोषण को कम करने में मददगार के तौर पर जाना जाता है. इससे कोई शख्स ज्यादा देर तक खुद को भरा हुआ महसूस कर सकता है. इसके अलावा, माना जाता है कि रोजाना की डाइट में सेब के इस्तेमाल से दिल से जुड़ी समस्याओं को दूर रखने में मदद मिलती है.
चिया सीड्स-चिया सीड को हिंदी में तकमरिया या तुकमलंगा के नाम से भी जाना जाता है. सेहतमंद हड्डियों और पूर्ण पौधा आधारित प्रोटीन के लिए ये फाइबर, ओमेगा 3 फैट्टी एसिड, मैग्नीशियम से भरपूर होता है. चीया सीड पानी का अवशोषण अच्छे से करता है, सीड का सेवन संतुष्टि के साथ मदद कर सकता है और असंभावित भूख के एहसास को आसानी से रोकता है.
खट्टे फल-संतरा, नींबू, चकोतरा में एंटी ऑक्सीडेंट्स, फाइबर, विटामिन सी और अन्य पोषक तत्व बहुत ज्यादा पाए जाते हैं. रिसर्च से साबित हुआ है कि उनके सेवन से दिमाग की सेहत बढ़ती है, वजन कम होने में मदद मिलती है, दिल की हिफाजत करता है और स्किन को चमकदार बनाता है.
अंडे-महिलाओं को विटामिन डी और आयरन की अक्सर कमी होती है. अंडे में दोनों पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा होती है. अंडा मीनोपॉज वाली महिलाओं के लिए प्रोटीन का शानदार स्रोत होता है. उसका संबंध कोलेस्ट्रोल लेवल, दिल की बीमारी का जोखिम और मोटापा कम करने से जुड़ा है. मध्यम फैट और उच्च प्रोटीन के अलावा कार्बोहाइड्रेट्स और शुगर की कमी अंडा 40 साल से ऊपर की महिलाओं के लिए बेहतरीन पसंद है.
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