उस 'स्पेशल वन' को खूबसूरत महकता लाल गुलाब ही क्यों दिया जाता है...फूल तो और भी हजार तरह के हैं?
Red Rose: जब उस स्पेशल-वन से प्यार जताना हो तो सिर्फ लाल फूल ही क्यों दिया जाता है...? क्यों लाल फूल को प्यार का प्रतीक माना जाता है, यहां जान लीजिए...
Why Do We Propose With Red Rose: प्यार का सिंबल बन गया है लाल गुलाब...ये फूल बस किसी स्पेशल-वन को ही दिया जा सकता है, ये बात हमारे जहन में इतनी गहरी बैठ गई है कि रोड पर किसी अनजान लड़के या लड़की को हाथ में लाल गुलाब पकड़े देख लें तो चेहरे पर मुस्कान दौड़ जाती है... इमानदारी से बताइए आपके दिमाग में भी पहला खयाल यही आता है ना कि या तो ये डेट से आ रहे हैं... या डेट की तैयारी है... और फिर उस अनजान इंसान के साथ एक अलग-सा जुड़ाव फील होता है. हम बिना बात उसके लिए मन ही मन खुश हो रहे होते हैं...
हो सकता है इन सब बातों पर आपने पहले कभी गौर ना किया हो. लेकिन अब सोचकर देखिए... क्या लगता है आपको? क्या ये सिर्फ मन का एक क्षणिक भाव है या फिर उस सुर्ख लाल गुलाब का हमारे दिमाग पर पड़ा असर! दरअसल, उस पल में हमारे दिमाग पर ये दोनों ही चीजें अपना असर दिखा रही होती हैं. लाल रंग में बहुत तीव्र आकर्षण होता है. यूं तो सभी फूल बहुत सुंदर और आकर्षक होते हैं लेकिन लाल गुलाब सबसे जुदा है. क्यों, कब और कैसे ये प्यार का सिंबल बन गया इस बारे में पुख्ता तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता. इससे जुड़ी अलग-अलग तरह की ढरों मान्यताए हैं. लेकिन ऐसी कई खूबियां हम आपको बता रहे हैं कि ये किस तरह आपके प्यार को रिप्रजेंट करता है...
लाल रंग देखकर क्यों खुशी होती है?
यूं तो सभी तरह के फूल देखकर हम लोग खुश हो जाते हैं. लेकिन लाल रंग अन्य किसी भी रंग की तुलना आंखों को अधिक आकर्षित करता है. ये सूर्य और अग्नि का रंग होता है इसलिए इसमें मन की तरंगो को बांधने की अद्भुत क्षमता होती है. आम भाषा में कहें तो ये ध्यान केंद्रित करता है और मन भटकने से रोकता है.
प्यार और खुशी से क्यों जुड़ा है गुलाब?
सामाजिक रूप से प्यार और खुशी से गुलाब का जुड़ाव मान्यताओं पर आधारित है. लेकिन मेडिकली प्यार और खुशी से गुलाब अपनी न्यूट्रिशनल वैल्यू के कारण जुड़ा है. क्योंकि गुलाब के फूल और इसकी पंखुड़ियों में फ्लेवोनॉइड्स होते हैं, जो एक तरह के पोलिफेनॉल्स हैं. ये गुलाब के फूल को खुशबू, रंग और मिठास देने काम करते हैं. यही वजह है कि ना केवल तितली और भंवरे बल्कि मधुमक्खियां भी गुलाब के फूलों की तरफ बहुत आकर्षित होती हैं.
फ्लेवोनॉइड्स ऐंटिडिप्रेशेंट होते हैं. यानी ये डिप्रेशन,एंग्जाटी और स्ट्रेस जैसी मानसिक समस्याओं को दूर करने का काम करते हैं. यही कारण है कि गुलाब के फूलों को खुशियां देने वाले फूल भी कहा जाता है. इन फूलों की सुगंध भी मानसिक शांति देती है और इन फूलों को खाने से भी मानसिक शांति मिलती है.
लो मूड होने पर
यदि आप कभी लो मूड का सामना कर रहे हैं तो अपने आस-पास गुलाब के फूल रख लें. साथ में गुलाब का ही पर्फ्यूम भी लगा लें. डीप ब्रीदिंग करें, आपको खुद में बहुत रिलैक्सेशन फील होगा और तनाव पूरी तरह गायब हो जाएगा. स्ट्रेस और एंग्जाइटी के दौरान आप गुलाब का पर्फ्यूम तकिये पर लगाकर भी सो सकते हैं.
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