कार में बच्चों के साथ ट्रैवलिंग करते समय इन बातों का रखें ध्यान, कभी नहीं होगी फिर दुर्घटना
बच्चों के साथ कार में ट्रैवलिंग करते समय कई बातों को ध्यान में रखना जरूरी होता है.ऐसा करने से दुर्घटना नहीं होती है.
बच्चे यात्रा करने का बहुत शौक रखते हैं. माता-पिता भी अपने बच्चों को बाहर लेकर जाने के लिए बहुत उत्साहित होते हैं. उन्हें नई चीजें देखने का और नई जगहों के बारे में जानने का मौका मिलता है. जब बात करते हैं कार की, तो बच्चे बस कार में यात्रा करने की बात सोचकर ही खुश हो जाते हैं. इसका कारण यह है कि उन्हें कार में बहुत सारी शैतानियां करने का मौका मिलता है. एक चलती गाड़ी में बच्चे खिड़की से बाहर झांकने की कोशिश करते हैं, ड्राइवर सीट पर बैठकर गाड़ी चलाने की कोशिश करते हैं, खिड़की बार-बार खोलकर बंद करते हैं.
आपके बच्चा भी गाड़ी में यात्रा करते समय इनमें से कुछ गतिविधियां करते होंगे, लेकिन यह भी खतरनाक हो सकता है और इसके कारण एक दुर्घटना का संभावना है. अगर आप भी बच्चों के साथ कार में यात्रा करते हैं, तो इस खबर में कुछ सुरक्षित रहने और अपने परिवार को सुरक्षित रखने के लिए कुछ सुझाव दिए गए हैं. आइए जानते हैं विस्तार से.
- बच्चों के लिए कार सीटें अत्यंत आवश्यक हैं. बच्चों को कार सीटों से चोट के होने की बहुत ही कम संभावना है. इन्हें इस प्रकार से डिज़ाइन किया गया है कि ये बच्चे को सुविधाजनक फिट होते हैं.
- बच्चे गाड़ी में अपने हाथ बाहर निकालने की कोशिश करते हैं और दरवाजा खोलने की कोशिश करते हैं. इन कारणों से दुर्घटनाएं होती हैं. सभी कारों में बच्चों के सुरक्षा के लिए लॉक होते हैं. इससे बच्चे चलती गाड़ी में खिड़कियों और दरवाजों को नहीं खोल सकते हैं और यात्रा के दौरान पूरी तरह से सुरक्षित रहते हैं.
- कुछ लोग लंबी यात्रा के कारण गाड़ी में खाने के आइटम रखकर बच्चों को यात्रा के दौरान खिलाते हैं, लेकिन यह गलत माना जाता है. इसके अलावा, ऐसा करना खतरानक साबित हो सकता है. क्योंकि कभी-कभी अचानक ब्रेकिंग या डंपी रोड के कारण बच्चे की गला में फंस सकता है. इसलिए चलती गाड़ी में बहुत छोटे बच्चों को खिलाना बचना चाहिए.
- थोड़ी देर के बाद बच्चों को बोरीयत होती है और इसके बाद वे गाड़ी में शरारत करना शुरू कर देते हैं. जब कुछ करने के लिए कुछ नहीं होता, तो वे गाड़ी में आस-पास उछलना शुरू कर देते हैं. बच्चों के पसंदीदा खिलौने और किताबें गाड़ी में रखें. इससे बच्चे अपनी पसंदीदा चीजों में व्यस्त रहेंगे.