River Cruise MV Ganga Vilas: प्रधानमंत्री मोदी 13 जनवरी को यानी कल वीडियो कांफ्रेंस के जरिए वाराणसी में गंगा नदी के समीप दुनिया के सबसे लंबे ऐतिहासिक रिवर क्रूज 'गंगा विलास' को हरी झंडी दिखाने वाले हैं. 'गंगा विलास' की यात्रा का साक्षी बनने के लिए कम से कम 32 विदेशी टूरिस्ट की टीम वाराणसी के रामनगर टर्मिनल पहुंची हुई है. इन विदेशी टूरिस्ट का मंगलवार को शहनाई की धुन पर माला पहनाकर स्वागत किया गया. इस यात्रा का हिस्सा बनने के लिए विदेश से आए टूरिस्ट काफी एक्साइटेड नजर आए. 'MV गंगा विलास' को रामनगर टर्मिनल से रविदास घाट पर लाया जाएगा. इस यात्रा की शुरुआत 13 जनवरी को रविदास घाट से डिब्रूगढ़ के लिए नदी के रास्ते होगी.
क्रूज के डायरेक्टर राज सिंह ने कहा कि इस चलते-फिरते फाइव स्टार होटल में 18 कमरे हैं. इन कमरों में 36 टूरिस्ट ठहर सकते हैं. इसके अलावा, इसमें 40 क्रू मेंबर के रहने की भी व्यवस्था है. इस क्रूज में सैलून, स्पा और जिम जैसी फैसिलिटीज़ भी हैं. सिंह ने बताया कि टूरिस्ट को रोजाना 25 से 50 हजार रुपये तक किराया देना होगा. उन्होंने यह भी बताया कि गंगा विलास क्रूज 'पॉल्यूशन फ्री सिस्टम' और 'नॉइस कंट्रोल टेक्नोलॉजी' से लैस है. इस में STP प्लांट है, जिससे किसी भी तरह का मल जल गंगा में नहीं जा सकेगा. क्रूज में फिल्ट्रेशन प्लांट भी लगा हुआ है, जिससे गंगा के पानी को शुद्ध करके उसे नहाने और दूसरे कामों के इस्तेमाल में लिया जाएगा.
51 दिनों में 3200 किलोमीटर का सफर
न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, इस रिवर क्रूज में 40 हजार लीटर का फ्यूल टैंक और 60 हजार लीटर का ताजा पानी का टैंक है. राज सिंह ने बताया कि गंगा विलास वाराणसी से अपनी यात्रा को शुरू करेगा और 51 दिनों में 3200 किलोमीटर की कुल दूरी तय करेगा. ये क्रूज बांग्लादेश होते हुए असम के डिब्रूगढ़ तक जाएगा. अपने सफर के दौरान ये क्रूज भारत और बांग्लादेश से गुजरने वाली 27 नदियों के मार्ग से अपने गंतव्य तक पहुंचेगा.
36 टूरिस्ट हो सकेंगे सवार
उत्तर प्रदेश के टूरिज्म मिनिस्टर जयवीर सिंह ने बुधवार को एक बयान में बताया कि गंगा विलास क्रूज दुनिया के सामने बेहतर प्रदर्शन के लिए तैयार किया गया है. विश्व विरासत स्थलों, नदियों, घाटों, राष्ट्रीय उद्यानों, बिहार में पटना, झारखण्ड में साहिबगंज, पश्चिम बंगाल में कोलकाता, बांग्लादेश में ढाका और असम में गुवाहाटी जैसे प्रमुख शहरों समेत 50 टूरिस्ट डेस्टिनेशन्स पर 51 दिन का सफर होगा. इस क्रूज में 3 देशों- स्विटजरलैण्ड, जर्मनी के 36 टूरिस्ट सवार होंगे. क्रूज काशी से चल कर 27 नदियों के जरिए 50 टूरिस्ट प्लेस के साथ-साथ 3200 किमी की दूरी तय करेगा.
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