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Indian Museum's: भारत को कितनी अच्छी तरह जानते हैं आप? ये म्यूज़ियम खुद में समेटे हैं आज़ादी का इतिहास
Azadi ka Amrit Mahotsav: देश में कई ऐसे संग्रहालय हैं, जो भारतीय इतिहास को समेटे हुए हैं. इस स्वतंत्रता दिवस आप अपने बच्चों, फैमिली या फ्रेंड्स के साथ इन म्यूजियम को देखने जा सकते हैं.

15 अगस्त 2022
Independence Day 2022: देशभर में आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi ka Amrit Mahotsav) मनाया जा रहा है. 15 अगस्त 2022 को भारत को आजाद हुए 75 साल पूरे हो गए. ऐसे में अगर आप भारत को अच्छी तरह जानना चाहते हैं तो म्यूजियम जाने का प्लान बना सकते हैं. भारत में कई ऐसे म्यूजियम हैं, जो हिंदुस्तान के गौरवशाली इतिहास को समेटे हुए हैं. यह भारत को करीब से जानने का केंद्र है. इसलिए आजादी के जश्न को खास तरह से मनाने के लिए आप अपने बच्चों, फैमिली या फिर फ्रेंड्स के साथ इन म्यूजियम में जा सकते हैं.
नेशनल म्यूजियम
दिल्ली में जनपथ और मौलाना आजाद रोड के पास भारत का सबसे बड़ा संग्रहालय नेशनल म्यूजियम (National Museum) है. इसमें 2 लाख कलाकृतियां हैं. यहां मौर्य, शुंग, सातवाहन, गुप्त और मध्यकालीन काल के दौरान का इतिहास आसानी से जान सकते हैं. इस म्यूजियम में भारत के अलग-अलग हिस्सों के लोगों का अनुष्ठान और उनकी रोजाना की लाइफ देखने को मिल जाएगी.
प्रधानमंत्री संग्रहालय
प्रधानमंत्री संग्रहालय (Pradhanmantri Sangrahalaya) देश के सबसे आधुनिक संग्रहालयों में से एक है. नई दिल्ली के तीन मूर्ति परिसर यानी नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी में स्थित इस संग्रहालय अप्रैल, 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन किया. इस म्यूजियम में भारत की उपलब्धियों की गाथा मिलेगी. संग्रहालय में आजादी के बाद से अब तक के सभी प्रधानमंत्रियों के बारे में जानकारी दी गई है. म्यूजियम में एक टाइम मशीन है जो आपको पुराने भारत से मिलवाती है.
रेल म्यूज़ियम
रेल म्यूजियम दिल्ली में स्थित है. यह म्यूजियम 10 एकड़ में फैला हुआ है. यहां भारतीय रेलवे की प्राचीन विरासत देखने को मिलती है. 1 फरवरी, 1977 को इसका निर्माण कराया गया था. इसका उद्देश्य भारत की रेलवे विरासत को संरक्षित करना था. यहां भारतीय रेलवे की फर्नीचर समेत करीब 100 से भी ज्यादा सामान देखने को मिल जाता है. इस म्यूजियम में आप ट्रेन में भी घूमने का लुत्फ उठा सकते हैं.
इंडियन म्यूजियम
कोलकाता के जवाहरलाल स्ट्रीट पर स्थित यह भारत का सबसे बड़ा म्यूजियम है. छह खंडों में इस संग्रहालय को बनाया गया है. इसमें आर्कियोलॉजी, एंथ्रोपोलॉजी, जियोलॉजी, जूलॉजी, इंडस्ट्री और आर्ट है. एंथ्रोपोलॉजी में मोहनजोदड़ो और हड़प्पा काल का इतिहास है. यहां चार हजार साल पुरानी मिस्र की ममी भी रखी गई है. जियोलॉजी में खनिज, जीवाश्म और चट्टानें दर्शायी गई हैं. जूलॉजी में मछलियां, सरीसृप और मैमथ के कंकाल देखने को मिलते हैं. वहीं, इंडस्ट्री में कुटीर उद्योग, मेडिसिन, वनोपज और कृषि उपज के बारे में जानकारी मिलती है.
शंकर इंटरनेशन डॉल म्यूजियम
इस स्वतंत्रता दिवस आप दिल्ली का शंकर इंटरनेशन डॉल म्यूजियम (Shankar’s International Dolls Museum) घूमने जा सकते हैं. यहां आपको दुनिया के अलग-अलग देशों की डॉल का कलेक्शन मिल जाएगा. अभी इस म्यूजियम में 85 देशों की 6,500 गुड़ियां मौजूद हैं. साल 1965 में मशहूर कॉर्टूनिस्ट के शंकर पिल्लई ने इस म्यूज़ियम की स्थापना की थी. म्यूज़ियम के एक हिस्से में इंग्लैंड, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और राष्ट्र मंडल देशों की डॉल हैं, वहीं, दूसरे हिस्से में अफ्रीका, मध्यपूर्व और एशियाई देशों की गुड़ियां रखी गई हैं. आप यहां अपने बच्चों को ला सकते हैं. मौज-मस्ती के साथ उन्हें काफी कुछ सीखने को मिलेगा.
खादी संग्रहालय
दिल्ली के कनॉट प्लेस पर स्थित खादी संग्रहालय भारत की विरासत संग्रहालयों में से एक है. यह म्यूजियम इतिहास को नजदीक से देखने और समझने वालों और बच्चों के लिए काफी अच्छा है. यह संग्रहालय मुख्य रूप से चरखे को लेकर है. इस संग्रहालय में आपको खादी से बनी हैंडसूम चीजें भी मिल जाएंगी.
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नयन कुमार झाराजनीतिक विश्लेषक
Opinion