Hot Water Spring In India : सर्दियों में घूमने की सबसे बेस्ट जगहों में 'हॉट वॉटर स्प्रिंग' (Hot Water Spring) का नाम भी आता है. 'हॉट वॉटर स्प्रिंग' यानी कि नेचुरल सोर्स के मिलने वाला गर्म पानी. यहां आना ही सबसे सुकून के पल में से एक होता है. अगर आप भी ऐसी जगह घूमने जाना चाहते हैं तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं भारत के खास हॉट वॉटर स्प्रिंग के बारे में जहां जाना सबसे रोमांचक होता है. यहां सर्दियों में सैलानियों का जमावड़ा लगा रहता है. सेहत के लिए भी यह पानी काफी फायदेमंद होता है. आइए जानते हैं भारत की फेमस 'हॉट वॉटर स्प्रिंग' के बारे में..

 

हॉट स्प्रिंग वॉटर क्या है

हॉट स्प्रिंग वॉटर, गर्म पानी का प्राकृतिक झरने जैसा होता है. धरती में मौजूद गर्म मैग्मा की वजह से चट्टानें गर्म हो जाती हैं, तो पानी के संपर्क में आते ही पानी गर्म हो जाता है. ये गर्म पानी झरने या तालाब के तौर पर बाहर आता है. इसमें सोडियम, गंधक और सल्फर भरपूर मात्रा में होते हैं, जो सेहत के लिए फ़ायदेमंद होते हैं.

 

कई बीमारियां छूमंतर !

हॉट स्प्रिंग वॉटर को सर्दियों के मौसम में आनंद लेने के लिए ही इस्तेमाल नहीं किया जाता है, बल्कि इससे तनाव कम करने में भी मदद मिलती है. हॉट स्प्रिंग वॉटर में कुछ पल बिताने के लिए ब्लड सर्कुलेशन बेहतर हो जाता है, मांसपेशियों का दर्द कम हो जाता है और यहां तक कि स्किन की कई बीमारियां भी कम हो जाती हैं. भारत में हॉट स्प्रिंग वॉटर के नैचुरल रिसोर्स, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, राजगिरी में हैं.

 

भारत में फेमस हॉट स्प्रिंग वॉटर

मणिकरण, हिमाचल प्रदेश

यह एक फेमस हॉट स्प्रिंग वॉटर है. इसके बारे में यहां के स्थानीय लोगों का मानना है कि अगर कोई इंसान एक बार इसमें नहा लेता है तो उसकी कई सारी बीमारियां ही खत्म हो जाती हैं. कुल्लू से करीब 45 किलोमीटर दूर मौजूद यह कुंड में हर साल लाखों लोग आते हैं.

 

पनामिक कुंड

लद्दाख के सियाचिन ग्लेशियर से थोड़ी सी ही दूरी पर एक बेहद सुंदर घाटी मौजूद है, जिसका नाम है नुब्रा वैली. यहीं के एक गांव में है पनामिक कुंड. समुद्र तल से करीब 10,442 फीट की ऊंचाई पर मौजूद इस गर्म पानी के रिसोर्स में नहाने के लिए कई फ़ायदे होते हैं. यहां का पानी इतना ज़्यादा गर्म होता है कि इसमें नहाया नहीं जा सकता.

 

सूर्यकुंड

यमुनोत्री में भी गर्म पानी का एक नेचुरल स्रोत है. इसे पहले ब्रम्हकुंड कहा जाता था, लेकिन अब इस जगह को सूर्यकुंड के नाम से बुलाया जाता है. सूर्यकुंड, यमुनोत्री मंदिर से करीब 20 किलोमीटर दूर मौजूद है. यहां जाने वाले लोग इस किसी चमत्कार से कम नहीं मानते कि इतनी ठंडी जगह पर गर्म पानी का नैचुरल रिसोर्स मिल जाए.

 

राजगीर के जल कुंड

राजगीर की वैभवगिरी पहाड़ी पर कई सारे गर्म कुंड यानी कि गर्म पानी के रिसोर्स मौजूद है. इस जगह के बारे में मान्यता है कि भगवान ब्रह्मा ने इन्हें देवी-देवताओं के लिए बनाया था. यहां पर कई सारे कुंड मौजूद हैं. जिनमें ऋषि कुंड, गौरी कुंड, गंगा-यमुना कुंड, चन्द्रमा कुंड, राम-लक्ष्मण कुंड शामिल हैं.

 

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