जीवन में एक बार तो पैराग्लाइडिंग करना सभी चाहते हैं. लेकिन कई लोगों को ऊचांई से काफी डर लगता है. हाल ही में इस हादसे में तेलंगाना के एक पर्यटक की मौत हो गई. यह चौंकाने वाली घटना हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के डोभी पैराग्लाइडिंग साइट पर हुई. रिपोर्ट में यहां कहा गया कि पायलट 26 वर्षीय महिला पर्यटक की सुरक्षा बेल्ट को ठीक से सुरक्षित करने में विफल रहा और इसके कारण वह उड़ान के दौरान काफी ऊंचाई से गिर गई. आज हम आपको बताएंगे कि पैराग्लाइडिंग कितना सुरक्षित है.
2023-2022 दिसंबर में कितने की हुई मौत और इतने हुए घायल
- यह देश में होने वाली पहली पैराग्लाइडिंग दुर्घटना नहीं है. ऐसे कई हादसे जिस कारण कितने लोगों की जान गई.
- नवंबर 2023 में हिमाचल के बीर बिलिंग में सात दिनों में तीन पैराग्लाइडर की मौत हुई
- अक्टूबर 2023 में हिमाचल प्रदेश में पैराग्लाइडर दुर्घटना में लखनऊ के एक व्यक्ति की मृत्यु हुई.
- मई 2023 में हिमाचल प्रदेश में अपने हनीमून के दौरान पैराग्लाइडिंग दुर्घटना में एक महिला घायल हो गई.
- दिसंबर 2022 में गुजरात के मेहसाणा जिले में पैराग्लाइडिंग गतिविधि के दौरान एक दक्षिण कोरियाई व्यक्ति की मृत्यु हो गई.
इंडिया टुडे के अनुसार ट्रैवल कंपनी वाइबिन एडवेंचर के सह-संस्थापक आशुतोष बिंद्रा अपने पैराग्लाइडिंग अनुभव को 'सर्वश्रेष्ठ समय' बताते हैं. सुरक्षा की बात करते हुए बिंद्रा ने हिमाचल प्रदेश के बीर बिलिंग का उदाहरण दिया. उन्होंने कहा वहां पैराग्लाइडिंग कंपनियां उचित सुरक्षा करती हैं और यात्रियों से एक सुरक्षा फॉर्म भरने के लिए कहती हैं, उन्होंने कहा कि पूरी गतिविधि पेशेवर रूप से पूरी सुरक्षा के साथ की जाती है. आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि पैराग्लाइडिंग सामान्य उड़ान भरने जैसा नहीं है. इसमें जोखिम शामिल है. आपको किसी भी अन्य खेल की तरह अपने जीवन की जिम्मेदारी लेने की जरूरत है.
क्या बोलें एडवांस फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर ?
लगभग तीन दशकों से उड़ान भर रहे एडवांस फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर अजय कुमार शर्मा बताते हैं कि उनकी पैराग्लाइडिंग यात्रा 'शानदार' रही है. हिमाचल प्रदेश से महाराष्ट्र से गोवा तक, वह 25,000 से अधिक टेंडेम उड़ानों पर रहे हैं. उन्होंने कहा पैराग्लाइडिंग एक महान खेल है लेकिन चेतावनी देते हैं कि इसे उचित दिशानिर्देशों के साथ किया जाना चाहिए. उन्होंने इंडिया टुडे से कहा, "आपके पास अच्छे उपकरण और उचित उड़ान पूर्व जांच (pre-flight checks) होनी चाहिए. हमारे यहां दुर्घटनाएं होने का कारण उड़ान पूर्व अनुचित जांच (improper pre-flight checks) है." शर्मा का कहना है कि सोलो पायलटों के लिए उचित प्रशिक्षण बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा पैराग्लाइडिंग पायलट बनने के लिए सही दृष्टिकोण का होना महत्वपूर्ण है. उड़ान भरने के लिए आपको पता होना चाहिए कि आप किसके साथ उड़ान भर रहे हैं. "आपको उनके अनुभव के बारे में पूछना चाहिए और पायलट के बारे में कुछ उचित शोध करना चाहिए.
