Varun Dhawan Vestibular Hypofunction: समांथा अक्किनेनी (Samantha Akkineni) के बाद अब वरुण धवन (Varun Dhawan) ने अपनी बीमारी को लेकर खुलासा किया है. हाल ही में वरुण ने बताया कि वह एक गंभीर बीमारी वेस्टीबुलर हायपोफंक्शन से जूझ रहे हैं. इस बीमारी में इंसान धीरे-धीरे अपने शरीर का बैलेंस खोने लगता है. हाल ही में इंडिया टूडे को दिए एक इंटरव्यू में वरुण ने खुलासा किया कि मैंने खुद पर इतना प्रेशर दे दिया था जिसकी सजा मैं अभी तक भुगत रहा हूं. यही वजह है कि मैं वेस्टीबुलर हायपोफंक्शन से जूझ रहा हूं. 


क्या है वेस्टिबुलर हाइपोफंक्शन


वेस्टिबुलर हाइपोफंक्शन में कान का संतुलन वाला हिस्सा जो दिमाग को मैसेज भेजता है. वह ठीक से काम करना बंद कर देता है. यह एक तरफ हाइपोफंक्शन है या सिर के दोनों तरफ अगर ऐसा होने लगा तो दोतरफा हाइपोफंक्शन हो सकता है. इस बीमारी में कान के अंदर एक हिस्सा होता है जिसका असर पूरे बॉडी पर पड़ता है. जिससे यह बॉडी बैलेंस का काम करता है. अगर यही ठीक से काम न करे तो बॉडी अपना बैलेंस खोने लगता है. 


लक्षण और इलाज


कान में खराब ब्लड सर्कुलेशन, इंफेक्शन, कैल्शियम का कचरा होने के कारण यह बीमारी हो सकती है. बीमारी के कई तरह के लक्षण हो सकते हैं जैसे- चक्कर आना, किसी चीज में ध्यान न लगना, कोई भी चीज धुंधला दिखना. ड्राइविंग करते वक्त भी देखने और गाड़ी चलाने में दिक्कत होना.  कुछ मामलों में, मरीजों को उल्टी, चिंता, उल्टी भी महसूस हो सकती है. साथ ही इसमें धीरे-धीरे सुनने की शक्ति भी खत्म होने लगती है. 


वेस्टिबुलर हाइपोफंक्शन का इलाज कैसे किया जा सकता है?


वीएच के इलाज के लिए कई तरीके निकाले गए हैं, जिसमें एंटीबायोटिक्स या एंटीफंगल उपचार या यहां तक कि सर्जरी के जरिए भी इसका इलाज किया जा सकता है. इसका इलाज बहुत स्लो है लेकिन अगर समय पर नहीं किया गया तो यह घातक साबित हो सकता है. 


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