बजट शिखर सम्मेलन: सरकार ने छठा बजट पेश करके संविधान तोड़ा-मनीष तिवारी, जीवीएल बोले-लोकतंत्र में जनता भगवान है

Budget 2019 Shikhar Sammelan: वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि जीएसटी के तहत पेट्रोल-डीजल को लाना असंभव के बराबर है.

ABP News Bureau Last Updated: 02 Feb 2019 06:22 PM

मनीष तिवारी ने कहा कि किसानों के कर्ज माफ करने की योजना के जरिए किसानों का भला करने की शुरुआत कांग्रेस ने की थी. अब तीन राज्यों में भी पार्टी किसानों का कर्ज माफ कर रही है. सत्ता में आते ही किसानों के लोन माफ किए जा रहे हैं.
जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि इस सरकार ने सिर्फ बजट पेश नहीं किया है बल्कि नए भारत के निर्माण का रोडमैप प्रस्तुत किया है. ये छठवां बजट नहीं था और अंतरिम बजट ही था. वहीं मनीष तिवारी ने कहा कि किसी भी सरकार को ऐसा संवैधानिक हक नहीं है कि वो इस तरह बजट पेश कर सके. सिर्फ 4 महीनों की जगह 12 महीनों का बजट पेश किया गया है वो पूरी तरह गलत है.
कांग्रेस के मनीष तिवारी और बीजेपी के जीवीएल नरसिम्हा राव इस समय एबीपी के बजट शिखर सम्मेलन में आ चुके हैं.

प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि बजट पेश होने के बाद कांग्रेस में कोई मायूसी नहीं है, हमारी सरकार आने के बाद ऐसे लोगों के लिए मिनिमम इनकम गारंटी योजना लागू की जाएगी जिन्हें गरीबी की कगार पर लाकर बीजेपी ने खड़ा कर दिया है.


प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि सरकार इस बात का जवाब क्यों नहीं देती कि जो हमारे ग्रेजुएट हैं वो क्या पकौड़े तलकर अपनी जीवन चलाएंगे? ये सरकार सूट-बूट के लोगों को अच्छी सुविधाएं दे रही है और किसानों को सिर्फ 17 रुपये रोजाना का लॉलीपॉप थमा देती है. माल्या, नीरव मोदी जैसे लोग देश का हजारों करोड़ रुपये लेकर भाग जाते हैं और सरकार ऐसा होने देती है. किसानों को कुछ सैकड़ों का कर्ज ना चुकाने पर परेशान किया जाता है.


सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि बीजेपी के लिए राम मंदिर चुनावी मुद्दा नहीं है. बीजेपी ने अपने मेनिफेस्टो में संवैधानिक तरीके से राम मंदिर के निर्माण की बात की थी और इस पर हम आज भी कहते हैं कि मंदिर भी वहीं बनेगा. राम के नाम पर सियासत करने की शुरुआत राजीव गांधी ने की थी.

प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि एक समय था कि देश को फूड ग्रेन आयात करना पड़ता था जबकि आज हमारे किसानों की बदौलत देश फूड ग्रेन इंपोर्ट कर रहा है. ऐसे किसानों के लिए सिर्फ 17 रुपये रोजाना देकर मोदी सरकार ने किसानों का अपमान किया है.

सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि आखिरकार सरकार ने 5 लाख रुपये तक की आय को टैक्स फ्री तो किया, इसको मानने के बजाए विपक्ष आरोप लगा रहा है. किसानों के लिए 6000 रुपये सालाना देने का बड़ा एलान तो किया है और इसका फायदा 12 करोड़ किसानों को मिलने वाला है.
कांग्रेस की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि देश की जनता के बीच में रोजाना फर्जी आंकड़े पेश किए जा रहे हैं. 45 सालों में पहली बार इतनी बेरोजगारी सामने आई है. छोटे-मध्यम
कारोबारी जीएसटी से ध्वस्त हो चुके हैं. सरकार फर्जी आंकड़ों से गलत प्रचार कर रही है.
नौकरी के आंकड़ों पर बोलते हुए वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया के मिशन के तहत करोड़ों लोग काम कर रहे हैं. दुनिया में रोजगार नए तरीके से पैदा हो रहे हैं. स्वरोजगार के मुद्दे पर मुद्रा बैंक के जरिए करोड़ों लोगों को रोजगार के लिए लोन दिए गए हैं. इसका आंकड़ा रोजगार के अंतर्गत क्यों नहीं आता.
रोजगार के मुद्दों पर एनएसएसओ की रिपोर्ट पर पीयूष गोयल ने कहा कि उसके डेटा तैयार करने के तरीके पुराने हैं. नए तरीके से रोजगार के आंकड़ें तैयार होने चाहिए.
सिर्फ आयुष्मान योजना के तहत ही नहीं सरकार ने हेल्थ सेक्टर में और भी काफी काम किए हैं. हेल्थकेयर के क्षेत्र में सरकार ने वैलनेस को जोड़ा है. योग के जरिए सरकार लोगों को आरोग्य के प्रति जागरुक बना रही है. सरकार ने हार्ट के ट्रीटमेंट के लिए स्टेंट को सस्ता किया है और घुटने के ऑपरेशन के तहत आने वाले खर्च को कम किया है. इसके अलावा सस्ती दवाइयों का फायदा तो लोगों को मिल ही रहा है.

मोदी सरकार ने आने के बाद 14 और एम्स के निर्माण को स्वीकृति दी जबकि आजादी के 70 सालों तक देश में सिर्फ 5 एम्स बने थे. कल बजट में एक और एम्स का प्रस्ताव रखा गया है. इस तरह 70 सालों में 5 एम्स और मोदी सरकार के 5 साल में 15 एम्स के काम को शुरु करना क्या दोनों के बीच कोई तुलना हो सकती है?
बीजेपी के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी और कांग्रेस की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी एबीपी के बजट शिखर सम्मेलन में आ चुके हैं. बजट से लेकर चुनावी मुद्दों तक को लेकर चर्चा कर रहे हैं.

जो विपक्ष आरोप लगा रहा है कि कल का बजट चुनावी बजट था वो ये बताए कि 2014 से लेकर 2018 तक कौन सा इलेक्शन था कि तब से लेकर आज तक 10 करोड़ शौचालय बनाए गए हैं. सरकार ने किसानों के लिए एमएसपी बढ़ाया तब कौन सा चुनाव था. -पीयूष गोयल
सरकार ने जो 5 लाख रुपये टैक्सेबल इनकम को टैक्स फ्री कर दिया है इसका फायदा करोड़ों लोगों को मिलेगा. 3 करोड़ टैक्सपेयर को तो सीधा फायदा होगा ही, देश के 80 फीसदी परिवार टैक्स के दायरे से बाहर हो जाएंगे.

पीयूष गोयल ने कहा कि कांग्रेस आई तो किसान को 9 फीसदी ब्याज पर लोन मिलने लगेगा. कांग्रेस आई तो महंगाई दर फिर से बढ़ेगी.
पीयूष गोयल ने कहा कि राहुल गांधी ने मिनिमम इनकम गारंटी (एमआईजी) को लेकर जो कहा है वो वास्तव में करना संभव नहीं है, उन्होंने कहा कि 12,000 रुपये हर परिवार को देंगे इसके लिए बजट कहां से लाएंगे इसका कोई जवाब नहीं दिया है. कांग्रेस की सरकार सब सब्सिडी बंद करके मिनिमम इनकम गारंटी योजना को लाएगी. इसे वो गलत तरीके से पेश कर रही है. अगर इसके बाद वित्तीय घाटा फिर से 5 फीसदी तक पहुंच जाएगा तो महंगाई दर कहां पहुंचेगी ये कौन बताएगा. मोदी सरकार में सबसे कम महंगाई दर आ चुकी है जो लोगों को वास्तव में फायदा पहुंचा रही है.
किसानों के लिए हमारी सरकार ने वास्तव में काम किया है. इसे चुनाव से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए, हमने आयुष्मान भारत की योजना शुरू की या किसानों को एमएसपी का डेढ़ गुना देने का काम किया तो उस वक्त कोई चुनाव नहीं था. हमने किसानों को सॉयल हेल्थ कार्ड दिया. हमने 70,000 करोड़ रुपये सिंचाई योजना पर लगाए, कल जो किसानों के लिए एलान किया गया है उसके तहत 75,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. -पीयूष गोयल
हमारी सरकार ने किसानों, महिलाओं और मध्यम वर्ग के लिए काम किया है. इस देश की जनता जानती है कि देश की अर्थव्यस्था क्या थी, देश की जनता जानती है कि किसी में इसे सुधारने की काबिलियत है तो वो मोदी जी में है. हमने देश के जवानों को 35 हजार करोड़ रुपये दिए. वित्तीय घाटा हमें 4.5 फीसदी पर मिला. जबसे आजादी मिली है सबसे कम मंहगाई मोदी सरकार में रही है. जनता ईमानदारी से फैसला फिर लेगी और मोदी जी को चुनेगी. -पीयूष गोयल

