नई दिल्लीः आज 'वर्ल्ड अर्थ आवर डे' हैं. दुनियाभर में बिजली बचाने के मकसद से हर साल 'अर्थ आवर डे' मनाया जाता है. दुनिया के इस सबसे बड़े अभियान का उद्देश्य पर्यावरण का संरक्षण करना है. धरती को बचाने के साथ ही बिजली के महत्व को समझाने और बिजली बचाने के मकसद से भी ये दिन मनाया जाता है. इसके तहत दुनियाभर में 1 घंटे के लिए सभी तरह की इलेक्ट्रॉनिक चीजों को बंद कर दिया जाता है.


2007 में हुई थी इसकी शुरूआत-
अर्थ आवर की शुरुआत वर्ष 2007 में ऑस्ट्रेलिया के सिडनी शहर से हुई थी और धीरे-धीरे यह दुनियाभर में पॉपुलर हो गया. 2008 में 35 देशों ने अर्थ आवर डे में हिस्सा लिया. इस साल 178 देशों में गैरजरूरी बत्तियां रात 8.30 से 9.30 बजे तक बंद कर दी जाएंगी यानि इस समय दुनियाभर में ब्लैक आउट हो जाएगा.


मार्च के आखिरी शनिवार को मनाया जाता है ये दिन-
आमतौर पर अर्थ आवर हर साल मार्च के आखिरी शनिवार को मनाया जाता है. इस महीने 5 शनिवार हैं इसीलिए इसे आज मनाया जा रहा है. कई लोग कैंडल जलाकर अर्थ आवर को सेलिब्रेट करते हैं.


दुनियाभर में हर साल इस मुहिम में लोग हिस्सा लेते हैं और कई दिन पहले से ही सोशल मीडिया पर लोगों को जागरूक करना शुरू कर देते हैं. आप भी आज रात 8.30 से 9.30 बजे अपने घर के इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स और गैर जरूरी बत्तियों को बंद करके रखें.