विशेषज्ञ से मान्यता प्राप्त हर्बल काढ़ा का रोजाना करें इस्तेमाल, इम्यूनिटी बढ़ाने का करेगा काम
जड़ी-बूटियों और मसालों से बना गर्म काढ़ा पीना आपके अंदरुनी सिस्टम को मजबूत करने और बीमारी की वजह बननेवाले रोगाणुओं से लड़ने में मदद कर सकता है. रोजाना सुबह में इस्तेमाल से आपके लंग की सेहत और इम्यून का स्वास्थ्य बढ़ाने में मदद कर सकता है.
अपनी इम्यूनिटी बढ़ाना खतरनाक कोरोना वायरस से खुद को बचाने के लिए अभी बहुत जरूरी है. एंटी ऑक्सीडेंट्स और पोषण से भरपूर फूड को अपनी डाइट में शामिल करना और स्वस्थ जीवनशैली की आदत का पालन करना अपने अंदरुनी सिस्टम को मजबूत करने का एक तरीका है. दूसरा प्रभावी तरीका हर्बल का मिश्रण पीना है. जड़ी-बूटियों और मसालों से बना गर्म काढ़ा पीना आपके अंदरुनी सिस्टम को मजबूत करने और बीमारी की वजह बननेवाले रोगाणुओं से लड़ने में मदद कर सकता है. आपके लिए अन्य शानदार रेसिपी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए है. वेलनेस कोच ल्यूक कूटिनहो ने अपने इंस्टाग्राम हैंडिल पर हर्बल मिश्रण की रेसिपी को शेयर किया है जो आपके लंग की सेहत और इम्यून का स्वास्थ्य बढ़ाने में मदद कर सकता है.
सामग्री
1 नींबू का जूस
1 दालचीनी
3-4 लहसुन के दाने
1 कद्दूकस अदरक
7-8 तुलसी के पत्ते
1 चम्मच मेथी
कैसे ड्रिंक तैयार करें
एक गहरी कढ़ाही लें और उसमें 2 लीटर पानी उड़ेलें. दालचीनी, लहसुन के दाने, अदरक, तुलसी के पत्ते और मेथी को पानी में शामिल करें और कुछ मिनट के लिए उसे उबलने दें. जब एक बार पानी उबलना शुरू हो जाए, तब आंच को मद्धिम कर दें और मिश्रण को 3-4 मिनट के लिए उबलने दें. अब गैस चूल्हे को बुझा दें और ड्रिंक को ठंडा होने दें. बोतल में उसे उड़ेलने से पहले ड्रिंक को छान लें. दिन में दो बार कम से कम 250 मिलीलीटर मिश्रण का सेवन करें और उसे पीने से पहले नींबू शामिल करें. आप फ्रिज से बाहर दिन भर ड्रिंक को स्टोर भी कर सकते हैं.
इस मिश्रण को पीने के फायदे
मिश्रण को तैयार करने के लिए इस्तेमाल की गई सभी सामग्री हर किचन में आम तौर से पाई जाती है. उनको एक साथ रखना मिश्रण का संभावित लाभ बढ़ा सकता है.
तुलसी के पत्ते
तुलनी के पत्ते प्राकृतिक इम्यूनिटी बूस्टर के तौर पर काम करते हैं. रोजाना तुलसी के चंद पत्ते खाना सूजन और संक्रमण से लड़ सकता है. उसका एंटी बैक्टीरियल, एंटी वायरल और एंटी फंगल गुण वायरस से लड़ सकता है और सांस के संक्रमण को रोक सकता है. जड़ी बूटी बुखार, सर्दी, खांसी और अन्य वायरस संक्रमण को रोकने में भी मदद कर सकती है.
दालचीनी
सुगंधित मसाले का इस्तेमाल अक्सर मीठी डिश तैयार करने में किया जाता है. ये एंटी ऑक्सीडेंट्स के भरपूर स्रोत जैसे पॉलीफिनोल और प्रोअंथोसाइनिडिन होता है. मसाले का एंटी वायरल, एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल गुण बाहरी रोगाणुओं के संक्रमण की संभावना को कम करने में मदद कर सकता है.
मेथी
मेथी का शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट और सूजन रोधी गुण पानी के जमाव को हटाने, अपच और अन्य पाचन समस्याओं में मदद कर सकता है. इसके अलावा, मेथी में एमिनो एसिड के यौगिक इंसुलिन स्राव को उत्तेजित और ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में मदद करता है.
लहसुन
साबुत लहसुन में एलिन नामक यौगिक होता है. ये यौगिक संक्रमण से लड़ने और बीमारियों को रोकने में मदद कर सकता है.
अदरक
अदरक में मजबूत सूजन रोधी और एंटी ऑक्सीडेंट प्रभाव होता है जो इम्यून स्वास्थ्य को बढ़ा सकता है. एंटी ऑक्सीडेंट से भरपूर फूड जैसे अदरक का इस्तेमाल सूजन से लड़ सकता है और आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत कर सकता है. कई रिसर्च से पता चलता है कि अदरक इम्यून रिस्पॉन्स को बढ़ाने में प्रभावी है.