तन, मन की शांति के लिए योगा प्राचीन विधि है. योगा करने से मूड ठीक रहता है. मूड का ठीक रहना आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है. योगा करने से शारीरिक और मानसिक स्वस्थ को बेहतर बनाया जा सकता है. आप रोजाना आसन्न, प्राणायम, मेडिटेशन और जाप से शुरू कर सकते हैं. इससे आपको भावनात्मक, आध्यात्मिक और शारीरिक रूप से ठीक रहने में मदद मिलेगी. सूर्य नमस्कार और चंद्र नमस्कार को योगा की क्ष्रेणी में रखा जा सकता है. आपको दिन में सिर्फ 15 मिनट समय बिताने की जरूरत है. जिससे आपकी ऊर्जा और आत्मविश्वास में इजाफा हो सके.


योगासन्न ताकत और स्टेमिना को विकसित करने के साथ शरीर की क्रियाशीलता को बढ़ाता है. सुखासन्न, वज्रासन्न, संतोलानासन्न, अडो मुखी सवानासन्न, वृक्षासान्न, धनुरासन्न, मेडिटेशन जैसे साधारण आसन्न के तरीके हैं.


प्राणायम


सांस आपकी भावनाओं को काबू में करती है. जब आप तनाव में हों तो अपने सांस लेने पर ध्यान दीजिए. जब आपको गुस्सा आए, नर्वस या बेचैनी हो तो गहरी सांस लेकर धीरे से छोड़ें. प्राणायाम शरीर में ऊर्जा वहन करने वाले मुख्य स्रोतों को शुद्ध करता है. मन में शांति प्रदान लाने के साथ एकाग्रता बढ़ाने में भी मददगार होता है. इसके अलावा तनाव एवं चिंता के स्तर को कम करता है. अनुलोम विलोम, कपाल भाटी, खंड प्राणायाम और ब्रह्मरी प्राणायम विधियों से भी अभ्यास किया जा सकता है.


सूर्य नमस्कार


सूर्य नमस्कार के एक नहीं बल्कि कई फायदे हैं. सूर्य नमस्कार सूर्योदय के समय किया जाता है. इसे 12 चरणों के तहत किया जाता है. सूर्य नमस्कार के प्रत्येक दौर में दो सेट होते हैं. प्रत्येक सेट 12 योग आसन से बना होता है. हर रोज अभ्यास करने से दिमाग सक्रिय और एकाग्रचित रहता है.


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