Beautiful Villages In India: शहरों का शोरगुल अक्सर यहां रहने वालों की जिंदगियों को बोरिंग बना देता है. ट्रैफिक सिग्नल पर खड़ी गाड़ियों का सैलाब, लगातार बजते हॉर्न, मेट्रो के सामने लोगों की लंबी-लंबी कतारें, बिज़ी वीकेंड, ऑफिस की चिकचिक-झिकझिक ये तमाम ऐसी बातें हैं, जिससे कभी-कभी शांति पसंद व्यक्ति परेशान हो ही जाता है. शहरों के शोरगुल से बचने के लिए वैसे तो कई सारे ऑप्शन हैं, लेकिन अगर आप घुमने फिरने के शौकीन हैं तो हम आपको कुछ ऐसे गांवों के बारे में बताएंगे, जहां न सिर्फ शांति है बल्कि इतनी खूबसूरती भी है कि आपका बार-बार इन गांवों में घूमने का मन करेगा. और सबसे अहम बात तो यह है कि ये सभी गांव भारत में ही हैं. शहरों के हो-हल्ला से बचने और शांति महसूस करने के लिए आप निसंदेह इन शहरों का रुख कर सकते हैं. 


माना गांव (उत्तराखंड)


माना उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित एक गांव है. यह एक ऐसा गांव है, जिसको देखने के लिए बड़ी संख्या पर्यटकों का हुजूम उमड़ता है. एडवेंचर की चाह रखने वाले लोगों के लिए और पहाड़ों से प्यार करने वालों के लिए यह जगह किसी स्वर्ग से कम नहीं. यहां प्रकृति का सुंदर रूप देखने को मिलता है. माना को भारत के आखिरी गांव के रूप में भी जाना जाता है. इस बर्फ से घिरी जगह पर 'भारत की आखिरी चाय और कॉफी कॉर्नर' का जिक्र करने वाली कई दुकानें भी हैं, जहां से प्रकृति की भव्यता को निहारा जा सकता है. 


जीरो गांव (अरुणाचल प्रदेश)


यह छोटा शहर ईटानगर की राजधानी से लगभग 160 किमी दूर है और अरुणाचल प्रदेश के सबसे पुराने शहरों में से एक है. यहां हरे-भरे जंगल, ऊंचे- ऊंचे स्थान और प्रसिद्ध धान-सह-मछली पालन की खेती है. गांव में मुख्य रूप से अपतानी जनजाति के लोग रहते हैं, जो अक्सर खास मौकों पर उत्सव की पोशाकों में लिपटे रहते हैं.


मावलिन्नांग गांव (मेघालय)


मेघालय का यह आदिवासी गांव शिलांग से करीब 90 किमी दूर दक्षिण में स्थित है. साल 2003 में स्थानीय समुदाय और सरकार के पर्यावरण-पर्यटन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के प्रयासों की वजह से मावलिन्नांग गांव को एशिया का सबसे साफ गांव माना गया था और इसका पुरस्कार दिया गया था. गांव के प्रमुख आकर्षणों में से एक लिविंग रूट्स ब्रिज है, जो आसपास के पेड़ों की जड़ों से बना है. कहा जाता है कि यह ब्रिज 1000 साल से ज्यादा पुराना है.


कैनाकरी गांव (केरल)


कुट्टनाड में स्थित कैनाकरी गांव केरल के छोटे से हॉलैंड जैसा है. घूमने-फिरने का शौक रखने वाले लोगों के लिए नाव की सवारी से लेकर नारियल का रस पीने तक कई एक्टिविटिज़ हैं. ये गांव आपको पुरानी यादों का एहसास कराता है. माना जाता है कि यह गांव लोगों को उनके बचपन के समय में वापस ले जाता है, जब वे पेड़ों से आम तोड़ा करते थे और उन्हें इमली और मिर्च के साथ खाया करते थे. अधिकांश लोगों का मानना है कि कैनाकरी एक दीवार पर लगने वाला एक खूबसूरत फ्रेम है.


खिमसर गांव (राजस्थान)


रेत के टीलों के बीच बसा राजस्थान का खिमसर गांव भी खूबसूरत गांवों में शुमार है. खिमसर राज्य का एक छिपा हुआ रत्न है, जो छुट्टी मनाने आने वाले लोगों के लिए सबसे शांतिप्रिय और लुभावन जगह है. इस गांव में डेजर्ट सफारी, सूर्यास्त देखने और नागौर महोत्सव का दौरा करने के साथ-साथ खींवसर स्टारगेज़िंग जैसा अनुभव लोगों को मिलता है. खिमसर किला, पंचला ब्लैक बक रिजर्व और नागौर किला ये कुछ ऐसे स्थान हैं, जहां आप आसपास रहते हुए घूम सकते हैं.


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