साल 2024 के पहले छह महीनों में भारत में आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या में मामूली बढ़ोतरी हुई है, लेकिन यह अब भी 2019 के स्तर से कम है. 2023 की तुलना में 9.1% की वृद्धि के बावजूद, 2019 के मुकाबले लगभग 10% की कमी देखी गई है. आइए यहां देखते हैं पूरे आंकडें ..
साल 2024 के पहले छह महीनों में भारत में आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या 47,78,374 तक पहुंच गई. यह संख्या 2023 के मुकाबले 9.1% अधिक है, जो इस बात का संकेत है कि कोविड महामारी के बाद पर्यटन उद्योग धीरे-धीरे पटरी पर लौट रहा है. हालांकि, 2019 के जनवरी-जून की तुलना में यह संख्या अभी भी लगभग 10% कम है. 2019 में, भारत में 52,96,025 विदेशी पर्यटक आए थे, जो कि कोविड से पहले का एक सुनहरा दौर था. इसका मतलब यह है कि अभी भी विदेशी पर्यटकों की संख्या उस स्तर तक नहीं पहुंच पाई है.
विदेशी पर्यटक संख्या में कमी
दूसरी ओर, भारतीय हवाई अड्डों पर अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या में भी इस साल तेजी देखी गई है. 2024 की पहली तिमाही में 9.9% की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो कि यात्रियों की बढ़ती रुचि और हवाई यात्रा के प्रति उनके आत्मविश्वास का संकेत है. इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की संख्या में भी तेजी आई है. 2024 में भारत से अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर 674 नई साप्ताहिक उड़ानें शुरू हुईं और 1,40,435 अतिरिक्त सीटें जोड़ी गईं.
भारतीय यात्रियों की विदेश यात्रा में उछाल
साल 2024 में भारतीय यात्रियों की विदेश यात्रा में भी 12.28% की वृद्धि देखी गई. जनवरी से जून 2024 के बीच 1,50,22,731 भारतीयों ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भरीं, जबकि 2019 में यह संख्या 1,33,80,079 थी. भारतीय यात्रियों के लिए यूएई, सऊदी अरब, अमेरिका, थाईलैंड और सिंगापुर जैसे देश सबसे लोकप्रिय रहे. इसका एक प्रमुख कारण हो सकता है कि कोविड के बाद भारतीयों में यात्रा करने का उत्साह और ‘रिवेंज टूरिज्म’ का चलन बढ़ा है.
विदेशी मुद्रा आय में वृद्धि
विदेशी मुद्रा आय (Foreign Exchange Earnings) में भी 2019 की तुलना में 2024 में 5.54% की वृद्धि दर्ज की गई है. इस साल जनवरी से जून तक विदेशी मुद्रा आय 15.339 बिलियन अमेरिकी डॉलर रही, जबकि 2019 में यह 14.524 बिलियन अमेरिकी डॉलर थी. हालांकि, इस वृद्धि का एक बड़ा कारण रुपये की कमजोरी भी है, जिसके चलते रुपये में आय में 25.4% की वृद्धि देखी गई है. बावजूद इसके, पर्यटकों की संख्या में गिरावट आने से यह स्पष्ट होता है कि भारत को और अधिक विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए कुछ कदम उठाने की जरूरत है.
भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने की जरूरत
भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार को एक बड़े और प्रभावी अभियान की जरूरत है. पहले चलाए गए अभियानों जैसे ‘अतुल्य भारत’ या ‘अतिथि देवो भव’ की तर्ज पर एक नया अभियान जरूरी है। गोवा जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों के बावजूद, पड़ोसी देशों जैसे वियतनाम, थाईलैंड, और श्रीलंका की सस्ती यात्रा और बेहतर सुविधाओं के कारण विदेशी पर्यटक भारत के बजाय वहाँ जाना पसंद कर रहे हैं।
बेहतर बुनियादी ढांचे की आवश्यकता
भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए स्वच्छता, ट्रैफिक मैनेजमेंट और पर्यटक सुरक्षा जैसे बुनियादी ढांचे में सुधार की आवश्यकता है. यदि भारत को विदेशी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि करनी है और पर्यटन से मिलने वाली विदेशी मुद्रा को बढ़ाना है, तो इन चुनौतियों का समाधान करना जरूरी है. साथ ही, पर्यटन हेल्पलाइन और पर्यटक पुलिस जैसी सेवाओं की भी शुरुआत की जानी चाहिए ताकि पर्यटकों को बेहतर अनुभव मिल सके.
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