नई दिल्लीः जिस प्रकार सूचनाओं का आदान-प्रदान से मनुष्य एक दूसरे से जुड़ता है. उसी तरह से पर्यटन से एक देश को दूसरे देश से जोड़ा जा सकता है. पर्यटन के कारण ही लोगों को अपने और दूसरे देशों की सभ्यता और संस्कृति को समझने का मौका मिलता है. आज वर्ल्ड टूरिज्म डे मनाया जा रहा है. हर साल 27 सिंतबर को विश्व पर्यटन दिवस के रुप में मनाया जाता है. वहीं इस साल आज ही के दिन डॉटर्स डे भी मनाया जा रहा है.
टूरिज्म का सबसे ज्यादा फायदा शहर और देश के लोगों को होता है. पर्यटन से रोजगार के कई अवसर बनते हैं. वहीं विश्व पर्यटन दिवस को पर्यटन के प्रति लोगों में जागरुकता लाने और साथ ही पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ये मनाया जाता है. पर्यटन से किसी भी देश की आर्थिक स्थिति को काफी हद तक सुधारा जा सकता है. पर्यटन दिवस का सबसे मुख्य उद्देश्य सैलानियों को पर्यटन स्थलों की ओर आकर्षित करना होता है.
साल 1970 में विश्व पर्यटन संस्था ने विश्व पर्यटन दिवस की शुरुआत की थी. पहली बार साल 1980 में 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया गया था. विश्व पर्यटन संस्था की ओर से कहा गया कि पर्यटन के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लिए इस दिन को मनाया जाना बेहद जरूरी है.
वर्ल्ड टूरिज्म डे के लिए हर साल एक नई और खास थीम को बनाया जाता है. इस साल कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पर्यटन पर काफी प्रभाव पड़ा. वहीं ज्यादातर देशों के बीच पर्यटन को रोक दिया गया. वहीं इस साल वर्ल्ड टूरिज्म डे की थीम पर्यटन और ग्रामीण विकास से जुड़ी हुई है. इससे ग्रामीण इलाकों के युवाओं और वहां के लोगों को रोजगार मिल सके.
बता दें कि भारतीय मशहूर साहित्यकार और अपनी यात्रा वृतांत के लिए मशहूर राहुल सांकृत्यायन ने घुमक्कड़ी को सबसे खास बताया था. उन्होंने कहा था, '' मेरी समझ में दुनिया की सर्वश्रेष्ठ वस्तु है घुमक्कड़ी. घुमक्कड़ से बढक़र व्यक्ति और समाज का कोई हितकारी नहीं हो सकता.''
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