नई दिल्ली: आज के दौर में टैटू बनवाने और बॉडी पियरसिंग का चलन तेजी से बढ़ रहा है. लेकिन क्या आप जानते हैं इस ट्रेंड के चलते लोग अपनी सेहत को खतरे में डाल रहे हैं. जी हां, हाल ही में एक रिसर्च में ये खुलासा हुआ है.


क्या कहती है रिसर्च-
अमेरिकन मेडिकल एकेडमी (एएपी) की रिपोर्ट के मुताबिक, टैटू और पियरसिंग इससे शरीर को खतरा हो सकता है.


क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
मोरेहाउस स्कूल ऑफ मेडिसिन जॉर्जिया के को-आर्थर और प्रोफेसर डेविड लेवेन का कहना है कि टैटू और बॉडी पियरसिंग करवाने का किशोरावस्था में बहुत क्रेज होता है. लेकिन हम उन्हें सलाह देते हैं कि वे इससे संबधित किसी भी निर्णय को लेने से पहले अपने माता-पिता या किसी अन्य बड़े व्यक्ति के साथ पर बात कर लें.


पहले कर लें पैसों का हिसाब-
लेविइन ने जर्नल पेडियाट्रिक्स में प्रकाशित लेख में कहा कि युवाओं को यह बिल्कुल पता नहीं होता है कि टैटू बनवाना जितना महंगा है उतना ही टैटू को हटवाना भी महंगा है. इसके अलावा उनको ये भी पता नहीं होता कि इसका नेगेटिव असर जीभ और दांत में हो सकता है.


युवाओं को हो सकता है नौकरी का खतरा-
लेविइन ने कहा कि कि इस दौर में टैटू और पियरसिंग का खूब चलन है. इससे युवाओं में नौकरी के अवसरों को खो देने के साथ-साथ बीमारी और इंफेक्शन होने का भी डर है.


सैलून भी होना चाहिए अच्छा-
शोधकर्ताओं का यह भी कहना है कि यदि आप टैटू बनवाना या पियरसिंग करवाना चाहते हैं तो सुनिश्चित कर लें कि आपका सैलून साफ और अच्छा है. उनका कहना है कि इस सुविधा को सरकार द्वारा भी लागू किया जाना चाहिए और ग्राहकों को टैटू वाले एरिया की देखभाल कैसे करें इसकी जानकारी भी प्रदान की जानी चाहिए.


रिपोर्ट में कहा गया है कि टैटू पर विचार कर रहे किसी भी व्यक्ति को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी तरह की कोई मेडिकेशन नहीं ले रहे. उनके वैक्सीनेशन सभी पूरे हो चुके हैं. साथ ही ये भी ध्यान रखें कि टैटू और पियरसिंग कर आप अपनी इम्‍यूनिटी के साथ समझौता कर रहे हैं.


नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.