सर्दियों के मौसम में पुरानी चोटों का दर्द अधिक क्यों बढ़ जाता है? आइए जानते हैं उबरने के आसान तरीके
ठंड के मौसम में पुराने दर्द उभरने लगते हैं खास कर एथलीट्स, बुजुर्ग के लिए परेशानी का कारण बन जाता है. आइए जानते हैं इससे कैसे राहत पाएं...
खेल या शारीरिक गतिविधि करते समय भी कई प्रकार की चोटें लग है. सर्दियों में ये पुरानी चोटों का दर्द उभरकर सामने आ जाता है.जब मौसम ठंडा होता है, तो शरीर के कई हिस्सों में पुरानी चोटों और मांसपेशियों में अचानक दर्द शुरू हो जाता है. यह एथलीट्स, बुजुर्ग लोगों के लिए परेशानी का कारण बन जाता है. सर्दी की वजह से हवा में नमी कम हो जाती है और हवा का दबाव भी कम हो जाता है. इससे हमारी मांसपेशियां और जोड़ फैलकर ढीले पड़ जाते हैं. जब ये फैलते हैं तो पुरानी चोट वाली जगहों पर दबाव बढ़ जाता है जिससे दर्द और सूजन बढ़ जाती है. आइए जानते हैं इसके लिए क्या करना चाहिए की राहत मिल सकते.
गर्म कपड़े पहनें, गर्म पानी से स्नान करें
सर्दियों के मौसम में गर्म कपड़े पहनना और गर्म पानी से स्नान करना बेहद फायदेमंद होता है. गर्म कपड़े शरीर को ठंड से बचाते हैं और शरीर का तापमान बनाए रखने में मदद करते हैं. गर्म पानी से स्नान करने से भी शरीर गर्म रहता है. इससे हमारी मांसपेशियां और जोड़ गर्म और लचीले बने रहते हैं. उन पर कम दबाव पड़ता है जिससे पुरानी चोटों के दर्द और सूजन में कमी आती है.
हल्की मालिश करें
गर्म तेल का उपयोग करके मालिश करना दर्द को कम करने में मदद कर सकता है. हल्की हाथों से जोड़ो के दर्द पर गर्म तेल से मालिश करें.
हल्के व्यायाम करें
सर्दियों के मौसम में शरीर के जोड़ और मांसपेशियां ठंड की वजह से सूखे और कसे हुए हो जाते हैं.ऐसे में हल्के व्यायाम और स्ट्रेचिंग बहुत फायदेमंद होती है. हल्के व्यायाम से हमारी मांसपेशियों और जोड़ों का लचीलापन बना रहता है. वे मजबूत और नरम बने रहते हैं. इससे उन पर दबाव कम होगा तो पुरानी चोटों के बढ़ते दर्द और सूजन की समस्या भी कम होती है.
सही खाना
टूटी हुई हड्डियों को ठीक करने या आम हड्डियों को मजबूत करने के लिए विटामिन सी के सेवन को बढ़ा दें. इसके लिए सुपर फूड्स जैसे दूध, पनीर, सोयाबीन और ब्रोकोली को शामिल किया जा सकता है. गरम चीजों का सेवन ज्यादा करें ठंडी चीजें खाने से बचें क्योंकि ठंडी चीजें खानें से दर्द और बढ़ सकता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.