किसानों को मात्र 17 रुपये दिए गए इस सवाल पर पीयूष गोयल ने कहा कि बात 17 रुपये की नहीं है. हमने किसानों को सम्मान दिया है. हम पांच सितारा होटल में बैठे यह नहीं समझ सकते कि उनकी क्या तकलीफ है. पहले की सरकार ने क्या किया. हमने हर किसान को प्रतिवर्ष हर किसान को 6 हजार देने की घोषणा की तो हमसे सवाल पूछ रहे हैं. उन्होंने कुछ क्यों नहीं किया 10 सालों तक. जनता की सेवा न करने का दंड उन्हें मिला है.

पीयूष गोयल ने कहा कि कल जो बजट पेश किया गया वो निम्न और मध्य वर्ग के लिए ही था. जब हमने सत्ता संभाली थी तब देश की अर्थव्यवस्था बुरे दौर से गुजर रही थी. हमने देश की प्रमुख इकोनॉमी में लाकर देश का मान बढ़ाया. इसके अलावा वित्तीय घाटे को कम किया. हमने आकर नई योजनाएं लागू कीं और देश के वास्तविक वंचितों के लिए काम किया है.

वित्त मंत्री पीयूष गोयल एबीपी के बजट शिखर सम्मेलन में आ चुके हैं. कल बजट के बाद आज वो बजट में किए गए एलानों के बारे में बता रहे हैं.
संबित पात्रा ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने एक चवन्नी भी जेब में नहीं डाली. विजय माल्या जैसे लोगों ने कांग्रेस के राज में देश का पैसा दबाया और वो भाग क्यों गए? क्योंकि जब चौकीदार आता है तो चोर डरकर भाग ही जाता है. वहीं मोदी सरकार ने भगोड़े आर्थिक अपराधी कानून के तहत ऐसे लोगों की संपत्ति जब्त करने और उनको वापस लाने के लिए जो काम किए हैं उसकी भी बात होनी चाहिए.
गौरव गोगोई ने राफेल के मुद्दे पर बीजेपी को घेरते हुए कहा कि इस सरकार ने 126 विमानों के ठेके को 36 विमानों तक सीमित कर दिया. ऐसी कंपनी को ठेका दिलाया गया जिसका विमान बनाने का कोई इतिहास नहीं हैं. इस पर संबित पात्रा ने कहा कि 10 सालों में वायुसेना की ताकत बढ़ाने के लिए कुछ नहीं किया गया, उसे मजबूत करने के लिए मोदी सरकार ने राफेल सौदा किया. सरकार में आने के बाद 1.5 साल में ही सौदे को अंजाम दिया. वायुसेना की ताकत बढ़ाने के लिए मोदी सरकार ने जो कदम उठाया उसकी अपना महत्व है.
गौरव गोगोई ने कहा कि ये सरकार जुमलेबाजी के अलावा और कोई काम नहीं करती है. 2014 में कहा था कि काले धन को वापस लाएंगे, लोगों के खाते में पैसे आएंगे लेकिन इनके राज में विजय माल्या, नीरव मोदी जैसे लोग देश का पैसा लेकर भाग जाते हैं और इनकी सरकार कुछ नहीं करती.
बेरोजगारी दर के आंकड़ों पर संबित पात्रा ने कहा कि सरकार ने मुद्रा योजना, ईपीएफओ के आंकड़े जारी किए हैं जिसके जरिए भी रोजगार की पहचान की जाती है. आज देश की अर्थव्यवस्था इतनी अच्छी हालत में है, दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने जा रही है. वर्ल्ड बैंक, आईएमएफ जैसी संस्थाएं भारत की अर्थव्यवस्था की पहचान कर रही हैं. लेकिन
कांग्रेस को किसी पर भरोसा नहीं है और सिर्फ राहुल गांधी पर भरोसा है.
गौरव गोगोई ने कहा कि बीजेपी के शासनकाल में अर्थव्यवस्था बुरे दौर में पहुंची और नोटबंदी के खराब फैसले से लोगों को भारी नुकसान हुआ. गौरव गोगोई ने कहा कि ये सरकार गलत आंकड़े पेश करती है. वहीं संबित पात्रा ने कहा कि नोटबंदी से कांग्रेस का काला धन कोरे कागज में बदल गया इसलिए वो इसको बुरा बताती है.

संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस ने अपने अंतरिम बजट में अमीरों के लिए छूट दी थी जबकि हमारी सरकार ने गरीबों के लिए छूट दे दी. कांग्रेस के गौरव गोगोई ने कहा कि गुजरात, एमपी, राजस्थान में लोगों ने बीजेपी को नकार दिया और बीजेपी ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया.
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि बजट में किसानों का भला करने के लिए जो एलान हुए उससे कांग्रेस बौखला गई है. गौरव गोगोई ने कहा कि इस चुनाव में बीजेपी जनता को दंड दंगी. 2019 के चुनाव के बाद पीएम मोदी विदेश नहीं जा पाएंगे.
अगर चुनाव जीतते हैं तो कांग्रेस की तरफ से पीएम पद का उम्मीदवार कौन होगा इस सवाल के जवाब में कपिल सिब्बल ने कहा कि जब 2004 में चुनाव जीते थे तो उस समय भी हमने कोई पीएम पद का चेहरा सामने नहीं रखा था फिर भी हम जीते थे. इस बार यानी 2019 में भी 2004 जैसा ही होगा.
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस आज बजट का विरोध नहीं कर पा रही है. किसानों के लिए मोदी सरकार ने काफी काम किया है. बजट में भी यही किया गया.
जो लोग कांग्रेस पार्टी पर वंशवाद का आरोप लगाते हैं वो बताएं कि मोदी के अलावा बीजेपी में और कौन है जिसे पीएम पद पर बिठाया जाएगा. बीजेपी में आरएसएस की मंजूरी के बिना किसे एंट्री मिलती है. कल संसद में जिस तरह मोदी-मोदी के नारे लगाए गए वो क्या सही था.-कपिल सिब्बल
प्रियंका गांधी के राजनीति में आने को लेकर कपिल सिब्बल ने कहा कि कांग्रेस में दो पावर सेंटर नहीं होंगे. प्रियंका गांधी जब बोलती हैं तो लोगों में कितना जोश होता है ये साफ दिखता है. कांग्रेस में वंशवाद नहीं हैं. अगर मेरा बेटा वकील है तो क्या ये भी वंशवाद है. गांधी परिवार ने देश के लिए बड़े बलिदान दिए हैं और इससे आने वाली शख्सियत राहुल गांधी ने चुनाव जिताकर दिखा दिया कि वो पद के काबिल हैं. वो देश-विदेश में लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं.

कपिल सिब्बल ने कहा कि सूखा पड़ता है तो दो-तीन बूंदें पड़ने से कोई फर्क नहीं पड़ता है. देश में किसानों की बहुत बुरी हालत है. सरकार ने किसानों के लिए जो 6000 रुपये की राहत देने का एलान किया वो किसी काम का नहीं है. हमारी सरकार रियल मुद्दों पर काम कर रही है. हमने न्यूनतम आय योजना लागू करने का फैसला किया है. हम मेनिफेस्टो में बताएंगे कि इसे कैसे लागू किया जाएगा. राहुल गांधी ने जिन राज्यों में किसानों की कर्जमाफी का वादा किया उसे पूरा किया और एक हफ्ते के भीतर कर्ज माफ किया.

कपिल सिब्बल ने दावा किया कि यूपी में बीजेपी को 15 सीटें भी नहीं मिलेंगी. 2019 का चुनाव जनता बीजेपी को हराएगी और ये सच फिर साबित होगा कि झूठे वादे करने से जनता भ्रमित होने वाली नहीं है. 2019 का चुनाव बीजेपी के खिलाफ होगा.

