हुक्का और सिगरेट पीना वैसे तो दोनों सेहत के लिए खतरनाक है. मगर जब पूछा जाए कि दोनों में से ज्यादा हानिकारक कौन है, तब शायद जवाब देना मुश्किल हो जाए ? ये बहस कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के नतीजों से खत्म होती लगती है.


हुक्का, सिगरेट में कौन ज्यादा नुकसानदेह ?


शोध में पाया गया कि 30 मिनट तक हुक्का पीने का मतलब है हार्ट संबंधी जोखिम का बढ़ना. ये जोखिम उसी तरह है जैसे सिगरेट पीने से बीमारी का होना. नतीजे में पता चला कि हुक्का पीने का एक सेशन प्रति मिनट 16 धड़कन तक हृदय गति बढ़ा देता है. इसके अलावा ब्लड प्रेशर बढ़ना, धमनी का कठोर होना भी साबित हुआ है. जिसके चलते हार्ट अटैक होने की आशंका बढ़ जाती है. इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन के अध्ययन में पाया गया था कि साधारण हुक्का धूम्रपान का सेशन पूरे सिगरेट की तुलना में 20 गुना ज्यादा धुआं उड़ेलता है.


हुक्का को पाया गया ज्यादा खतरनाक


आम तौर पर सिगरेट पीने वाले 40-75 मिलीलीटर का 8-12 कश खींचते हैं. यानी एक ही वक्त में 5-7 मिनट का समय धूम्रपान में लगता है. वहीं दूसरी तरफ साधारण हुक्का धूम्रपान का सत्र 30-60 मिनट तक बचा रहता है. कभी-कभी इससे ज्यादा समय तक भी बचा रह सकता है. लिहाजा जो लोग सोचते हैं कि ‘हुक्का के धुएं का गुच्छा’ बनाना ज्यादा सकून देता है और शराब का स्वाद ‘शीशा’ ज्यादा सुरक्षित विकल्प है तो सोचिए ये आपके लिए चेतावनी है. आप हरगिज बाजार के भूल भुलैये में ना फंसे. अगर आप सोच रहे हैं कि सिगरेट छोड़कर हुक्का को अपनाकर अपना भला कर रहे हैं तो ये आपके लिए बुरी खबर है.


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