Covid-19 Pandemic के बाद दुनियाभर में जॉब मार्केट में कई अहम बदलाव हुए हैं. कई कंपनियों ने तो अब अपने कर्मियों को स्थायी रूप से वर्क फ्रॉम होम का विकल्प दे दिया है. वहीं, भारत सरकार ने भी कर्मियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा देने के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है.
लगातार कई हफ्तों से घर बैठे-बैठ काम करते हुए संभव है कि आप ऊब चुके होंगे. सहकर्मियों के साथ चाय-सुट्टा ब्रेक, फ्री-कॉफी, ऑफिस गॉसिप को आप मिस भी करते होंगे. ऐसे में घर की चार दीवारी के बीच काम करते-करते बोरियत होना लाजमी है. ऐसे में काम में मन लगाने के लिए जरूरी है कि हम घर की चार दीवारी से बाहर निकलें.
इन जगहों पर करें ऑफिस का काम
- को-वर्किंग स्पेस: देश की लगभग हर राजधानी और बड़े शहरों में को-वर्किंग स्टूडियोज मौजूद हैं. यहां का सेट-अप बिलकुल ऑफिस जैसा होता है. सबसे खास बात यह है कि आप यहां मिलते-जुलते बैकग्राउंड और सेक्टर के लोगों के साथ बैठ कर काम कर सकते हैं. इससे आपका नेटवर्क भी बढ़ेगा और काम उबाऊ भी नहीं लगेगा. पेमेंट के लिए यहां पैकेज भी उपलब्ध होते हैं.
- कैफे: लॉकडाउन के बाद हर वर्ग के लोगों को आकर्षित करने के लिए कैफेज ने अपने इंटीरियर में बदलाव किए हैं और कम से कम एक कोना ऐसा तैयार किया है जहां दो-चार लोग बैठकर आराम और एकांत में मीटिंग कर सकते हैं. यहां पर्याप्त संख्या में चार्जिंग प्वॉइंट्स, लाइटिंग और बैक सपोर्ट उपलब्ध रहता है. अगर आपके पास वक्त है तो अपने शहर का एक चक्कर लगा लीजिए और ऐसे कैफे की लिस्ट तैयार कर लीजिए जहां आप आराम से बिना किसी रोक-टोक के 8-9 घंटे काम कर सकते हैं. हो सके तो काम शुरू करने से पहले कैफे के मालिक या मैनेजर से इस संबंध में बात कर लें ताकि आपकी सहूलियत के हिसाब से उनके कैफे में सीट रिजर्व हो.
- होटल: स्टेकेशन का जमाना बीत चुका है. अब तो वर्केशन का दौर है. कई होटल तो अब “वर्क फ्रॉम होटल” पैकेज भी लोगों को दे रहे हैं. अगर आप किसी ट्रिप पर हैं या अपने शहर में ही काम कर रहे हैं तो वहां मौजूद होटल में इस सुविधा की जानकारी ले सकते हैं. ऐसे पैकेज में लोगों को होटल की ओर से ना केवल बढ़िया वर्क स्टेशन दिया जा रहा है बल्कि फ्री और अनलिमिटेड कॉफी और डेस्क पर लंच सर्व करने की भी सुविधा मिल रही है. खास बात तो यह है कि यहां होटल के लग्जरी स्पा और सर्विसेज का लुत्फ उठाते हुए, परिवार के साथ फुर्सत के पल बिताते हुए काम कर सकते हैं. इससे उनके काम करने की क्षमता भी बढ़ती है और बोरिंग कमरे में काम करने से ब्रेक भी मिल जाता है. बेंगलुरु, मुंबई, पुणे जैसे शहरों में इसका सबसे ज्यादा चलन है.
हाईब्रिड वर्क कल्चर की खासियत है कि यह आपको अपनी सहूलियत से काम करने की जगह और माहौल चुनने का अवसर देता है. तो आप भी इसका भरपूर फायदा उठाएं और खुद को केवल घर की चार दीवारी तक सीमित मत होने दें. यह आपके निजी और पेशेवर दोनों जिंदगी के लिए जरूरी है.
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