कांग्रेस की सरकार आएगी तो मिनिमम इनकम गारंटी को कैसे लागू किया जाएगा ये बता देगी. कांग्रेस जो वादा करती है उसे पूरा करती है जैसे किसानों की कर्ज माफी के मोर्चे पर राज्यों में कर रही है.
सरकार ने 2014-2017 के दौरान राम मंदिर बनाने का काम क्यों नहीं किया गया. 2018 में सरकार को राम मंदिर की याद आई क्योंकि 2019 में चुनाव है. इन्हें राम मंदिर सिर्फ चुनाव के वक्त याद आता है. राम मंदिर पर फैसला सुप्रीम कोर्ट को करना है और अगर मुझे राम मंदिर निर्माण में रोड़ा मानते हैं तो चीफ जस्टिस भी रोड़ा हैं. 4 साल तक सरकार को राम मंदिर की याद नहीं आई.


कपिल सिब्बल ने कहा कि शिक्षा क्षेत्र में सरकार ने कुछ नहीं किया. इन्होंने बजट कम कर दिया. कपिल सिब्बल ने कहा कि असंगठित सेक्टर के लिए जो 3000 रुपये की पेंशन की बात की गई है उसकी कीमत सालों बाद क्या होगी, सरकार ने कहा कि 3000 देंगे. अगर कोई युवा 18 साल का है 100 रुपया जमा फिर सरकार जमा करती है और उसे 42 साल बाद 3000 मिलेगा. ये तो असंगठित क्षेत्र को बेवकूफ बनाने की बात है. किसानों के लिए सरकार की राहत बहुत छोटी कही जाएगी. इससे वास्तव में कोई फायदा नहीं मिलेगा.

कपिल सिब्बल ने कहा कि सूखा पड़ता है तो दो तीन बूंदें पड़ने से कोई फर्क नहीं पड़ता है. हमने न्यूनतम आय योजना लागू करने का फैसला किया है. हम मेनिफेस्टो में बताएंगे कि इसे कैसे लागू किया जाएगा. राहुल ने जिन राज्यों में किसानों ने कर्जमाफी का दावा किया और एक हफ्ते के भीतर माफ किया.
कपिल सिब्बल ने कहा कि सरकार पिछले पांच साल से क्या कर रही थी. तमिलनाडु और मुंबई में इतने प्रदर्शन हुए. स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू नहीं की गई. किसानों के साथ मजाक हुआ है उनका अपमान किया गया है. उन्हें मात्र 17 रुपये प्रतिदिन मिलेंगे. कल के एलान का मतलब वोट दो नोट लो जैसा ही है.

बजट पर कपिल सिब्बल ने कहा कि, 'यह अंतरिम बजट था लेकिन दिखा आम बजट की तरह. यह भी जुमला निकला. अंतरिम बजट ये होता है कि अगली सरकार आने तक कैसे खर्च करना है. यह अंतरिम बजट नहीं है. आज आंकड़ों का जुमला पेश किया जा रहा है.'
कपिल सिब्बल ने कहा कि इस सरकार ने परंपरा तोड़ी है और अंतरिम बजट नहीं बल्कि पूरा बजट पेश कर दिया है. सरकार को छठवां बजट पेश करने की इजाजात नहीं होती लेकिन संविधान के परे इस सरकार ने ऐसा कहा है.


कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल एबीपी बजट शिखर सम्मेलन में आ चुके हैं. बजट को लेकर अपनी राय रख रहे हैं.
जेट एयरवेज के संकट के मुद्दे पर जयंत सिन्हा ने कहा कि कुछ मुद्दों के कारण एयरलाइन को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन इस समय एविएशन इंडस्ट्री में अभूतपूर्व बदलाव हुए हैं. एटीएफ की कीमत नीचे आने से अफोर्डेबल उड़ानें संभव हो पा रही हैं. पीएम मोदी ने कहा था कि हवाई चप्पल पहनने वाला भी हवाई जहाज में सफर कर पाए, इस परिकल्पना को हमारी सरकार ने संभव कर दिखाया है. दुनिया में सबसे कम हवाई किराए भारत में ही हैं.
मोदी विरोधी गठबंधन पर जयंत सिन्हा ने कहा कि एक तरफ उनका भ्रष्टाचार और दूसरी तरफ हमारी ईमानदारी और विकास के बीच मुकाबला होगा जिसमें जनता विकास को चुनेगी. इस बजट के बाद तो जनता पूरे विश्वास के साथ बीजेपी को वोट देगी क्योंकि इस सरकार ने जो 60 महीने में काम कर दिखाए वो 60 सालों में नहीं हुए. लिहाजा अबकी बार, 400 पार होगा और फिर से हमारी सरकार बनेगी.
लोकसभा चुनाव में सर्वे के आधार पर अल्पमत की सरकार के सवाल पर जयंत सिन्हा ने कहा कि मैं सर्वे के आंकड़ों पर विश्वास नहीं करता. बीजेपी नीत एनडीए की सरकार फिर से आने वाली है इसको लेकर संदेह नहीं है. बीजेपी की पहल से विकास की, विश्वास की राजनीति हुई है.


