एक्सप्लोरर
Advertisement
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/Premium-ad-Icon.png)
यहां है भारत की आखिरी सड़क, जहां से खड़े होकर दिख जाता है श्रीलंका! घूमने के लिए है बेस्ट प्लेस
Bharat Ki Akhiri Sadak : भारत के आखिरी सड़क का इतिहास जितना दिलचस्प है, नजारा भी उतना ही खूबसूरत. समुद्र की गोद में बसे हुए इस जगह का संबंध भगवान राम से जुड़ा हुआ है.
![यहां है भारत की आखिरी सड़क, जहां से खड़े होकर दिख जाता है श्रीलंका! घूमने के लिए है बेस्ट प्लेस Travel Tips know about bharat ki akhiri sadak history releted to south india ram setu यहां है भारत की आखिरी सड़क, जहां से खड़े होकर दिख जाता है श्रीलंका! घूमने के लिए है बेस्ट प्लेस](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/11/20/268dd6b1b1a991690eeafe767e8ae2ad1668923588708506_original.jpeg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
यह है भारत की आखिरी सड़क
Bharat Ki Akhiri Sadak Facts : दक्षिण भारत अपने खूबसूरत लोकेशन के लिए पूरी दुनिया में फेमस है. यहां कई टूरिस्ट प्लेस हैं जिनका दीदार करने लोग देश ही नहीं, बल्कि विदेश से भी आते हैं. साथ-साथ कुछ जगह यहां पर ऐसी है कि जो काफी अलग भी मानी जाती हैं. इन्हीं शानदार लोकेशन में से एक है भारत की आखिरी सड़क (Bharat Ki Akhiri Sadak ), जो तमिलनाडु (Tamil Nadu) राज्य में स्थित है. इस सड़क से भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका को आसानी से देखा जा सकता है. एक ऑफबीट डेस्टिनेशन के चलते इस टूरिस्ट प्लेस (Tourist Place) को काफी पसंद किया जाता है.
भारत की आखिरी सड़क का नाम
तमिलनाडु के दक्षिण-पूर्व में मौजूद है धनुषकोडी. ये जगह रामेश्वरम द्वीप के किनारे मौजूद हैं और इसे भारत-श्रीलंका की स्थलीय सीमा के रूप में भी जाना जाता है. इसका क्षेत्रफल सिर्फ 50 गज का है और आधार बालू का एक ढेर है. लेकिन इसकी खूबसूरती सबके मन को मोह लेती है. लंबे समय तक ये जगह वीरान और सुनसान पड़ी हुई थी, लेकिन बीते कुछ समय से यहां पर टूरिस्ट आने लगे हैं.
धनुषकोडी से जुड़ी हैं ये रहस्यमयी बातें
बेहतरीन टूरिस्ट लोकेशन में से एक इस धनुषकोडी का अधिकतर हिस्सा आज भी वीरान पड़ा है. यहां पहले घर, हॉस्पिटल, होटल और पोस्ट ऑफिस जैसी जगह थी, लेकिन एक चक्रवात की वजह से सब बर्बाद हो गया था. जिसमें करीब 1500 से ज्यादा लोगों की जान गई थी. और तभी से इस जगह के अधिकतर हिस्से वीरान पड़े हैं.
भगवान राम से जुड़ा है नाता
धनुषकोडी रामेश्वरम से सिर्फ 15 किलोमीटर की दूरी पर है और इसका संबंध भगवान राम से जुड़ा है. रामायण काल में भगवान राम ने हनुमान जी को राम सेतु बनाने का आदेश इसी जगह से दिया था. मान्यता है कि सीता माता को लंका से मुक्त करवाने के बाद भगवान राम ने अपने धनुष से राम सेतु को तोड़ दिया था, इसलिए इस जगह का नाम धनुषकोडी हो गया.
ये भी पढ़ें
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, लाइफस्टाइल और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें Khelo khul ke, sab bhool ke - only on Games Live
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
बिहार
इंडिया
हिमाचल प्रदेश
Advertisement
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![सत्येंद्र प्रताप सिंह](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/f03ee59d866d8c73249c67ff0940eceb.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)
सत्येंद्र प्रताप सिंहवरिष्ठ पत्रकार
Opinion