Budget Travelling: शांत, सुंदर और सस्ती जगह पर घूमने का मन है तो बाहें फैलाए आपकी राह देख रहा है ओरछा
Best place to visit in October: इस सीजन में घूमने की इच्छा है लेकिन बजट भी कम है तो आपको मध्य प्रदेश स्थित ओरछा की यात्रा करनी चाहिए. यहां से झांसी और खजुराहो भी पास ही हैं. समय रहेगा तो घूम आएं...
Low Budget Travelling Places: ट्रैवलिंग पसंद है और आप किसी ऐसे डेस्टिनेशन की तलाश में हैं, जहां कम पैसों में बहुत कुछ देखने और घूमने को मिल सके तो ओरछा आपका स्वागत करने के लिए बाहें फैलाकर तैयार है. एक शांत, सुंदर और ऐतिहासिक शहर. यहां आपको कई राजाओं के महल, किले, बगीचे, मकबरे, गुंबद इत्यादि देखने को मिलेंगे. लेकिन साथ में मिलेगी प्राकृतिक छटा, असीम शांति और रहना-खाना अपने बजट में.
क्या है घूमने को?
यहां आपको महाराजा छत्रसाल का किला और महल देखने को मिलेगा. वही महाराजा छत्रसाल जिन्होंने पन्ना साम्राज्य की स्थापना की थी और ताउम्र मुगलों को अपने साम्राज्य की सीमा में घुंसने नहीं दिया. इनका किला अच्छी स्थिति में है और आपको यहां आकर अच्छा लगेगा. कई फिल्मों और सीरियल्स की शूटिंग यहां चलती रहती है.
राजा राम का मंदिर
अयोध्या में भी भगवान राम मंदिर में वास करते हैं लेकिन ओरछा एक मात्र ऐसा पवित्र स्थान है, जहां भगवान महल में विराजित हैं. प्राचीन कथा है कि ओरछा की रानी भगवान राम की अनन्य भक्त थीं. उनके लिए जब भगवान राम का मंदिर बनाने की तैयारी हुई तो मूर्ति को लाकर पहले इस महल में रखा गया. लेकिन एक बार मूर्ति को स्थापित करने के बाद इसे यहां से हटाया नहीं जा सका. इसलिए महल को ही मंदिर का रूप दे दिया गया. तब से भगवान राम को ओरछा में प्रभु राम या भगवान राम नहीं बल्कि राजा राम कहा जाता है. क्योंकि वे यहां महल में विराजित हैं.
ओरछा महल
बेहद सुंदर, शांत और भव्य है ओरछा महल. आप यहां प्राचीन वास्तुकला के अद्भुत उदाहण देख सकते हैं. परिवार के साथ घूमने के लिए ओरछा एक खूबसूरत और बजट पर्यटन स्थल है. यहां के महल, किले, मंदिर घूमने के बाद आपको इस स्थान से प्यार हो जाएगा.
मस्तानी महल
मस्तानी महल उन्हीं मस्तानी का महल है, जिनके बारे में ज्यादातर लोगों को बॉलिवुड फिल्म 'बाजीराव मस्तानी' आने के बाद पता चला. मस्तानी के बारे में कहा जाता है कि ये राजा छत्रसाल की बेटी थीं और जब मुगलों ने इनके राज्य पर आक्रमण किया, उस समय राजा छत्रसाल बूढ़े हो चुके थे साथ ही मुगलों के मुकाबले सेना भी कम थी. ऐसे में मस्तानी बाजीराव से मदद मांगने खुद गई थीं. यह सब हिस्ट्री आपको फोर्ट में होने वाले लाइट ऐंड साउंड शो में भी जानने को मिलेगी.
जहांगीर महल
इस महल का निर्माण एक हिंदू राजा द्वारा कराया गया था, कहा जाता है कि उस दौर में गैरीसन और गढ़ के रूप में इसे मुगल मेहमानों को ठहराने के लिए बनवाया गया था. यह देखने योग्य स्थान है और प्राचीन वास्तुकला का अच्छा उदाहरण है.
लक्ष्मीनारायण मंदिर (बिना मूर्ति का मंदिर)
ओरछा में लक्ष्मीनारायण मंदिर एक ऐसा मंदिर है, जो बहुत सुंदर है लेकिन यहां मां लक्ष्मी या अन्य देवी देवाओं की स्थापित मूर्तियां नहीं हैं. इसके विषय में कहा जाता है कि यहां की मूर्तियां बहुत भव्य और हीरे-जवाहरातों से जड़ी हुई थीं. जिन्हें आक्रमणकारियों द्वारा लूट लिया गया. इसके बाद ना कभी इतने उच्च स्तर की मूर्तियों का निर्माण हो सका और ना ही राजपरिवार द्वारा स्थापना हो सकी. सच कहें तो इस मंदिर की सुंदरता को देख लूट की कहानी सुन आपका दिल भर आएगा.
अन्य
- साफ-सुथरी नदी और ऐसा पावन जल देखना है, जहां नदी के अंदर की रेत भी ऊपर से ही दिखाई दे सके तो बेतवा नदी की सैर पर जरूर जाएं. यह ओरछा की लाइफ-लाइन मानी जाती है.
- ओरछा अभयारण्य की सैर करें.
- राजा-महाराजओं की छतरियां भी देखने योग्य हैं.
- दाउजी की हवेली आपको पसंद आएगी.
ओरछा में कहां रुकें?
ओरछा में गिनती के होटल हैं और सभी का खर्च लगभग समान है यदि आप बहुत लग्जरी रूम की चाहत नहीं रहते हैं तब. आप चाहें तो यहां धर्मशालाओं में भी रुक सकते हैं. साधु-संतों की धर्मशालाओं में आपको सात्विक भोजन, पारंपरिक वातावरण और रुकने के लिए स्थान मिल जाएगा. आप अपनी इच्छा से यहां कुछ दान कर सकते हैं.
ओरछा घूमने के लिए बेस्ट सीजन कौन-सा है?
आप मार्च में ओरछा घूमने जाएं या फिर अक्टूबर में. ये दो महीने यहां की यात्रा को और भी हसीन बना देंगे.
झांसी की रानी का महल और खजुराहो के भव्य मंदिर भी ओरछा से पास ही हैं. रानी लक्ष्मीबाई के महल पहुंचने में आपको मुश्किल से 1 घंटा लगेगा तो खजुराहो पहुंचने में मात्र ढाई से तीन घंटे.
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