प्रियंका गांधी के राजनीति में आने के सवाल पर बीजेपी में कोई खलबली नहीं मची है और हम लोग जनता की सेवा करने के लिए हैं. जनता ट्रेक रिकॉर्ड पर वोट करती है और सिर्फ नाम के आधार पर वोट नहीं करती है. हम भी जनता के सामने जाएंगे और वो भी जाएंगे लेकिन जनता विकास के आधार पर वोट करेगी. वंशवाद के आधार पर नहीं. जनता जानती है कि कौन विकास के लिए है और कौन वंशवाद के लिए है. जयंत सिन्हा

बजट में आम लोगों की 5 लाख रुपये तक की इनकम को टैक्स से मुक्त करके सरकार ने मास्टरस्ट्रोक खेला है. अरुण जेटली ने पहले ही इस बारे में कहा था कि 5 लाख रुपये तक कोई टैक्स नहीं होना चाहिए और वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने ऐसा कर दिखाया है. सरकार ने लोगों की सेवा करने के मकसद से ऐसा किया है. सरकार ने लोगों को भ्रमित करने की कोशिश नहीं की. पहले ही बजट के दौरान कहा गया था कि ये टैक्स रिबेट है और टैक्स एसम्पशन नहीं है. जयंत सिन्हा

राजनीतिक मुद्दों पर पिता यशवंत सिन्हा के साथ मतभेद के बारे में कहा कि आलोचनाओं का हक सबको होता है. सबको अपनी बात कहने का हक है और हमारे बीच राजनीतिक चर्चा नहीं होती, परिवार में सामान्य रूप से बातचीत होती है.
एनएसएसओ के बेरोजगारी आंकड़ों पर बोलते हुए जयंत सिन्हा ने कहा कि सच छुपा नहीं रहता है और जांच हो सकती है. रिपोर्ट सही है या नहीं इसपर जांच हो सकती है. सरकार ने रोजगार के मुद्दे पर जो काम किया है उसके कम करके नहीं देखा जाना चाहिए. प्रकिया पारदर्शी तरीके से चलेगी और सच लोगों के सामने आएगा.
जयंत सिन्हा ने कहा कि राहुल गांधी ने जो मिनिमम इनकम गारंटी योजना की बात की है, इसके लिए 3 लाख करोड़ रुपये लगेंगे और ये कांग्रेस के नेता वित्त चिदंबरम भी मान चुके हैं. इतना ज्यादा खर्च करने के बाद वित्तीय घाटा फिर से 5 फीसदी के पार जा सकता है और इसका सीधा असर महंगाई दर पर पड़ेगा, महंगाई फिर बढ़ सकती है.

यूपीए सरकार ने वित्तीय घाटे को 5.5-6 फीसदी तक पहुंचा दिया था जिसे सरकार 3.4 फीसदी तक नीचे ला पाई है. इस उपलब्धि को कम करके नहीं देखा जाना चाहिए. जो काम 60 सालों में नहीं हुआ वो 60 महीने में किया गया है. यूपीए सरकार के समय महंगाई 10 फीसदी से ज्यादा थी और अब की महंगाई दर 4 फीसदी तक घट चुकी है. लोगों को जो वस्तु इस समय 100 रुपये में मिल रही है वो महंगाई बढ़ने पर 130-140 रुपये में मिलेगी. लोगों को इस बात को भूलना नहीं चाहिए.
जयंत सिन्हा ने कहा कि डायरेक्ट कैश बेनेफिट ट्रांसफर हम किसानों को दे रहे हैं. हमारा काम जनता को फायदा पहुंचाना है और इसके बदले में अगर जनता वोट देगी तो गलत क्या है. सरकार जनहित में काम कर रही है. सरकार को कमाई से नहीं, काम से मतलब है. इसके अलावा हमारी सरकार को सत्ता से नहीं, सेवा से मतलब है.

