Long Sitting Problem : आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में ज्यादातर लोग 8-9 घंटे तक बैठकर ही काम करते हैं. चाहे वो ऑफिस हो या घर, हम लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठे कर काम करना पड़ता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आदत आपके स्वास्थ्य के लिए कितनी हानिकारक साबित हो सकती है? लंबे समय तक बैठने से हड्डियों और मांसपेशियों में दर्द व खिंचाव हो सकता है. इसके अलावा मोटापा, मधुमेह, हृदय रोग जैसी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं. इसके साथ ही पेट भी बाहर निकलने लगता है ऐसे में यह चिंता की बात नहीं, कुछ सरल उपाय अपनाकर आप इन से बच सकते हैं:
कुछ सरल उपाय अपनाकर आप इससे बच सकते हैं आइए जानते हैं ..
- उठक-बैठक (Squats): उठक-बैठक आपकी पूरी तरह से जाँघों और कूल्हों की मांसपेशियों को सक्रिय रखता है और मेटाबोलिज़्म को भी तेज करता है.
- जम्पिंग जैक्स (Jumping Jacks): इस एक्सरसाइज़ को करने से कार्डियो को बढ़ावा मिलता है, जिससे कैलोरी जलती है.
- डेस्क पर एक्सरसाइज (Desk Exercises): अपनी कुर्सी पर बैठकर ही पैरों को उठा-उठाकर एक्सरसाइज़ करें.
- सीधी चढ़ाई (Stair Climbing): अगर आपके पास सीढ़ी है, तो 10 मिनट में कुछ बार उसे चढ़ने-उतरने का अभ्यास करें.
- टाईम्ड प्लैंक (Plank): प्लैंक को करने से आपकी कोर मांसपेशियां सक्रिय होती हैं और पेट को टाइट रखने में मदद मिलती है.
- खड़ा होकर काम: हर घंटे में थोड़ी देर के लिए खड़ा हो जाएं और अपने काम को खड़ा होकर करें.
- स्ट्रेचिंग: कुछ साधारण स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज़ जैसे कि हाथों को ऊपर उठाना, पैरों को सीधा करना, गर्दन घुमाना आदि करें.
- समय-समय पर खड़ा होकर ताजगी पाएं: हर 30-60 मिनट में एक बार उठकर थोड़ी चलें. इससे आपके मांसपेशियों को आराम मिलेगा और रक्त संचार भी बेहतर होगा.
- डेस्क एक्सरसाइजेस: कुछ साधारण व्यायाम जैसे कि गर्दन और कंधों को घुमाना, पैर की उंगलियों को ऊपर-नीचे करना आदि, आप इसे बैठे-बैठे भी अपने स्थान से कर सकते हैं.
- अधिक पानी पीएं: पानी पीने से आपको बार-बार टॉयलेट जाना पड़ता है, जिससे आपको बार-बार उठने का मौका मिलता है और आप चलते-फिरते रहते हैं.
- अभ्यास और योग: नियमित रूप से व्यायाम और योग करना भी महत्वपूर्ण है, जिससे आपका शारीरिक संचार और मांसपेशीयों की स्थिति में सुधार हो.
- आँखों का ध्यान रखें: यदि आप कंप्यूटर पर बहुत समय तक काम करते हैं, तो 20-20-20 नियम का पालन करें: हर 20 मिनट में, 20 फीट दूरी पर कुछ 20 सेकंड के लिए देखें.
- सही उपकरणों का उपयोग: स्टैंडिंग डेस्क, एर्गोनोमिक कुर्सी और अन्य उपकरण आपकी सहायता कर सकते हैं.
- नियमित रूप से सोने और जागने का समय तय करें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.