आप भी बिना एक्सरसाइज या डाइटिंग के वजन कम करने की कोशिश में रहते हैं. तो वजन घटाने के लिए सबसे आसान और प्राकृतिक तरीकों में से एक है. सुबह खाली पेट सेलरी का जूस पीना. सेलरी में कई सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं जैसे विटामिन, मिनरल्स, एंटीऑक्सिडेंट्स आदि. ये सभी शरीर को डिटॉक्सीफाई करते हैं और मेटाबॉलिज्म बढ़ाने में मदद करते हैं. इसके अलावा, सेलरी में फाइबर भी पाया जाता है जो पेट को भरा हुआ रखता है और भूख कम करता है. आइए जानते हैं इसके और भी फायदे..
सेलरी डिटॉक्स करता है
सेलेरी में पानी की मात्रा अच्छी खासी होती है, जो इसे एक हाइड्रेटिंग फूड बनाती है. सेलेरी खाने से शरीर में पानी की कमी नहीं होती और वजन भी नियंत्रित रहता है. इसके अलावा, सेलेरी में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी होते हैं जो शरीर से विषैले पदार्थों और फ्री रेडिकल्स को बाहर निकालने में मदद करते हैं. ये शरीर की डिटॉक्स प्रक्रिया को बढ़ावा देकर हानिकारक टॉक्सिन्स से छुटकारा दिलाते हैं और एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव डालते हैं. इस प्रकार सेलेरी, अपने पानी और एंटीऑक्सीडेंट्स की उपस्थिति से शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर डिटॉक्सिफाई करने में मदद करता है.
चर्बी को जलाता है
सेलेरी में कई प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जैसे विटामिन C, विटामिन E, बीटा कैरोटीन, ल्यूटिन आदि. ये सभी शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव कम करने का काम करते हैं. ऑक्सीडेटिव तनाव की वजह से शरीर में फ्री रेडिकल्स बनते हैं जो कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं. सेलेरी के एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स से लड़कर कोशिकाओं की रक्षा करते हैं. साथ ही, ये एंटीऑक्सीडेंट मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया को तेज करके शरीर में अतिरिक्त चर्बी जलाने में मदद करते हैं. इस तरह सेलेरी वजन घटाने और चर्बी कम करने का काम करता है.
सेलरी जूस कैसे बनाते हैं?
सबसे पहले सेलरी की स्टिक्स को अच्छे से साफ कर लें. फिर इन स्टिक्स को काट लें ताकि इन्हें जूसर में पीसा जा सके. अब इन कटी हुई स्टिक्स के साथ कुछ पत्ते सेलरी भी डालें. इसके बाद थोड़ा सा नींबू का रस और एक चम्मच शहद मिलाएं. अब इन सभी सामग्रियों को एक जूसर मशीन में डालकर अच्छी तरह पीस लें. एक बार सभी सामग्रियां अच्छी तरह मिक्स हो जाएं तो जूसर बंद कर दें. आपका टेस्टी और हेल्दी सेलरी जूस तैयार है. इसे बर्फ या फिर अभी नॉर्मल पानी के साथ सर्व करें और आनंद लें.
यह भी पढ़ें: बार बार हार्टबीट बढ़ने को सिर्फ दिल की बीमारी समझना है भूल, हो सकती है ये मेंटल प्रॉब्लम