Bharat Ki Akhiri Sadak Facts : दक्षिण भारत अपने खूबसूरत लोकेशन के लिए पूरी दुनिया में फेमस है. यहां कई टूरिस्ट प्लेस हैं जिनका दीदार करने लोग देश ही नहीं, बल्कि विदेश से भी आते हैं. साथ-साथ कुछ जगह यहां पर ऐसी है कि जो काफी अलग भी मानी जाती हैं. इन्हीं शानदार लोकेशन में से एक है भारत की आखिरी सड़क (Bharat Ki Akhiri Sadak ), जो तमिलनाडु (Tamil Nadu) राज्य में स्थित है. इस सड़क से भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका को आसानी से देखा जा सकता है. एक ऑफबीट डेस्टिनेशन के चलते इस टूरिस्ट प्लेस (Tourist Place) को काफी पसंद किया जाता है.
भारत की आखिरी सड़क का नाम
तमिलनाडु के दक्षिण-पूर्व में मौजूद है धनुषकोडी. ये जगह रामेश्वरम द्वीप के किनारे मौजूद हैं और इसे भारत-श्रीलंका की स्थलीय सीमा के रूप में भी जाना जाता है. इसका क्षेत्रफल सिर्फ 50 गज का है और आधार बालू का एक ढेर है. लेकिन इसकी खूबसूरती सबके मन को मोह लेती है. लंबे समय तक ये जगह वीरान और सुनसान पड़ी हुई थी, लेकिन बीते कुछ समय से यहां पर टूरिस्ट आने लगे हैं.
धनुषकोडी से जुड़ी हैं ये रहस्यमयी बातें
बेहतरीन टूरिस्ट लोकेशन में से एक इस धनुषकोडी का अधिकतर हिस्सा आज भी वीरान पड़ा है. यहां पहले घर, हॉस्पिटल, होटल और पोस्ट ऑफिस जैसी जगह थी, लेकिन एक चक्रवात की वजह से सब बर्बाद हो गया था. जिसमें करीब 1500 से ज्यादा लोगों की जान गई थी. और तभी से इस जगह के अधिकतर हिस्से वीरान पड़े हैं.
भगवान राम से जुड़ा है नाता
धनुषकोडी रामेश्वरम से सिर्फ 15 किलोमीटर की दूरी पर है और इसका संबंध भगवान राम से जुड़ा है. रामायण काल में भगवान राम ने हनुमान जी को राम सेतु बनाने का आदेश इसी जगह से दिया था. मान्यता है कि सीता माता को लंका से मुक्त करवाने के बाद भगवान राम ने अपने धनुष से राम सेतु को तोड़ दिया था, इसलिए इस जगह का नाम धनुषकोडी हो गया.
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