शाही टुकड़ा, जिसे कभी-कभी "शाही तुकड़े" भी कहा जाता है, भारतीय मिठाइयों की दुनिया में एक ऐतिहासिक और लजीज व्यंजन है. इसकी जड़ें मुगल साम्राज्य के दौरान की हैं, जब इसे राजाओं और उनके दरबारों में एक विशेष मिठाई के रूप में परोसा जाता था. शाही टुकड़ा का अर्थ होता है "रॉयल पीस" या "शाही हिस्सा", जो इसके शाही स्वाद और परंपरा को दर्शाता है. यह अपनी मिठास और रिचनेस के लिए मशहूर है.
इसे बनाने के लिए ब्रेड के टुकड़ों को घी में अच्छे से तला जाता है, फिर इन्हें चीनी के शीरे में डुबोया जाता है. इसके बाद, इन तले हुए ब्रेड के टुकड़ों को रबड़ी या मलाई से सजाया जाता है और ऊपर से कटे हुए मेवे जैसे कि पिस्ता और बादाम डाले जाते हैं. यह मिठाई अपने आप में एक राजसी स्वाद लिए हुए है, जो खास मौकों और त्योहारों पर खूब पसंद की जाती है.
जानें दिल्ली में कहां मिलता है.
पुरानी दिल्ली की संकरी गलियों में छुपा हुआ एक ऐतिहासिक खजाना है. पुरानी दिल्ली की गलियों में जामा मस्जिद सबसे पुराना फूड मार्केट है, जहां सिर्फ दिल्ली के लोग ही नहीं, बल्कि दूर-दूर के शहरों से आने वाले लोग व्यंजनों का स्वाद चखना पसंद करते हैं. जामा मस्जिद के गेट न. 1 के सामने मटिया महल वाली गली में आपको एक से एक व्यंजन चखने को मिल जाएंगे. चाहे वह मुगलई कबाब हों, दिल्ली का प्रसिद्ध बटर चिकन, या फिर गरमा गरम मेवा जलेबियां या फिर शाही टुकड़ा हर एक डिश अपने आप में एक कहानी सुनाती है यहां आपको शाही टुकड़े की कई दुकानें दिख जाएंगी.
जानें इसे कैसे परोसा जाता है
इसे ठंड़ी रबड़ी के साथ शाही टुकड़ा परोसा जाता है. यही नहीं ठंडा खाने के ज्यादा शौकीन लोग इसे आइसक्रीम के साथ खाना पसंद करते हैं. इसका मीठा और मलाईदार स्वाद हर किसी को भाता है और यह दिखने में भी उतना ही आकर्षक होता है. आइए जानते है इसके कैसे बनाया जाता है.