Blue Flag Lakshadweep Beaches: जब हम बीच (Beach) पर जाते हैं तो वहां दूर-दूर तक फैले आकाश और उसके पैरेलल नीले पानी के किनारे देख बड़ा ही सुकून मिलता है. सुनहरी रेत के बीच में बैठना, ढलती शाम को निहारना, डूबते हुए सूरत से आंख मिलाने का अपना मजा है. ये सब बीच लवर्स को बेहद अच्छा लगता है. वहीं, जब बात सन बाथ की हो तो असली मजा तो बीच पर ही आता है, जब सनस्क्रीन लगाकर छतरी के नीचे चैन से लेटे होते हैं, लेकिन क्या हो जब मन को सुकून देने वाले ये बीच ही गंदे हों. ऐसे में बीच पर जाने का क्या ही मजा आएगा. ये तो बेहद लाजिमी है कि सभी को किसी को साफ सफाई भाती है. ऐसे ही बेहद खूबसूरत लक्षद्वीप के दो द्वीप स्वच्छता में शामिल हुए हैं. इन द्वीपों ने हाल ही में ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट (Blue Flag Certificate) हासिल किया है. चलिए जानते हैं हैं कौन से हैं ये बीचेस
विजेता समुद्र तट
लक्षद्वीप में कदमत बीच (Beach) क्रूज टूरिस्ट्स और वॉटर एक्टिविटी लवर्स के बीच काफी फेमस है. यहां की सफेद रेत देखने में बेहद खूबसूरत लगती है. खूबसूरत समुद्री तट और यहां का नीला पानी आंखों को सुकून देता है. यहां दूसरी तरफ मौजूद है थुंडी बीच. यह लक्षद्वीप का बेहद मशहूर और सुंदर समुद्री किनारा है. यहां के पानी का रंग फ़िरोज़ा-नीला रंग है. ये दो बीचेस अपनी स्वच्छता और विशेष देखभाल की बदौलत ही ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट हासिल करने में कामयाब हो सके हैं.
ये भी हैं इंडिया के ब्लू फ्लैग समुद्री किनारे
इंडिया में बाकी ब्लू फ्लैग ब्लू फ्लैग बीच की बात करें तो बीच दीव में घोघला, गुजरात में शिवराजपुर, कर्नाटक में कासरकोड और पदुबिद्री, केरल में कप्पड, आंध्र प्रदेश में रुशिकोंडा, ओडिशा में गोल्डन, अंडमान और निकोबार में राधानगर, तमिलनाडु में कोवलम और पुडुचेरी में ईडन हैं.
क्या होता है ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट
ब्लू फ्लैग एक एक्सक्लूसिव इको-लेबल या सर्टिफिकेशन है जो दुनिया भर के तटीय स्थानों को पर्यावरण सम्मान के बैज के रूप में दिया जाता है. ब्लू फ्लैग कार्यक्रम कोपेनहेगन, डेनमार्क-मुख्यालय फाउंडेशन फॉर एनवायरनमेंटल एजुकेशन चलाता है, जो एक नॉन प्रॉफिटेबल ऑर्गेनाइजेशन है.
ऐसे मिलता है ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट
आपको बता दें कि डेनमार्क में फाउंडेशन फॉर एनवायरमेंट एजुकेशन इंटरनेशनल लेवल पर मान्यता प्राप्त इको-लेबल यानि ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेशन प्रदान करता है. इस खिताब को हासिल करने के लिए कड़े पर्यावरण, शैक्षिक, सुरक्षा-संबंधी और पहुंच-संबंधी मानदंडों की एक लिस्ट होती है. किसी भी बीच को इन मानदंडों से होकर गुजरना पड़ता है, तभी ब्लू फ्लैग सर्टिफिकेट हासिल किया जा सकता है. ब्लू फ्लैग मिशन का मुख्य मकसद है पर्यावरण क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देना.
लक्षद्वीप के कुछ फेमस द्वीप और जगहें
- मिनिकॉय द्वीप
- कदमत द्वीप
- कवरत्ती द्वीप
- समुद्री संग्रहालय
- पिट्टी पक्षी अभयारण्य
- थिन्नाकारा द्वीप
- कल्पेनी द्वीप
- बंगाराम एटोल
- अगत्ती द्वीप
- किल्टन द्वीप
- अमिनी बीच
- एंड्रोट द्वीप
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