देश की सबसे ज्यादा ठंडी वाली जगह, छुट्टियां बिताने के लिए हैं बजट-फ्रेंड्ली
सर्दी के मौसम में थोड़ी सी ठंड बढ़ते ही, हम कांपना शुरू कर देते हैं. लेकिन फिर भी हम ठंडी जगह घूमना जाना ज्यादा पसंद करते हैं. आइए जानते हैं कुछ ठंडी जगहों के बारे में.
हम आपको बताएंगे ठडी में घूमने वाली जगहें. भारत में एकमात्र ठंडी जगह नहीं है. कई और स्थान हैं जहां तापमान माइनस डिग्री तक गिरता है और जो भारत के सबसे ठंडे स्थानों में गिने जाते हैं, तो आप जाने का प्लान बना सकते हैं. आइए आज हम आपको उन स्थानों के बारे में बताएं, जो भारत में सबसे ठंडे स्थानों में शामिल हैं.
बहुत से लोग पहाड़ी तरफ जाने का शौक रखते हैं. पहाड़ों का सुहावना मौसम और प्राकृतिक दृश्य सभी को आकर्षित करते हैं. दिल्ली-एनसीआर और इसके आस-पास के क्षेत्रों में रहने वाले लोग हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जाते हैं. इन दो राज्यों में ही पर्यटकों की भीड़ सबसे ज्यादा है. यहां के पहाड़ी स्थलों का पर्यटन सीज़न कभी भी समाप्त नहीं होता. आज हम आपको उत्तराखंड के चोपटा हिल स्टेशन के बारे में भी बता रहे हैं जो बहुत सुंदर है. आप चोपटा में ट्रेकिंग और कैम्पिंग भी कर सकते हैं. चोपटा हरिद्वार से लगभग 185 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यहां की ताजगी भरी हवा और हरित पहाड़ी आपके मन को ताजगी देंगी. आइए आपको बताते हैं कि चोपटा में आप क्या देख सकते हैं.
चोपटा का सबसे प्रसिद्ध तीर्थस्थल और पर्यटन स्थल है तुंगनाथ मंदिर. यह चोपटा से 3.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. इस ऊचाई पर स्थित तुंगनाथ मंदिर का समर्पण भगवान शिव को है. यह पांच केदार मंदिरों में से एक है. कहा जाता है कि पाँडव राजा ने ही तुंगनाथ मंदिर की नींव रखी थी. सर्दी में ये स्थान पूरी तरह से बर्फ से ढ़क जाता है, जिसके कारण तुंगनाथ मंदिर के दर छह महीने तक बंद रहते हैं.
हर्षिल
हर्षिल से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित धराली एक छोटे से गाँव है, जो सौंदर्य के प्रति अद्वितीय है. इस गाँव के पास मौजूद भागीरथ नदी यात्रीओं के लिए एक आकर्षण बनाती है. नदी का बहता पानी और जैसे संगीत की धुन, जिसे देखने के लिए सभी पर्यटक रुक जाते हैं. कहा जाता है कि धराली वह स्थान है जहां भगीरथ ने गंगा नदी को पृथ्वी पर लाने के लिए तपस्या की थी. यह हिन्दुओं के लिए एक बहुत पवित्र स्थान भी है. यहां भगवान शंकर को संरक्षक के रूप में पूजा जाता है.
ड्रास
ड्रास भारत का सबसे सुंदर स्थानों में से एक भी है. इस स्थान को "लद्दाख का द्वार" भी कहा जाता है और यह भारत में सबसे ठंडा स्थानों में से एक भी है. कारगिल जिले में स्थित ड्रास अमरनाथ और सिआलकोट जाने वाले लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग का कार्य करता है. समुद्र स्तर से 10,761 फीट (3,280 मीटर) की ऊचाई पर स्थित ड्रास को अपने सुंदर दृश्य और बर्फबारी से जाना जाता है.
सियाचिन ग्लेशियर
सियाचिन ग्लेशियर उत्तरी काराकोरम रेंज में स्थित है. सियाचिन भारत में सबसे ठंडा स्थानों में से एक है. यहां दुनिया की सबसे ऊची पर्वत बर्फबारी होती है. यहां न्यूनतम तापमान -50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचता है, जिसके कारण यह देश के सबसे ठंडे स्थानों में से एक है. सियाचिन में गर्मियों के महीनों में तापमान -10°C तक गिर जाता है. यहां ठंडी हवा के कारण कई सैनिकों की जानें गई हैं.