75th Independence Day: भारत में आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi ka Amrit Mahotsav) मनाया जा रहा है. 15 अगस्त 2022 को आजादी के 75 साल पूरे होने वाले हैं. हर भारतीय का दिल देशभक्ति से सराबोर है. इस दिन देश की आजादी को सेलीब्रेट करने कई लोग घूमने का प्लान बना रहे हैं. ऐसे में आप कुछ ऐसी जगहों पर जा सकते हैं, जहां देशभक्ति का एहसास होता है, जज्बा बढ़ता है. यहां जानिए आजादी का एहसास कराती ये खास जगहें...

 

इंडिया गेट, नई दिल्ली

देशभक्ति के भाव को अंदर समेटे देश की राजधानी नई दिल्ली के राजपथ मार्ग पर स्थित इंडिया गेट (India Gate) ऐसी ही जगहों में से एक है. शहीदों की याद में बनाए गए इस स्मारक पर वैसे तो हर दिन बड़ी संख्या में टूरिस्ट पहुंचते हैं लेकिन स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर यहां का अलग ही नजारा होता है. यहां आकर आपको गर्व महसूस होगा. यहां आने के बाद आप नेशनल वॉर मेमोरियल भी जा सकते हैं.

 

लाल किला, दिल्ली

दिल्ली का लाल किला (Red Fort) वह जगह है, जहां हर साल 15 अगस्त पर प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करते हैं. यहां आजादी का फुल जश्न होता है. स्वतंत्रता दिवस के कुछ दिन पहले से ही यहां तैयारियां शुरू हो जाती हैं. अगर आप भी यहां आना चाहते हैं तो इस स्वतंत्रता दिवस प्लान बना सकते हैं. 

 

कारगिल वॉर मेमोरियल, लद्दाख

भारतीय सेना के वीर जवानों को श्रद्धांजलि देने और पाकिस्तानी सेना पर कारगिल की जीत को याद रखने के लिए लद्दाख के कारगिल जिले के द्रास सेक्टर में कारगिल वार मेमोरियल (Kargil War Memorial) बनाया गया है. इस साल आजादी के पर्व पर आप अपनी फैमिली या फ्रेंड्स के साथ यहां जा सकते हैं. इस मेमोरियल में पहुंचते ही देशभक्ति से रोम-रोम रोमांचित हो उठता है.

 

वाघा बॉर्डर, अमृतसर

पंजाब के अमृतसर में भारत-पाकिस्तान बॉर्डर को वाघा बॉर्डर (Wagah Border) के नाम से जानते हैं. हर साल यहां खास कार्यक्रम होते हैं इन्हें देखने देश से ही नहीं, विदेशों से भी लोग पहुंचते हैं. वाघा का खूबसूरत नजारा देख हर कोई एक अलग ही अनुभव करता है. आप भी इस स्वतंत्रता दिवस अपना यहां का ट्रिप बना सकते हैं.

 

जैसलमेर बॉर्डर, राजस्थान

राजस्थान के जैसलमेर में एक छोटा सा टाउन है लोंगेवाला ये पाकिस्तान की बॉर्डर पर है. 1971 में 4-5 दिसंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच यहीं युद्ध हुआ था. इसमें पाकिस्तान ने भारत पर करीब 3,000 बस गिराए थे, लेकिन जीत भारत की ही हुई थी. लोंगेवाला पोस्ट 'इंडो-पाक पिलर 638' के नाम से जाना जाता है. 1997 में आई फिल्म 'बॉर्डर' की शूटिंग भी यहीं हुई थी. आप अपनी फैमिली-फ्रेंड्स के साथ यहां का भी ट्रिप बना सकते हैं.

 

साबरमती आश्रम, अहमदाबाद

इस स्वतंत्रता दिवस अगर आप घूमने की सोच रहे हैं तो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अहमदाबाद के साबरमती आश्रम जरूर जाएं. हर साल आजादी के पर्व पर यहां हजारों की संख्या में सैलानी पहुंचते हैं. यहां जाकर देशभक्ति का जज्बा काफी बढ़ जाता है.

 

दांडी, गुजरात

गुजरात के नवसारी जिले में स्थित दांडी (Dandi) ऐतिहासिक छटा को समेटे हुए है. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने यहीं पर अंग्रेजों के नमक कानून को तोड़ा था. यहां और आस पास महात्मा गांधी से संबंधित कई स्मारक बनाए गए हैं. अगर इस स्वतंत्रता दिवस ऐतिहासिक इमारत और सत्याग्रह आंदोलन से जुडी चीजें देखना चाहते हैं तो यहां का प्लान बना सकते हैं. 

 

काला पानी जेल, अंडमान-निकोबार

अंडमान-निकोबार समुद्री लहरों के बीच बचा एक एंडवेचरस जगह है. यह प्राकृतिक रुप से बहुत ही खूबसूरत है तो देशभक्ति यहां के कोने-कोने में महसूस की जा सकती है. यहां स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर कई कार्यक्रम होते हैं. काला पानी जेल यहीं मौजूद है. अब यह म्यूजियम और स्मारक में बदल दिया गया है. यहां जाकर देश के प्रति समर्पण की भावना का एहसास होता है.

 

जलियांवाला बाग, पंजाब

ब्रिटिश शासन काल के दौरान सबसे कुख्यात नरसंहार की कहानी बयान करता है जलियांवाला बाग (Jallianwala Bagh). यहां शहीदों की शहादत गूंजती रहती है. आप यहां जाकर देशभक्ति का अलग ही एहसास पा सकते हैं. यह पंजाब में स्थित है और 6.5 एकड़ में फैला हुआ है. इस स्मारक स्थल का उद्घाटन भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने 13 अप्रैल 1961 को किया था।

 

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