हैले बेरी को 30 वर्षों तक कीटो डाइट पर रहना पड़ा है और उनका कहना है कि इससे उनके डायबिटीज प्रबंधन में मदद मिली. 54 वर्षीय बेरी को 22 साल की उम्र में डायबिटीज का पता चला था, जिसके चलते उन्होंने अपनी स्वास्थ्य यात्रा शुरू की. जीवन बदलने वाले क्षण के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "ये ऐसा पल था जिसे मैं कभी नहीं भूला पाऊंगी. मुझे अपने जीवन जीने के तरीके को फिर से घुमाना पड़ा और तब से मेरे साथ है. क्योंकि मैं एक डायबिटीक थी, पोषण मेरी जिंदगी का बड़ा हिस्सा रहा है और करीब पिछले 30 वर्षों से मैं कीटोजेनिक जीवनशैली का पालन कर रही हूं." 


कीटो डाइट ने हैले बेरी को डायबिटीज में पहुंचाया लाभ


बेरी ने बताया कि कीटो डाइट उन्हें अंदरुनी ताकत देती है और उनकी लालसा को कम करती है. उनका मानना है कि उसने उम्र में अच्छी मदद की. 2018 में एक्ट्रेस ने इंस्टाग्राम पोस्ट में विस्तार से अपनी सेहत और फूड सेवन के बारे में बात की थी. उसमें उन्होंने जिक्र किया था कि कैसे कीटो डाइट 'उनकी उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने के लिए काफी हद तक जिम्मेदार रही' और बच्चे को जन्म देने के बाद वजन कम करने में उनकी मदद की. 


एक्ट्रेस ने बताया लंबे समय तक करना पड़ा था पालन


उन्होंने लिखा था, "कीटो जीवनशैली के बहुत ज्यादा फायदे जैसे वजन में कमी, भूख पर काबू, ज्यादा ऊर्जा और बेहतर दिमागी प्रदर्शन हैं. अगर आप मेरी तरह हैं, और संभावित तरीके से टाइप 2 डायबिटीज को पीछे की ओर घुमा सकें, तो बेहतर शारीरिक सहनशीलता, बेहतर स्किन और कम मुहांसे का भी अनुभव कर सकेंगे अगर ऐसा मामला हुआ. और यहां तक कि ये माइग्रेन काबू करने में भी मदद करती है!" 



लंबे समय तक कीटो का पालन करने से बेरी ने बताया था कि उनको मिठाई खाने की लालसा नहीं रही. उनकी डायबिटीज की पहचान उनके स्वास्थ्य और वेलनेस प्लेटफॉर्म Re-Spin की प्रेरणा बनी. 2019 में एक्ट्रेस के निजी ट्रेनर ने उनकी दैनिक डाइट और पसंदीदा डिश को शेयर किया था, जिसमें बुलेटप्रूफ कॉफी (मक्खन या नारियल तेल के साथ कॉफी), साग के साथ चिकन या स्टेक, और एवोकाडो आइसक्रीम शामिल थे.


कीटो डाइट के फायदों पर हालांकि विशेषज्ञों की तरफ से बहस की जाती रही है. 2020 में एक्ट्रेस मिष्टी मुखर्जी की मौत के बाद विशेष तौर पर उसने संदेह पैदा किया. उनकी मौत के पीछे कीटो डाइट की वजह से किडनी फेल्योर होना बताया गया. वर्षों तक भ्रम रहा है कि क्या बेरी का डायबिटीज रोग टाइप 1 है या टाइप 2. लेकिन उनकी कुछ टिप्पणियों की मेडिकल पेशेवरों की तरफ से भारी आलोचना की गई. उनका ये कहना कि टाइप 1 डायबिटीज को डाइट में बदलाव लाकर कैसे उन्होंने 'पीछे मोड़ लिया', आलोलकों को पसंद नहीं आया था.


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