जयंत सिन्हा ने कहा कि किसानों को सालाना 6000 रुपये की राहत कम नहीं है, इसका फायदा 12 करोड़ से ज्यादा किसानों को मिल पाएगा. किसानों के लिए मोदी सरकार ने बहुत काम किया है. उनके पास बैंक खाता है जिसमें डायरेक्ट सब्सिडी आ रही है. उनके लिए शौचालय बने हैं. सामुदायिक भवन बने हैं, सड़कों का निर्माण किया गया है.
जयंत सिन्हा ने कहा कि सरकार ने इस बजट के जरिए विपक्ष को आलोचना के लायक नहीं छोड़ा, इस बजट से विपक्ष की बोलती बंद हो गई है. ये बजट सोने पर सुहागा है.
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि कल का बजट सिर्फ एक सिक्सर नहीं, बल्कि मैच जिताने वाला स्ट्रोक मानना चाहिए.

नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा एबीपी बजट शिखर सम्मेलन में आ चुके हैं. सरकार की नीतियों और कल आए बजट के बारे में बात करेंगे.
नितिन गडकरी ने कहा कि जिस तरह का बजट आया है उससे लगता है कि लोगों की उम्मीदें पूरी होंगी. लोग फिर से बीजेपी पर भरोसा जताएंगे और पिछली बार से ज्यादा सीटें हम हासिल करने में कामयाब हो पाएंगे.


नितिन गडकरी ने कहा कि 2014 के मुकाबले इस चुनाव में एनडीए की और ज्यादा सीटें आएंगी. मोदी सरकार जिस लक्ष्य के साथ सत्ता में आई थी उसे पूरा करने में जुटी हुई है. लोगों का भरोसा हमें फिर मिलेगा और हम फिर सरकार बनाएंगे. नरेंद्र मोदी फिर से देश के प्रधानमंत्री बनेंगे, ये विश्वास है.
राम मंदिर पर नितिन गडकरी ने कहा कि राम मंदिर का मुद्दा राजनीतिक नहीं, आस्था का है, करोड़ों लोगों की भावनाओं का हैं. करोड़ों लोग चाहते हैं कि जहां राम लला का जन्म हुआ वहीं राम मंदिर बने. कोर्ट या आपसी सहमति से मंदिर बनना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट जल्द फैसला दे दे तो आगे बढ़ा जाएगा. लोगों को ऐसा लगता है कि बीजेपी की सरकार के समय ही राम मंदिर का निर्माण हो सकता है. कांग्रेस राम मंदिर चाहती है तो इसके लिए प्रस्ताव सरकार को दे. राहुल गांधी राम मंदिर पर प्रस्ताव सरकार को दे सकते हैं.
गणतंत्र दिवस पर राहुल गांधी से क्या बातचीत हुई, इस पर गडकरी ने कहा कि राहुल गांधी से बात करने में गलत क्या है. उनसे सामान्य बातचीत हुई लेकिन कोई राजनीतिक चर्चा नहीं हुई. हमने रैलियों और गणतंत्र दिवस के बारे में सामान्य चर्चा ही की थी.
राहुल गांधी के साथ नजदीकियों के सवाल पर नितिन गडकरी ने कहा कि मैं कभी भी कैलकुलेशन करके दोस्ती नहीं करता. राजनीति में मतभिन्नता हो सकती है, मतभेद नहीं होना चाहिए. लेकिन राजनीति का एक स्तर होना चाहिए, चौकीदार चोर है, देश का प्रधानमंत्री चोर है जैसे शब्द अच्छे हैं क्या? इसकी कुछ तो प्रतिक्रिया होगी ही.
जब यूपीए सत्ता में थी तो खाद्य महंगाई दर 18 फीसदी से ज्यादा होती थी जो आज बेहद कम हो गई है और 4.6 फीसदी पर आ चुकी है. इस पर ध्यान देना चाहिए.



राहुल गांधी पर बोलते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि उनका काम विरोध करना ही है. अगर सरकार सोना भी देगी तो वो कहेंगे लोहा ही दिया है.