- पैराग्लाइडिंगमुंबई.कॉम के अनुसार भारत में पैराग्लाइडिंग को नियमित किया नहीं जाता है, इसलिए देश में कहीं भी उड़ान भरने के लिए किसी लाइसेंस की आवश्यकता नहीं होती है. हालांकि पायलट्स से अपेक्षा की जाती है कि वे अपने अनुभव के स्तर को दिखाने के लिए एक लॉगबुक बनाए रखें और राष्ट्रीय नीतियों के अभाव में कई राज्य जोखिम कारकों को कम करने और दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा दिशानिर्देश लेकर आए हैं.
- Nqr.gov.in उड़ान के दौरान साथी पायलट्स के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता और आवश्यक अनुभव प्रदान करता है. इन पायलट्स के पास 10वीं कक्षा की डिग्री होनी चाहिए और उन्हें दो साल का उड़ान अनुभव होना चाहिए.पायलट के अलावा आपको अनुभव देने वाली कंपनी के बारे में भी जानना जरूरी है. उड़ान अनुभव और सफलता दर के बारे में गहराई से जानें.
- आपको यह भी सुनिश्चित करना होगा कि आपके पायलट और जिस कंपनी को आप चुन रहे हैं उसके पास उचित उपकरण है कि नहीं यह जांचना आवश्यक है हेलमेट जैसे उपकरण प्रमाणित हैं या नहीं. शर्मा का कहना है कि आप उपकरणों को हल्के में नहीं ले सकते.
- उनका सुझाव है कि उड़ान भरते समय अनावश्यक सामान अपने साथ न रखें. अगर आपके पास कुछ कीमती सामान है तो आप उसे अपने पायलट के पास सुरक्षित रख सकते हैं.
- अपनी सुरक्षा और दूसरों की सुरक्षा के लिए उड़ान के दौरान अपने फोन का उपयोग करने से बचें.
- शर्मा ने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने पायलट के साथ अपनी ब्रीफिंग को ध्यान से सुनें. यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने पायलट की हर बात सुनें.
- अगर उड़ान के दौरान आपको कुछ पसंद नहीं आए तो अपने पायलट को बताएं.
- शर्मा का कहना है कि यदि आप अस्वस्थ हैं या आपको पहले कोई चोट लगी है, तो आपको उड़ान से पहले पायलट को इसके बारे में बताना चाहिए ताकि वे विशेष सावधानी बरत सकें.
- इसके साथ ही बिंद्रा कहते हैं कि पर्यटकों और यात्रियों के लिए सहमति देने से पहले एडवेंचर फॉर्म को पढ़ना जरूरी है.
- उन्होंने बताया कि आपको इस दौरान घबराना नहीं चाहिए क्योंकि आप एक विशेषज्ञ की निगरानी में रहेंगे. अपने पायलट पर भरोसा करना ज़रूरी है.
- बिंद्रा यह भी कहते हैं कि आपको पूरी गतिविधि आत्मविश्वास के साथ पूरी करनी है और चिंतित नहीं होना है.
भारत में लोकप्रिय पैराग्लाइडिंग स्थल
बीर बिलिंग, हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश में स्थित बीर बिलिंग को भारत की पैराग्लाइडिंग राजधानी के रूप में जाना जाता है. इस स्थान पर जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मध्य जून के बीच है.
कामशेत, महाराष्ट्र
महाराष्ट्र के कमशेत पुणे से लगभग 45 किलोमीटर की दूरी पर है। यह पैराग्लाइडिंग स्थल नए शुरुआती पायलट्स के लिए बेस्ट है.
कुल्लू-मनाली, हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू और मनाली जिले प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं. यहां, सोलैंग वैली, फात्रू माउंटेन, गुलाबा, और नग्गर रोड वे ऐसे स्थान हैं जहां पैराग्लाइडिंग होती है.
नासिक महाराष्ट्र
महाराष्ट्र के नासिक शहर भी पैराग्लाइडिंग का अनुभव प्रदान करता है. यहां मई महीना पैराग्लाइडिंग सीजन होता है.
यहां भी होती हैं पैराग्लाइडिंग
कश्मीर में, आप स्रीनगर, दूधपथ्री, गुलमर्ग, बेताब वैली, और आरू वैली में पैराग्लाइडिंग आजमा सकते हैं. इनके अलावा, हिमाचल प्रदेश में त्रिथन वैली, शिमला, और स्पीति, केरल के वागमन, देहरादून के मालदेवता, उत्तराखंड के नैनीताल, और सिक्किम के गैंगटोक भी पैराग्लाइडिंग होती हैं.