Ranganatha Swami Temple : भारत में एक सिरे से दूसरे सिरे तक अद्भुत और अलौकिक मंदिर हैं. हर मंदिर की अपनी कहानी और अपनी विशेषताएं हैं. कश्मीर से कन्याकुमारी तक आप भी कई ऐसी जगहों पर गए होंगे लेकिन शायद ही दक्षिण भारत के श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर (Ranganatha Swami Temple) गए होंगे.  तमिलनाडु में कावेरी और कालीदाम नदी के बीचोबीच टापू पर बना यह मंदिर दुनिया का सबसे विशाल पूजनीय मंदिर है. मंदिर में भगवान विष्णु, श्रीराम, श्रीकृष्ण और मां लक्ष्मी विराजमान हैं. इस मंदिर की कई विशेषताएं आपको आश्चर्य में डाल देंगी. तो चलिए जानते हैं श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर के अमेजिंग फैक्ट्स..

बेहद विशाल है श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर


श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर इतना विशाल है कि इसमें यूरोप की सबसे प्रसिद्ध शहर वैटिकन सिटी बस जाए. मंदिर का परिसर भी अपने आप में अद्भुत है. मुख्य मंदिर रंगनाथ स्वामी मंदिर नाम से जाना जाता है. यहां भगवान विष्णु शयन मुद्रा में विराजमान है.

गजब है मंदिर की वास्तुकला और शैली


इस मंदिर का निर्माण द्रविड़ियन शैली में है. होयसाला और विजयनगर वास्तुकला का यह अद्भूत उदाहरण है. इस मंदिर की दीवारें काफी मजबूत किले जैसी हैं और नक्कासी से सजा गोरूपम बेहद खूबसूरत है. यहां के चार स्तंभों पर भगवान विष्णु के 24 अवतार दिखाए गए हैं. इन स्तंभो को चतुरविमष्टी कहते हैं.

दिवाली से पहले सबसे बड़ा उत्सव


रंगनाथ स्वामी मंदिर का उत्सव भी दिव्य होता है. दिवाली के पहले कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की दूज से एकादशी तक 9 दिनों का पर्व मनाया जाता है. इसे ओंजल उत्सव कहा जाता है. इस उत्सव में श्री रंगनाथ स्वामी की भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है. इस दौरान वैदिक मंत्रों और तमिल गीतों का उच्चारण दिव्यता दिखाती है.

गर्मी की छुट्टियों में घूम आएं श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर 


अगर आप श्री रंगनाथ स्वामी मंदिर जाना चाहते हैं तो गर्मी की छुट्टियों में प्लान बना सकते हैं. मंदिर में दर्शन करने के साथ ही आप कई बेहतरीन और खूबसूरत टूरिस्ट स्पॉट्स को भी एंजॉय कर सकते हैं. समर वेकेशन में तमिलनाडु की कई जगहें सैलानियों से पटी रहती हैं.

 

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