एक्सप्लोरर
Advertisement
फ्लाइट नहीं ट्रेन से जा सकते हैं विदेश, कुछ पैसों में ही देखने को मिलेगा खूबसूरत देश
जयनगर-बिजलपुरा-बरदीबास रेल लाइन का परिचालन होता है. कुर्था-बिजलपुरा लाइन की कुल लंबाई 17.3 KM है. इस सफर के रास्ते में 5 स्टेशन पड़ेंगे कुर्था, पिपरादी, लोहारपट्टी, सिंग्याही और बिजलपुरा पड़ते हैं.
Best Destinations Out of India: भारत के बाहर एक जगह ऐसी भी है जहां आप ट्रेन से पहुंच सकते हैं. जहां आप अपनी फैमिली के साथ जा सकते हैं. ये जगह बेहद खूबसूरत है. हम बात कर रहे हैं भारत के पड़ोसी देश नेपाल (Nepal) की. जयनगर-बिजलपुरा-बरदीबास रेल लाइन का परिचालन होता है. कुर्था-बिजलपुरा लाइन की कुल लंबाई 17.3 KM है. इस सफर के रास्ते में 5 स्टेशन पड़ेंगे कुर्था, पिपरादी, लोहारपट्टी, सिंग्याही और बिजलपुरा पड़ते हैं. अगर आप नेपाल ट्रिप का प्लान कर रहे हैं तो जानिए कहां-कहां घूमने जा सकते हैं...
पोखरा
'नेपाल की टूरिस्ट कैपिटल' के नाम से मशहूर पोखरा काठमांडू के बाद इस देश का दूसरा सबसे बड़ा टूरिस्ट प्लेस है. ये सबसे ऊंचाई वाले शहरों में आता है. यहां का झील आपका मन मोह लेगा. झील के किनारे आकर्षक दुकानें, सुंदर कैफे, रेस्तरां और पब बने हुए हैं. एडवेंचर के लिए ये जगह काफी बेस्ट है. यहां ट्रेकिंग का मजा उठा सकते हैं. इसके साथ ही रिवर राफ्टिंग और पहाड़ों के बीच कैम्प लगा सकते हैं.
काठमांडू
नेपाल की राजधानी काठमांडू भी सबसे ज्यादा पसंदीदा डेस्टिनेशन में से एक है. यहां के प्राचीन मंदिर, पैगोडा, प्राकृतिक सुंदरता और आकर्षक गांव हर किसी को आकर्षित करते हैं. काठमांडू में बागमती और विष्णुमती नदियां बहती हैं. यहां दुनिया की सबसे ऊंची चोटियां और स्वादिष्ट डिश मिलते हैं.
लुम्बिनी
हिमालय की गोद में बसा खूबसूरत शहर लुंबिनी भगवान बुद्ध की जन्मस्थली है. ये यूनेस्को के विश्व धरोहर में शामिल है. यहां 2000 साल पुराने प्राचीन स्तूप और पिछले राजवंशों के बनाए मठ देखने को मिल जाते हैं. इस मठ में दुनियाभर से लोग धर्मग्रंथों का अध्ययन करने, मेडिटेशन और योग करने आते हैं. यहां ट्रेकिंग का लुत्फ उठा सकते हैं.
नगरकोट
काठमांडू से 28 किलोमीटर दूर बसा नगरकोट से हिमालय का शानदार नजारा देखने को मिलता है. काठमांडू घाटी के किनारे बसे नगरकोट की खूबसूरती देखने लायक है. यहां की खूबसूरती अन्नपूर्णा, मानसलू, लंगटांग, जुगल, एवरेस्ट, नुम्बुर, गणेश हिमाल और रोल्वलिंग जैसी पर्वतमालाएं बढ़ा रही हैं.
जनकपुर
माता सीता की जन्मस्थली जनकपुर में ही भगवान राम और सीता माता का विवाह हुआ था. इसे तालाबों का शहर भी कहा जाता है. यहां 70 से ज्यादा तालाब होने का दावा है. इस जगह आपको प्राचीन और पूजनीय हिंदू महाकाव्य, रामायण के साथ इसके महत्व देखने को मिलते हैं. यहां बड़ी संख्या में टूरिस्ट पहुंचते हैं.
ये भी पढ़ें
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, लाइफस्टाइल और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
महाराष्ट्र
विश्व
बॉलीवुड
क्रिकेट
Advertisement
संजीव श्रीवास्तव, फॉरेन एक्सपर्ट
Opinion