Dasara Review: अब जब भी साउथ की कोई फिल्म आती है तो हर कोई यही सोचता है कि क्या ये पुष्पा जैसी होगी? क्या केजीएफ 2 जैसा मैजिक चला पाएगी? क्या इसमें कांतारा जैसी बात होगी? साउथ की एक और फिल्म आई है 'दसरा' जिसमें साउथ के नेचुलर स्टार नानी हैं.


कहानी
'दसरा' का मतलब है दशहरा.ये कहानी है एक गांव की जहां लोग शराब पीते रहते हैं. वो कोयले की खान में काम करते हैं और इसके लिए उन्हें लगता है कि शराब पीना जरूरी है. उसी गांव में तीन दोस्त रहते हैं धरनी यानी नानी, सूरी यानि धीक्षित शेट्टी, वेनेला यानि कीर्थी सुरेश. धरनी और सूरी दोनों वेनेला से प्यार करते हैं. गांव में दो गुटों के बीच राजनीति भी हो रही है .इस वजह से इन तीनों की जिंदगी कैसे बदलती है.यही फिल्म की कहानी है.

 

एक्टिंग
नानी ने शानदार परफॉर्मेंस दी है. एक एक सीन में वो कमाल लगे हैं. पहले वो डरते हैं और फिर उनका डर खत्म हो जाता है. दोनों ही अवतारों में नानी ने जान फूंक दी है..ये फिल्म देखकर पता चलता है कि उन्हें नेचुलर स्टार क्यों कहा जाता है..कीर्थी सुरेश कमाल की लगी हैं और उनकी एक्टिंग भी बहुत जबरदस्त है. धीक्षित शेट्टी ने भी शानदार काम किया है. इसके अलावा फिल्म के बाकी कलाकारों ने भी शानदार एक्टिंग की है

 

कैसी है फिल्म
ये एक टिपिकल साउथ इंडियन फिल्म है. एक गांव का रॉ सेटअप है. कोई महंगे कपड़े घर गाड़ियां नहीं दिखते .फर्स्ट हाफ से ही फिल्म अपनी पकड़ बना लेती है.इंटरवल से पहले जो सीन आता है वो रौंगटे खड़े कर देता है. क्लाइमैक्स भी आपको चौंका देता है.कई सीन ऐसे हैं जो थिएटर से निकलने के बाद आपको याद रहेंगे. नानी ने अपने परफॉर्मेंस से इस फिल्म को जानदार बना दिया है.

 

डायरेक्शन
फिल्म को श्रीकांत ओडेला ने डायरेक्ट किया है. ये उनकी पहली फिल्म है और पहली फिल्म के लिहाज से उन्होंने कमाल का काम किया है. फिल्म पर पकड़ कहीं नहीं छोड़ी है और हर एक्टर से बेहरतीन काम करवाया है .

 

म्यूजिक
फिल्म का म्यूजिक संतोष नारायणनन ने दिया है और गाने काफी अच्छे हैं.कोरियोग्राफी भी कमाल की है.गाने फिल्म की कहानी को आगे बढ़ाते हैं और गाने के बोल ऐसे हैं कि आप उनसे खुद को जोड़ पाते हैं.बैकग्राउंड स्कोर भी अच्छा है.

 

कमी
इस फिल्म में भी हर साउथ की फिल्म की तरह हीरो गुंडों को पीटता है और ये देखकर लगता है कि अब साउथ को भी कुछ नया करना चाहिए. ये ज्ञान सिर्फ बॉलीवुड के लिए ही क्यों? फिल्म की लंबाई भी थोड़ी सी ज्यादा लगती है.

 

कुल मिलाकर ये फिल्म 'पुष्पा' 'केजीएफ' और 'कातांरा' से तो आलग है लेकिन है साउथ की ही टिपिकल फिल्म. तो अगर नानी के फैन हैं और एक जबरदस्त एक्शन फिल्म देखना चाहते हैं तो देख सकते हैं 'दसरा.'