Toilet Soap Vs Bathing Soap: लाल और ऑरेंज जैसे सोप को क्यों कहा जाता है टॉयलेट सोप, यहां जानें
Toilet Soap And Bathing Soap Difference: आज हम आपको बताएंगे कि आखिर ये लाल और ऑरेंज सोप को टॉयलेट सोप की कैटगिरी में क्यों रखा जाता है.
Toilet Soap And Bathing Soap Difference: बाजार में वैसे तो आजकल कई प्रकार के बॉडीवॉश(Bodywash) आ गए हैं, जिसके बाद से लोगों के घर के बाथरूम से साबुन(Soap) धीरे धीरे गायब होते जा रहे हैं. वैसे अब भी कुछ घर और गांवों में लाल और ऑरेंज सोप(Red And Orange Soap) ने अपनी जगह बनाई हुई है.
आप जानते हो कि कई सालों से घरों में इस्तेमाल होने वाले ये ऑरेंज, लाल सोप और सफेद और अन्य रंग बिरंगे सोप में अंतर क्या है. क्यों इन्हें दो कैटगिरी में डिवाइड किया गया है. जैसे कि लाल और ऑरेंज सोप को टॉयलेट सोप(Toilet Soap) में और बाकि के कुछ सोप को बादिंग सोप(Bathing Soap) में डिवाइड किया गसा है. आप तो अब तक इस सोप के अंतर को जानते भी नहीं होंगे और सोप के रंग और उसकी खूशबू को पसंद कर के बस साबुन को बाजार से खरीद लेते होंगे.
आपको बतादें कि हमारे हिन्दुस्तान में आधे से ज्यादा सोप टॉयलेट सोप की कैटगिरी में ही आते हैं. जी बिलकुल, इस बात से शायद ही आप वाकिफ होंगे और टॉयलेट सोप को ही नहाने में भी इस्तेमाल करते होंगे.
आज हम आपको बताएंगे कि आखिर ये लाल और ऑरेंज सोप को टॉयलेट सोप की कैटगिरी(Difference Between Bathing And Toilet Soap) में क्यों रखा जाता है.
टॉयलेट और बादिंग सोप के अंतर
दरअसल साबुन को उनके इंग्रीएडेंट को देखकर ही कैटगराइज किया जाता है कि वह टॉयलेट सोप की कैटगिरी में आएगा या फिर बादिंग सोप की कैटगिरी में. आइए जाने कैसे पहचाने अंतर को. साबुन में एक टीएफएम वैल्यू होती है जिसे टोटल फैटी मैटर कहते हैं.
ग्रेड 1 साबुन में 76 से ज्यादा टीएफएम होता है
ग्रेड 2 में 70 से ज्यादा
ग्रेड 3 में 60 से ज्यादा
आपको बतादें कि इन ग्रेडिंग के हिसाब से ग्रेड 1 को छोड़ दिया जाए तो सभी बचे ग्रेड के साबुन टॉयलेट सोप की कैटगिरी में आएंगे. वहीं ग्रेड 1 की कैटगिरी में जो भी सोप आते हैं वो बादिंग सोप की कैटगिरी में आएंगे.
अब आप सोच रहे होंगे कि ग्रेउ के साबुन में टीएफएम क्यों ज्यादा होता है
आपको बतादें कि ग्रेड 1 के साबुनों में टीएफएम की मात्रा ज्यादा होती है. जिसकी वजह से यह आपके बॉडी को सॉफ्ट बनाने का काम करती है. जैसे की कई सफेद और थोड़े महंगे साबुनों में आपने इस अंतर को महसूस किया होगा. इन सोप में मॉइश्चराइजिंग के लिए कई अलग अलग प्राकर के इंग्रीडिएंट्स का इस्तेमाल किया जाता है.
कैसे पहचाने अंतर
दोनों साबुनों के अंतर को पहचानने का सबसे सही तरीका है कि आपके इसके टीएफएम और इंग्रीएडेंट को पढ़ें और साथ ही सोप के रैपर पर साफ साफ लिखा होता है कि वह टॉयलेट सोप है कि बादिंग सोप.
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