Intermittent Fasting: आजकल बढ़ते मोटापे से हर कोई परेशान है. वहीं कुछ लोगों ने डाइटिंग से लेकर एक्सरसाइज तक सब आजमा लिया है इसके बाद भी उनको फायदा नहीं होता है. अगर आपके साथ ही ऐसा ही है तो आप इंटरमिटेंट फास्टिंग अपना सकते हैं. यह एक तरह का व्रत रखने का तरीका है. इस फास्टिंग को काफी असरदार पाया गया है. आमतौर पर वजन घटाने के लए इसकी सलाह दी जाती है. ऐसे में अब हम यहां आपको बताएंगे कि इंटरमिटेंट फास्टिंग कैसे की जाती है. चलिए जानते हैं.
क्या है इंटरमिटेंट फास्टिंग?
इंटरमिटेंट फास्टिंग एक ऐसी डाइट है जिसमें व्रत के साथ-साथ खाने का एक अलग तरीका है. इस व्रत का एक निर्धारित समय होता है. जिसे कोई भी व्यक्ति अपने सुविधानुसार फॉलो कर सकता है. इस दौरान 15 घंटे का व्रत करना होता है और 8 घंटे के वक्त खाने के लिए रखा जाता है. बाकी बचे 14 से 20 घंटों में भूख महसूस होने पर सिर्फ पानी पीने की इजाजत होती है.
इंटरमिटेंट फास्टिंग के समय ध्यान रखें ये बातें-
इस फॉस्टिंग में कैलोरी वाली चीजों का सेवन पूरी तरह से बंद कर दिया जाता है. इसके साथ ही अधिक से अधिक पानी का सेवन करें जिससे आपका शरीर हमेशा हाईड्रेट रहे. आप पानी के अलावा नारियल पानी जैसे ड्रिंक भी पी सकते हैं. फास्टिंग तोड़ने के बाद हल्की चीजों का सेवन करें. लगातार फास्टिंग की आदत न डाले.
भोजन स्किप करना- इंटरमिटेंट फास्टिंग का यह डाइट प्लान भी काफी पॉपुलर है. इसमें सप्ताह में 2 बार एक समय का खाना स्किप करना होता है. उदाहरण के लिए आप पहले दिन तीनों समय का खाना खा रहे हैं तो दूसरे दिन ब्रेकफास्ट न करे. इसकी तरह पांचवे दिन डिनर न करें.
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Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.