मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक अक्तूबर में जितनी गर्मी पड़ रही है वह इंसान के हेल्थ के लिए खतरनाक साबित हो सकती है.  1 जून से  30 सितंबर तक चलने वाले मानसून सीजन अब खत्म होने वाला है. शारदीय नवरात्र की शुरुआत हो गई है लेकिन यूपी में फिलहाल इतनी ज्यादा गर्मी पड़ रही है कि इसका असर सेहत पर पड़ रहा है. इस वक्त सुबह और शाम का मौसम खुशनुमा हो जाता है. गुरुवार के दिन पूरे यूपी में भीषण गर्मी पड़ी है. 


अक्टूबर में गर्मी 


अमर उजाला में छपी खबर के मुताबिक आंचलिक विज्ञान केंद्र लखनऊ के मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह का कहना है कि अक्तूबर में तापमान बढ़ने के चांसेस हैं. प्रशांत क्षेत्र के किनारे अल नीनो स्थितियों के मानसून के बाद धीरे-धीरे ला-निना जैसी स्थिति हो रही है. जिसके कारण अक्तूबर में भीषण गर्मी पड़ रही है. 


गर्मी की वजह से किडनी कैसे खराब हो जा रही है


हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, गर्मी की वजह से बहुत ज्यादा पसीना निकलता है. जिससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जो डिहाइड्रेशन की कंडीशन है. जिसकी वजह से खून गाढ़ा हो जाता है और ब्लड फ्लो कम हो जाता है.


ब्लड सर्कुलेशन सही तरह न होने से किडनी तक खून की सप्लाई सही तरह नहीं हो पाती है. जिसकी वजह से किडनी के फिल्टर प्रॉसेस पर असर पड़ता है, वह अपनी फिल्टर की क्षमता खो देती है और शरीर से गंदगी बाहर नहीं निकल पाती है. इसे एक्यूट रीनल फेलियर कहते हैं. इस समस्या को कुछ घंटे के अंदर भी हो सकती है.


एक्यूट रीनल फेलियर कितना खतरनाक


डॉक्टर के मुताबिक, एक्यूट रीनल फेलियर के ज्यादातर मरीज एक महीने के भीतर ही रिकवर हो जाते हैं लेकिन कुछ मामले ऐसे भी हैं, जब किडनी रिकवर नहीं हो पाती है. ऐसे में डायलिसिस की जरूरत पड़ती है. दरअसल, जब किडनी शरीर की गंदगी के फिल्टर नहीं कर पाती है तो शरीर में पोटैशियम और क्रिएटिनिन की मात्रा बढ़ जाती है. इन जहरीली चीजों को बाहर निकालने के लिए डायलिसिस की मदद ली जाती है.


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एक्यूट रीनल फेलियर के संकेत


हाई ब्लड प्रेशर
यूरिन कम आना
हाथ पैर या दूसरे अंगों में सूजन


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एक्यूट रीनल फेलियर से कैसे बचें


हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि, इस भीषण गर्मी में शरीर की पानी की जरूरतों को समझकर सही मात्रा में पानी पिएं. ज्यादा से ज्यादा लिक्विड पिएं. फील्ड वर्क करने वालों को हर घंटे पानी पीना चाहिए. अपने साथ एक स्टील की बोतल रखें. उसमें पानी के अलावा नींबू-नमक या आम का पना पी सकते हैं. बीपी की समस्या वाले नमक अवॉयड करें. इससे एक्यूट रीनल फेलियर जैसी गंभीर समस्या से बच सकते हैं.


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