Hair Elasticity: रूखे, बेजान, ड्राई, फ्रिजी हेयर के बारे में तो आपने कई बार लोगों से सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि हेयर इलास्टिसिटी भी आपके बालों को बहुत प्रभावित कर सकती है. अगर आपके बालों में इलास्टिसिटी नहीं है, तो यह बीच से टूटने लगते हैं और कमजोर हो जाते हैं. ऐसे में आज हम आपको बताते हैं हेयर इलास्टिसिटी के बारे में और वह कारक जो इनको प्रभावित करते हैं और इससे बचने के उपाय.

 

क्या होती है हेयर इलास्टिसिटी 

जब हम एक बाल को खींचते हैं तो यह एक रबड़ की तरह हल्के से खींचते हुए नजर आते हैं. इसे ही हेयर इलास्टिसिटी कहा जाता है. जब आपके बाल मजबूत होते हैं, तो इलास्टिसिटी भी अच्छी होती है और बाल खींचने से टूटते नहीं है और खींचने के बाद भी वापस शेप में आ जाते हैं. वहीं जब बालों की इलास्टिसिटी कम हो जाती है, तो खींचने के बाद उनके टूटने का खतरा ज्यादा हो जाता है. हेयर इलास्टिसिटी बालों की ओवरऑल स्ट्रैंथ के लिए बहुत जरूरी होती है.

 

हेयर इलास्टिसिटी को प्रभावित करने वाले कारक

1. हेयर इलास्टिसिटी को प्रभावित करने वाले कारकों में सबसे पहले नमी और प्रोटीन की कमी आती है. अगर आपके बाल में नमी नहीं है, तो उसकी इलास्टिसिटी धीरे-धीरे कम होने लगती है. इतना ही नहीं बालों को अगर ठीक तरीके से प्रोटीन नहीं मिलता तो भी बालों की इलास्टिसिटी कम हो जाती है और बाल कमजोर होने लगते हैं.

 

2. हीटिंग टूल्स, कर्लर या ब्लो ड्रायर का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करने से भी बालों की इलास्टिसिटी कम होती जाती है और बाल बेजान होकर बीच में से टूटने लगते हैं.

 

3. अगर आप हेयर कलर या परमानेंट हेयर स्ट्रेटनिंग बार-बार करवाते रहते हैं, तो इसके हार्मफुल केमिकल्स आपके बालों की इलास्टिसिटी को नुकसान पहुंचा सकते हैं और बालों को कमजोर बना सकते हैं.

 

4. धूप की तेज और हानिकारक यूवी किरणें और पॉल्यूशन के संपर्क में आने से भी हेयर इलास्टिसिटी प्रभावित होती है.

 

5. अगर आप प्लास्टिक के कठोर हेयर ब्रश का इस्तेमाल करते हैं तो इससे भी हेयर इलास्टिसिटी प्रभावित हो सकती है, क्योंकि इससे होने वाले घर्षण से बाल कमजोर होने लगते हैं.

 

हेयर इलास्टिसिटी कैसे बढ़ाएं

1. हेयर इलास्टिसिटी बढ़ाने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि आप अपने बालों को नमी और प्रोटीन देते रहें, इसके लिए आप हेयर ऑयलिंग और हेयर मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.

 

2. हफ्ते में एक या दो बार डीप कंडीशनिंग करने से भी बालों की नमी का स्तर बना रहता है और हेयर इलास्टिसिटी बढ़ती है.

 

3. बालों पर बार-बार केमिकल ट्रीटमेंट लेने से बचें. इसकी जगह आप नेचुरल तरीके से बालों को कलर करें या स्ट्रेट करने की कोशिश करें.

 

4. रोजाना हीटिंग टूल्स जैसे ब्लो ड्रायर या हेयर स्ट्रेटनर का इस्तेमाल ना करें, क्योंकि इससे बाल बीच से कमजोर होकर टूटने लगते हैं.

 

5. धूप, धूल, मिट्टी और प्रदूषण से बचने के लिए अपने बालों को स्कार्फ से प्रोटेक्ट करें. इससे धूप की यूवी किरणों और प्रदूषण से आप काफी हद तक बच सकते हैं.

 

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