Friendship Goals : ज़िंदगी में अपने दोस्त सभी को जान से ज़्यादा प्यारे होते हैं. वक्त चाहे कितना भी मुश्किल क्यों न आ जाए हमें ये एहसास होता है कि दोस्त हमारा साथ कभी नहीं छोड़ेंगे लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ज़िंदगी में हज़ारों रिश्ते होने के बावजूद हमारे दोस्त हमें जान से भी ज़्यादा प्यारे क्यों होते हैं?
जान निसार करने को होते हैं तैयार-
एक दोस्ती का रिश्ता ही ऐसा रिश्ता होता है जिसमें दोस्त दूसरे दोस्त की खुशी के लिए अपनी जान की बाज़ी लगाने से भी पीछे नहीं हटते हैं. हमें पता होता है कि कोई भी मुसीबत हमारे सिर पर आ जाए लेकिन हमारे दोस्त हमेशा हमारे साथ खड़े रहेंगे.
दोस्त नहीं होते जजमेंटल-
हमारी ज़िंदगी में एक दोस्त ही वो शख्स होता है जो हमें किसी भी बात पर जज नहीं करता और यही एक सच्चे दोस्त की पहचान भी है. हालात चाहे जो हों, एक सच्चे दोस्त को कोई फर्क नहीं पड़ता कि दुनिया आपके बारे में क्या कहती है, आप कैसे हो ये आपके दोस्त से बेहतर कोई नहीं जान सकता.
सच्चे दोस्त करवाते हैं असलियत से रूबरू-
ज़िंदगी में कोई करवाए या न करवाए लेकिन सच्चे दोस्त हमें असलियत से रूबरू ज़रूर करवाते हैं. हम में क्या कमी है, हमसे क्या ग़लती हो रही है वो इस बात का एहसास ज़रूर करवाते हैं ताकि हम उसे समय रहते सुधार लें और आगे चलकर हमें कोई परेशानी न उठानी पड़े.
हमारे दोस्तों के पास होती है हमें खुश रखने की ज़िम्मेदारी-
हमें खुश कैसे रखना है ये हमारे दोस्तों से बेहतर कोई नहीं जानता और एक तरह से हमें खुश रखने की भी पूरी ज़िम्मेदारी हमारे दोस्तों की ही होती है क्योंकि कौन सी बात हमें गुदगुदा सकती है और कौन सी रुला सकती है इससे हमारे दोस्त अच्छी तरह से वाकिफ होते हैं इसीलिए हमारे दोस्त हमें जान से भी ज़्यादा प्यारे होते हैं.
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