Difference In Mountain And Hill: गर्मी के मौसम में घुमने के लिए ज्यादातर लोग हिल स्टेशन या फिर माउंटेन चुनते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि माउंटेन और हिल के बीच क्या अंतर (Difference In Mountain And Hill) होता है. अधिकतर लोगों को यही लगता है कि पहाड़ और हिल दोनों एक ही होते हैं लेकिन ऐसा नहीं है, दोनों का अलग-अलग मतलब होता है. आइए जानते हैं...
पहाड़ क्या होते हैं
ऊंची-ऊंची चोटियों को पहाड़ कहते हैं. माउंटेन प्राकृतिक तौर पर बनते हैं और काफी ऊंचे होते हैं. आमतौर पर इनकी ऊंचाई 2,000 मीटर से ज्यादा होती है. हमारी धरती पर गोलाकार रूप में चट्टान और मिट्टी से बने पर्वत का निर्माण फाल्टिंग के कारण हुआ है. वैज्ञानिकों के मुताबिक, जब पृथ्वी की दो टेक्टोनिक प्लेट्स एक-दूसरे से टकराती हैं, तब एक प्लेट दूसरी प्लेट के नीचे चली जाती है. इस दौरान ऊपर वाली प्लेट धरती के बाहर आ जाती है और पहाड़ बन जाती हैं.
एक पहाड़ बनने में कितना वक्त लगता है
पहाड़ बनने की प्रक्रिया काफी लंबी होती है. इसमें करोड़ों साल लग जाते हैं. पहाड़ साल दर साल 5 से 10 इंच तक बढ़ते हैं. क्योंकि लावा, चट्टान के खिसकने और गैसों के भारी दबाव के चलते पृथ्वी के बाहर निकलकर आ जाते हैं. पहाड़ की ऊंचाई होने के चलते इस पर चढ़ना काफी मुश्किल भरा होता है. पहाड़ों पर दो या उससे ज्यादा जलवायु और वनस्पति की विविधताएं देखने को मिलती है.
हिल्स क्या होते हैं
अब हिल्स की बात करें तो ये पहाड़ों की तुलना में कम ऊंचे होते हैं. हिल्स दो हजार मीटर से कम ऊंचाई वाले होते हैं. पहाड़ों की तरह ही फॉल्टिंग की मदद से इनका भी निर्माण होता है. हिल्स की चढ़ाई सीधी यानी खड़ी नहीं होती है. कई जगह हिल्स पहाड़ों का ही हिस्सा होते हैं. उदाहरण से समझें तो दिल्ली राष्ट्रपति भवन का निर्माण एक हिल पर हुआ है, जिसका नाम रायसीना हिल्स है.
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