Women Safety Tips: लड़कियों की सुरक्षा पर आए दिन सवाल खड़े होते रहे हैं. वुमन सिक्योरिटी को लेकर हुए कई सर्वे ये बताते हैं  कि ना तो लड़कियां पब्लिक प्लेस में सुरक्षित हैं, ना घर पर और ना ही सड़को में. ऐसे में हाल ही में दिल्ली में हुए एसिड अटैक ने लोगों को अंदर से तक हिला दिया है. स्कूली छात्रा पर जिस तरह एसिड अटैक किया गया उसने एक बार फिर महिला सुरक्षा के मुद्दे पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं. दिल दहला देने वाले हादसे के बाद  यह सवाल उठना लाजमी है कि आखिर लड़कियां खुद अपनी सुरक्षा कैसे कर सकती हैं. जाहिर है अनहोनी या इस तरह के हादसे कभी कहकर नहीं आते. ऐसे में वो कौन से सेफ्टी टिप्स हैं जिन्हें अपनाकर लड़कियां खुद को बचा सकती हैं.  जानते हैं हमारे इस खास रिपोर्ट में.


 कॉन्फिडेंस है सबसे बड़ी ताकत

 वैसे तो हादसे या अनहोनी कह कर नहीं आते लेकिन उन महिलाओं पर किसी भी तरह के अटैक ज्यादा होते हैं जिनकी बॉडी लैंग्वेज में कॉन्फिडेंस की कमी नजर आती है. अपराधी उन्हीं लड़कियों और महिलाओं को शिकार बनाते हैं जिन्हें वो आसान टारगेट समझते हैं. ऐसे में जब भी आप सड़क पर अकेले चलें तो बिल्कुल किसी सिपाही की तरह चलना चाहिए, ना ही किसी डरी सहमी लड़की की तरह. आपके चेहरे पर आत्मविश्वास झलकना चाहिए. चलते वक्त नीचे जमीन की तरफ सिर झुका कर चलने की बजाय सतर्कता बरतते हुए सामने देख कर चलना आपके कॉन्फिडेंस को बूस्ट अप करता है. अगर किसी रास्ते के बारे में आप नहीं जानती तो अनजान लोगों के सामने इस बात को उजागर करने से बचें.

 

 सुनसान रास्तों पर हेडफोन लगाकर चलें

 ऐसे कई मौके आते हैं जब घर से बाहर निकल कर उन रास्तों पर चलना पड़ता है जो सुनसान होते हैं या जहां भीड़भाड़ कम होती है. ऐसे रास्तों पर चल रहे हैं तो कानों में हेडफोन लगाकर चलें. हेडफोन लगाने का मतलब यह नहीं कि आप रास्ता चलते गाना सुनें लेकिन ये उस वक्त काम आता है जब आपको लगे कि कोई आपका पीछा कर रहा है. ऐसा महसूस होने पर तुरंत किसी से फोन पर बात करना शुरू कर दें या सामने वाले को ऐसा दिखाएं कि आप पूरे रास्ते किसी से बात कर रही हैं.  lअपराधी को यह एहसास होना चाहिए कि आपका कोई जानने वाला बीच रास्ते में मिलने वाला है. ये डर अपराधी को अपराध करने से रोकेगा और आप को सुरक्षित रखेगा.

 

 पर्स में जरूर रखें परफ्यूम और स्प्रे 

 कोई अगर आप पर अचानक अटैक करने की कोशिश करता है तो आपको बहादुरी से काम लेते हुए पंच, कोहनी और किक का इस्तेमाल करना चाहिए. ये वो   तरीके हैं जो सामने वाले को धूल चटा देने के लिए काफी है. अगर आपके साथ कोई छेड़खानी करने की कोशिश कर रहा है या फिर किसी अपराध के इरादे से आपकी तरफ आगे बढ़ रहा है तो उसे जोरदार किक से उसे चोट पहुंचाई जा सकती है. इसके लिए जरूरी है कि लड़कियां जब घर से बाहर निकलें तो अपने पर्स में परफ्यूम, हिट या स्प्रे जरूर रखें. यह खुद के बचाव के लिए बहुत ही उपयोगी चीजें हैं. स्प्रे अपराधी के आंखों में और मुंह में करें. इससे सामने वाला कुछ वक्त के लिए कमजोर हो जाएगा और यही कमजोरी आपकी ताकत बन जाएगी.

 

पेन भी सेफ्टी टूल 

 सुनकर आपको हैरानी जरूर हो रही होगी कि पेन से सेफ्टी कैसे. पर आपको बता दें कि आपका पेन सिर्फ लिखने के काम ही नहीं आता बल्कि ये बचाव का भी एक बेहतरीन तरीका है. अगर आपके पास पेन मौजूद है और अचानक आप पर कोई हमला कर दे तो इस पेन से उसके हाथ, गले या जांघ में आप हमला कर सकती हैं. अगर आपके साथ कोई जबरदस्ती या बदतमीजी कर रहा है तो उसे ब्लॉक पंच मारें. कान के ऊपर और माथे के किनारे वाले हिस्से की नस बहुत ही ज्यादा कमजोर होती है. वहां चोट पहुंचाने से इंसान 2 मिनट के लिए बेहोश हो सकता है. यह जानना आपके लिए बहुत जरूरी है.

 

 अनहोनी का अंदेशा होते ही 100 नंबर पर सूचना दें

  कानून तो अपना काम करता ही है लेकिन लड़कियों को अपनी सुरक्षा खुद करना आना चाहिए. इसके लिए कुछ  बातों का ख्याल रखना जरूरी है, लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी है कि अगर कहीं भी गलत का अंदेशा हो तो तत्काल 100 नंबर पर पुलिस को सूचना दें.  इसके अलावा अगर आप रास्ते पर चल रहे हैं तो मोबाइल पर बात ना करें. भीड़भाड़ वाली जगहों पर गहने पहनकर जाने से बचें. घर में हैं तो  किसी भी अनजान के लिए बिना पूछे दरवाजा ना खोलें. इसके अलावा ऑटो या कैब में बैठते वक्त उसका नंबर सबसे पहले नोट करके अपनी फैमिली और फ्रेंड्स को भेज दें. 

 


 

यह भी पढ़ें