Relationship Problem: अलग रहने के बाद भी इन कपल्स ने नहीं लिया तलाक, जानें क्या सोचते हैं करिश्मा-करीना के पिता
Relationship Tips : कई ऐसे सेलेब्रिटीज है जिन्होंने अलग होने के बाद भी तलाक नहीं लिया. ऐसे ही एक सेलिब्रिटी कपूर फैमली में भी हैं .
Relationship Problem: कई ऐसे सेलेब्रिटीज है जो अपनी पत्नी से अलग होने के बाद भी तलाक के लिए कागजात पर साइन नहीं किए. ऐसे ही एक सेलिब्रिटी कपूर फैमली है. बबीता और रणधीर कपूर की लव मैरिज थी, लेकिन वो 1988 में अलग हो गए. हालांकि उन्होंने तलाक नहीं लिया. दोनों के बीच अच्छी दोस्ती है और परिवार के खास मौकों पर वो उपस्थित रहते हैं. एक इंटरव्यू में रणधीर कपूर ने अपनी निजी जिंदगी को लेकर कई खुलासे किए थे. रणधीर ने कहा कि वो मेरी जिंदगी का अहम हिस्सा है. उसने मुझे दो प्यारे बच्चे दिए. हम जिम्मेदार व्यक्ति के रूप में बड़े हुए और हमने फैसला लिया कि हम अलग रहेंगे. हम कोई दुश्मन नहीं हैं. रणधीर ये भी बताते हैं कि उनके बीच में कुछ बदला नहीं है.
रणधीर अकेले ऐसे शख्स नहीं है, जिन्होंने अलग होने का निर्णय तो लिया लेकिन तलाक के कागजात पर साइन नहीं किए. हाल ही में एक्ट्रेस कीर्ति कुल्हारी भी अपने पति साहिल से शादी के 5 साल बाद सैपरेट हुईं, लेकिन उन्होंने सबके साथ शेयर किया था कि वे 'पेपर्स पर नहीं बल्कि जिंदगी में अलग होने का फैसला कर रहे हैं'. इसी तरह महिमा चौधरी ने भी खुद शेयर किया था कि उन्होंने अपने पति को तब तक डिवॉर्स नहीं देने का फैसला किया था, जब तक कि वह मूव ऑन नहीं कर जातीं. हालांकि, बाद में वे लीगली अलग हुए. ये इंसिडेंट्स बताते हैं कि ये सब सुनने में जितना अजीब लगता है, उतना ये अनोखा नहीं है.
रिश्ते को संभालने का तरीका
तलाक पेपर्स के जरिए हो या फिर कपल बस अलग रहना शुरू कर दे, दोनों ही स्थितियों में मायने ये रखता है कि उसमें मौजूद दो लोग अपने रिश्ते को आगे किस तरह ले जाना चाहते हैं. जैसे रणधीर और बबीता आज भी अच्छे दोस्त हैं. इसी तरह आमिर खान और रितिक रोशन जैसे सितारे भी अपने बेटर हाफ से तलाक लेने के बाद शानदार बॉन्ड शेयर करते हैं. वहीं कुछ ऐसे जोड़े हैं, जो अलग होने के बाद एक-दूसरे का नाम तक नहीं सुनना चाहते. ऐसे में कुल मिलाकर ये जोड़े पर निर्भर करता है कि वे जिंदगी में आए मोड़ को कैसे संभालते हैं.
हो सकती हैं कुछ चुनौतियां भी
लीगल सैपरेशन कई बार एक क्लोजिंग चैप्टर की तरह होता है, जिसके बाद ही कुछ व्यक्ति खुद को पुराने रिश्ते से आगे बढ़ा पाते हैं. वहीं ऐसे लोग अगर तलाक के प्रॉसेस से सैपरेट न होकर बस अलग रहने लग जाएं, तो वे खुद को इमोशनली उस रिश्ते से अलग नहीं कर पाते. इससे होता ये है कि भले ही वे जुदा हो गए हों, लेकिन उनका एक-दूसरे की जिंदगी में पूरा दखल बना रहता है और ये उन्हें भावनात्मक रूप से काफी प्रभावित करता है.
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