नई दिल्लीः आजकल की भागदौड़ की जिंदगी में लोग खाने को बहुत अहमियत नहीं देते. नतीजन, वे डायट पिल्स ले लेते हैं. डायट पिल्स में विटामिंस, मिनरल्स और कई तरह के खनिज पदार्थ होते हैं जो कि खाने की कमी को पूरा करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं ये डायट पिल्स आपमें ईटिंग डिसऑर्डर की समस्या को बढ़ा सकते हैं? जानिए, क्या कहती है हाल ही में आई रिसर्च.


शोधकर्ता और लेखक जॉर्डन लेविंसन का कहना है कि जो लोग काम के दबाव में या फिर वजन कम करने के लिए खाने के बजाय डायट पिल्स या सिरप का उपयोग करते हैं, उन्हें एक से तीन साल के भीतर खाने के विकार यानि ईटिंग डिसऑर्डर होने का खतरा रहता है.


हार्वर्ड चैन स्कूल में सोशल एंड बिहेवियर साइंस विभाग में एक प्रोफेसर और वरिष्ठ लेखक एस. ब्रायन ऑस्टिन ने कहा कि ये पहले से ही पता है कि डायट पिल्स सेहत के लिए खतरा है लेकिन हम रिसर्च के माध्यम से ये जानना चाहते थे कि क्या ये ईटिंग डिसऑर्डर का भी कारण बन सकते हैं.


अमेरिकन जर्नल ऑफ पब्लिक हेल्थ (AJPH) में पब्लिश रिसर्च में कहा गया कि स्वस्थ तरीके से यदि वजन कम करना है तो डायट पिल्‍स की सिफारिश डॉक्टर्स द्वारा नहीं की जाती. डायट पिल्स लेने से ईटिंग डिसऑर्डर के अलावा हाई ब्लडप्रेशर, लिवर और किडनी संबंधी गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं.


शोधकर्ताओं ने 14 से 36 वर्ष की उम्र 10,058 महिलाओं और लड़कियों पर ये रिसर्च की. इस रिसर्च को 2001 से 2016 तक के बीच के आंकड़ों को शामिल किया गया.


रिसर्च के नतीजों में पाया गया कि डायट पिल्स का उपयोग करने वाले 1.8% लोगों ने एक से तीन साल के दौरान या पहले ही ईटिंग डिसऑर्डर की शिकायत की. वहीं सिर्फ वजन कम करने वाले प्रतिभागियों ने जब इन पिल्स का इस्‍तेमाल किया तो उनमें से 4.2% ने ईटिंग डिसऑर्डर की शिकायत की.


शोधकर्ताओं ने रिसर्च के दौरान पाया कि वजन कंट्रोल करने के लिए इन उत्पादों के उपयोग से न सिर्फ ईटिंग डिसऑर्डर होता है बल्कि पाचन तंत्र भी बुरी तरह से प्रभावित होता है.


ये खबर रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.