कई बार ऐसा होता है कि हम यात्रा करने का मन बनाते हैं, लेकिन घर में जानवरों के कारण जाना नहीं चाहते. अगर आपके घर पर पालतू जानवर हैं, तो कुछ दिनों के लिए यात्रा पर जाना कठिन कार्य हो जाता है. हालांकि कुछ लोग अपने पालतू जानवर को घर पर अकेले छोड़ जाते हैं. वहीं कुछ लोग अपने पालतू जानवर को साथ में बाय रोड ले जाते हैं, लेकिन अगर आपको दूर कहीं जाना होता है तो आप ट्रेन की मदद लेते हैं. आइए जानते हैं कैसे.


फर्स्ट  एसी क्लास की टिकट


ट्रेन के एसी स्लीपर कोच, सेकंड क्लास और एसी चेयर कार में अपने पालतू जानवर के साथ यात्रा करने की अनुमति नहीं है. इस प्रकार आपको फर्स्ट एसी क्लास या फोर सीटर कैबिन या टू सीटर कूप बुक करना होगा. अपने पालतू जानवर को ट्रेन के साथ लेकर जाने से पहले उसे टीका लगवाएं. इसके साथ ही, टीकाकरण कार्ड को भी आपने साथ रखें. यदि संभव हो तो एक पशुचिकित्सक से एक चिकित्सा प्रमाणपत्र प्राप्त करें.


यात्रा के दौरान पालतू जानवर को डर


आप ट्रेन यात्रा के दौरान अपने पालतू जानवर के लिए कुछ सूखा और पानी और कुछ हड्डियां ले जा सकते हैं. अपने पालतू जानवर के लिए चेन लेकर जाना उनके मालिक की जिम्मेदारी है. इसके अलावा, मालिक को भी अपने पालतू जानवर के लिए खाने-पीने के इंतजाम करना होगा. हम आपको बताते हैं कि यात्रा के दौरान पालतू जानवर डरे हुए रहते हैं. इसलिए वे ज्यादा नहीं खाते या पीते हैं.


लम्बी रुकावट वाले स्थानों पर घुमाएं


वे कैबिन को गंदा कर सकते हैं. इससे बचने के लिए, आप उन्हें लम्बी रुकावट वाले स्थानों पर घुमा सकते हैं. 12 साल से कम उम्र के बच्चों के साथ प्रथम श्रेणी के डिब्बे में अकेली यात्रा करने वाली महिला अपने साथ एक कुत्ता ला सकती है. एक बार जब आपका कैबिन या कूप पुष्टि हो जाए, तो यात्रा से दो घंटे पहले स्टेशन पहुंचें. पार्सल ऑफिस जाएं. यहां आपको टिकट, फिटनेस प्रमाणपत्र और टीकाकरण कार्ड दिखाना होगा.


ये भी पढ़ें : विदेशा जाने में हो रही बजट प्रॉब्लम, ये हैं बजट फ्रेंडली फॉरेन ट्रिप्स