(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Hygiene Tips: परिवार को हेल्दी रखना है तो इतने दिन में जरूर बदल लें अपनी बेडशीट
आपका बिस्तर आपको हेल्दी भी बना सकता है और अस्थमा जैसी खतरनाक बीमारी का मरीज भी. यह आपके ऊपर है कि आप अपने बेड को कितना हाइजेनिक रखते हैं. यहां जानें बेडशीट बदलने और पिलो कवर चेंज करने का सही समय
Bed Sheet Cleaning: घर की साफ-सफाई होना बहुत जरूरी है और ज्यादातर लोग अपने स्तर पर अपने घर को साफ रखने का हर संभव प्रयास करते हैं. लेकिन लाख साफ-सफाई के बीच एक चीज जो हम अक्सर अनदेखी कर देते हैं, वह है हमारे बेड पर बिछ रही बेडशीट. ज्यादातर लोग इसे 15 दिन यानी दो सप्ताह में बदलते हैं तो कुछ लोग पूरा महीना एक ही बेडशीट में निकाल देते हैं. अब सवाल यह बनता है कि इनमें से सही कौन है? आखिर बेटशीट बदलने का सही समय क्या है? और हेल्दी रहने के लिए कितने दिन में अपने बेड की चादर बदल लेनी चाहिए? इस बारे में यहां जानें...
कितने दिन में बदल लेनी चाहिए बिस्तर की चादर?
हेल्थ एक्सपर्ट्स की सलाह होती है कि आप अपनी बेडशीट को हर तीसरे दिन बदल लें. यदि ऐसा करना आपके लिए संभव ना हो तो कम से कम सप्ताह में एक बार बेडशीट बदल ही लेनी चाहिए. नहीं तो आपकी बेडशीट आपको बीमार करने वाले बैक्टीरिया का ब्रीडिंग ग्राउंड बन सकती है. ऐसा क्यों होता है, यहां डिटेल में जानें.
कैसे बीमार बनाती है बेडशीट?
आपका बिस्तर आपको हेल्दी भी बना सकता है और बीमार भी. ये दोनों ही बातें इस पर निर्भर करती हैं कि आप अपने बेड को किस तरह रखते हैं. यानी अगर आपका बेड साफ-सुथरा रहने के साथ ही हाइजीनिक भी रहता है तो आपकी हेल्थ में लगातार सुधार होता रहता है. क्योंकि आपकी स्किन, श्वसनतंत्र (रेस्पिरेटरी सिस्टम) और ब्रेन को पूरा आराम मिलता है.
जबकि ऐसा ना करने पर और लंबे समय तक एक ही बेडशीट यूज करने पर आपके बिस्तर में फिल्थ (Filth) जमा होने लगती है. यानी ऐसी गंदगी, जो आंखों से नहीं दिखाई देती लेकिन बीमार बनाती है.
कैसे गंदी हो जाती है बेडशीट?
आप अपना बिस्तर रोज झाड़ते हैं, हर सप्ताह वैक्यूम क्लीनर से भी साफ करते हैं, फिर आपकी बेडशीट हफ्तेभर में कैसे गंदी हो सकती है? यह प्रश्न आपके मन में जरूर उठ रहा होगा. तो इसका उत्तर यह है कि सोते समय आपकी त्वचा की मृत कोशिकाएं आपकी बेडशीट और तकिए पर गिरती हैं, जो झाड़ने के बाद भी पूरी तरह साफ नहीं हो पातीं. शरीर से निकलने वाला सीबम, ऑइल ये सब भी चादर में ही समा जाता है. इसके साथ ही वातावरण में जमा धूल के महीन कण और आपका पसीना ये सब मिलकर 7 दिनों के अंदर बेडशीट को अच्छी तरह गंदा कर देते हैं. फिर सोते समय पास की गई गैस के साथ निकले माइक्रोब्स भी इसी चादर में समाते हैं! ये सभी ऐलिमेंट्स मिलकर आपकी बेडशीट को बैक्टीरियल ग्रोथ के लिए शानदार ब्रीडिंग ग्राउंड बना देते हैं.
गंदे बिस्तर पर सोने से होने वाले रोग
यदि आप समय पर अपने बिस्तर की चादर, और तकिए का कवर नहीं बदलते हैं तो इस बात की अधिक संभावना होती है कि आप स्किन डिजीज और श्वसनतंत्र से संबंधी बीमारी का शिकार हो जाएं. जैसे...
- अस्थमा
- हर समय छींके आना
- साइनस की समस्या बढ़ना
- ऐक्ने की समस्या
- पिंपल निकलना
- त्वचा में खुजली रहना
- इन सभी समस्याओं से बचाव के लिए अच्छा है कि आप सात दिन में एक बार बेडशीट जरूर बदल लें. आपके लिए आसान होगा अगर आप यह नियम बना लें कि हर संडे को अपनी बेडशीट और पिलोकवर बदलने हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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