7 Wonder's Of The World: 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस (World Tourism Day ) मनाया जाता है. पहली बार 1980 में संयुक्त राष्ट्र पर्यटन संगठन ने इस दिन को मनाने की शुरुआत की थी. दुनिया में कई ऐसी खूबसूरत और इतिहास को समेटे पर्यटन स्थल है, जहां जाना अपने आप में गर्व की बात होती है. दुनिया के सात अजूबे (Seven Wonders of the World) भी इन्हीं में शामिल हैं. ये अलग-अलग देशों में स्थित हैं. वर्ल्ड टूरिज्म डे से पहले आज हम आपको बताने जा रहे हैं, इन सात अजूबों का इतिहास, खासियत और इन्हें देखने आपको किस देश में जाना पड़ेगा..

 

ताजमहल, भारत

ताजमहल भारत का इकलौती ऐसी धरोहर है, जो सात अजूबों में शामिल है. उत्तर प्रदेश के आगरा में यमुना नदी के किनारे यह स्थित है. मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज की याद में इसका निर्माण करवाया था. यह सफेद संगमरमर के पत्थर से बनाया गया है. ताजमहल प्रेम का प्रतीक माना जाता है. इसका निर्माण 20,000 कारीगरों ने किया था. 

 

ग्रेट वॉल ऑफ चाइना

चीन की दीवार सात अजूबों में से एक है. चीन के पहले शासक किन शी हुआंग ने इस दीवार का निर्माण कराया था. करीब 20 साल में 21,196 किलोमीटर की लंबी और विशाल दीवार का निर्माण पूरा हुआ था. इस दीवार के निर्माण के पीछे अपने साम्राज्य की रक्षा करना था. ग्रेट वॉल ऑफ चाइना पृथ्वी पर सबसे लंबा कब्रिस्तान भी माना जाता है. बताया  जाता है कि इसके निर्माण में 10 लाख से ज्यादा लोग मारे गए थे.

 

क्राइस्ट द रिडीमर, ब्राजील

ब्राजील का 125 फीट लंबी क्राइस्ट द रिडीमर दुनिया के सात अजूबों में से एक है. हेटर दा सिल्वा कोस्टा की डिजाइन पर इसका निर्माण ब्राजील में नहीं बल्कि फ्रांस में किया गया था. यह मूर्ति एक पहाड़ की चोटी पर है. साल में तीन से चार बार बिजली इस मूर्ति से टकराती है.

 

चिचेन इट्जा, मैक्सिको

मैक्सिको का चिचेन इट्जा भी सात अजूबों में शामिल है. यह माया सभ्यता से जुड़ी ऐतिहासिक धरोहर है. इसे मैक्सिको का सबसे संरक्षित पुरातात्विक स्थल माना जाता है. इसका इतिहास 1200 साल से भी ज्यादा पुराना है. इतिहास  के मुताबिक, 9वीं से 12वीं शताब्दी के मध्य पूर्व-कोलंबियाई माया सभ्यता के लोगों ने इसका निर्माण करवाया था. यहां कई पिरामिड, मंदिर, खेल के मैदान और कॉलम हैं. इसकी खासियत यह है कि यहां अजीबो-गरीब आवाजें सुनाई देती हैं.

 

कालीजीयम, इटली

इटली में स्थित कालीजीयम का निर्माण सम्राट टाइटस वेस्पेशियन ने करवाया था. कहा जाता है कि 70 ईसवी और 82 ईसवी के मध्य इसका निर्माण हुआ था. इसे बनाने में करीब 9 साल का वक्त लगा. रोम का यह कालीज़ीयम दुनिया का सबसे प्रतिष्ठित और प्राचीन एम्फीथिएटर है. कहा जाता है कि इसके अंदर करीब चार लाख लोग मारे गए थे. 

 

माचू पिच्चू, पेरू

दक्षिण अमेरिकी के पेरू में स्थित माचू पिच्चू को 'इंकाओं का खोया हुआ शहर' कहा जाता है. यह पेरू का एक ऐतिहासिक देवालय भी है. साल 1983 में यूनेस्को ने माचू पिच्चू को विश्व धरोहर स्थल में शामिल किया था. यह दुनिया के सात अजूबों में से एक है.

 

पेट्रा, जॉर्डन

पेट्रा जॉर्डन का एक ऐतिहासिक नगर है, जिसका निर्माण गुलाबी रंग के बलुआ पत्थरों से कराया गया है. इसी रंग के कारण पेट्रा रोज सिटी के नाम से भी जाना जाता है. पेट्रा में कई मंदिर और मकबरें हैं. यह भी दुनिया का एक अजूबा है.

 

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