इस सरकार ने किसानों के लिए बड़ा एलान किया है और 500 रुपये महीना 5 एकड़ से कम जमीन वालों के लिए ये कम नहीं है. सरकार ने किसानों की जरुरतों को ध्यान में रखकर ही प्रावधान किया है. 6000 रुपये सालाना मिलने से किसानों का भला होगा और उन्हें राहत मिलेगी.
हमारी सरकार पीएम मोदी के नेतृत्व में लोगों के लिए काम कर रही है और इससे हम पीछे नहीं हटेंगे. बजट कैसा पेश करना है ये वित्त मंत्री का विशेषाधिकार है. पीयूष गोयल ने उसी के तहत काम किया है. विपक्ष का काम विरोध करना ही है और वो कर रहा है.

बजट के जरिए संविधान का उल्लंघन नहीं किया गया है. सरकार ने बजट पेश करके किसी नियम को भंग नहीं किया है. सरकार ने कल्याणकारी योजनाओं के लिए बजट निकाला है. कौन से संविधान में ऐसा लिखा है कि ऐसा नहीं किया जा सकता है.
सरकार ने लोगों को ध्यान में रखकर बजट बनाया है और लोगों के कल्याण के लिए एलान किए हैं. बजट अंतरिम ही था और उसे पूरा बजट कहना उचित नहीं है.
मैंने कहा था कि बजट का फायदा 40-50 करोड़ लोगों को होगा और मैं इस बात पर कायम हूं. नितिन गडकरी

नितिन गडकरी ने कहा कि गंगा की सफाई का काम पूरी तरह भले ही न हुआ हो पर काम तो हुआ है. गंगा नदी स्वच्छ हुई है, हम मानते हैं कि और काम होना बाकी है.

विजय माल्या की मैने तारीफ नहीं की थी, माल्या ने गलत किया तो उस पर कार्रवाई होनी ही चाहिए. मैं बैंकिंग सिस्टम और व्यवस्था के बारे में बात कर रहा था. मैं नाराज नहीं हूं पर मुझे चिंता है कि इस तरह का गलत चलन मीडिया में चल रहा है.
नितिन गडकरी ने कहा कि नेहरू की अच्छी बातों का पालन होना चाहिए.
नितिन गडकरी ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू का सम्मान सब करते हैं. आर्थिक मुद्दों पर मतभेद संभव हो सकते हैं.
सरकार ने जो काम किए हैं उनके बारे में बात की जानी चाहिए. -नितिन गडकरी
नितिन गडकरी ने कहा कि मेरे बयानों का गलत मतलब निकाला जाता है.

बजट शिखर सम्मेलन शुरू हो चुका है.

बैकग्राउंड

नई दिल्ली: अंतरिम बजट को जहां सत्ताधारी बीजेपी किसान, कामगार और मीडिल क्लास के लिए बड़ी राहत कह कर प्रचारित कर रही है तो वहीं विपक्षी पार्टियां इसे सिर्फ चुनावी बजट बता रही है. सत्तापक्ष और विपक्ष के इस दावों के बीच एबीपी न्यूज़ 'बजट शिखर सम्मेलन' आयोजित कर रहा है. शिखर सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, जयंत सिन्हा, मुख्तार अब्बास नकवी, बीजेपी नेता संबित पात्रा, सुधांशु त्रिवेदी, कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल, पवन खेड़ा, प्रियंका चतुर्वेदी और मनीष तिवारी शिरकत करेंगे.


 


10 बजे : नितिन गडकरी
11बजे : जयंत सिन्हा
12 बजे : कपिल सिब्बल
1बजे : संबित पात्रा Vs पवन खेड़ा
4बजे : सुधांशु त्रिवेदी Vs प्रियंका चतुर्वेदी
5बजे : मुख्तार अब्बास नकवी Vs मनीष तिवारी


 


सरकार ने शुक्रवार को पेश अंतरिम बजट में मध्यम वर्ग, किसानों और मजदूरों के लिये लोक लुभावन घोषणायें कीं है. प्रस्तावों में सरकार ने मध्यम वर्ग और आम नौकरी पेशा तबके की पांच लाख रुपये तक की आय को कर मुक्त करने और दो हेक्टेयर तक की जोत वाले किसानों को साल में 6,000 रुपये का नकद समर्थन देने की पेशकश की है. इसके अलावा असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिये तीन हजार रुपये मासिक पेंशन योजना की भी घोषणा की गई है.

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