Furies Review in Hindi: यहां सब कातिल हैं कोई अच्छा नहीं, सिर्फ रणनीतियां हैं और उन्हें सफल बनाने का खूनी खेल, कैसी है नेटफ्लिक्स की सीरीज 'Furies'
Furies Review in Hindi: मारधाड़ और सस्पेंस के साथ थ्रिलर का डोज लेने के लिए अगर आप नेटफ्लिक्स की ये सीरीज देखना चाह रहे हैं, तो पहले ये रिव्यू पढ़ लीजिए...मजा बढ़ने के चांसेज भी बढ़ जाएंगे.
Jean-Yves Arnaud, Yoann Legave
लीना एल एरबी, माहिना फ्वा
Netflix
Furies Review in Hindi: नेटफ्लिक्स पर हाल में ही फ्रेंच सीरीज Furies हिंदी में रिलीज हुई है. 8 एपीसोड की इस सीरीज को खासकर उन दर्शकों के लिए बनाया गया है जिन्हें एक्शन, सस्पेंस और थ्रिलर देखना पसंद है. तो अगर आपकी आंखें मारधाड़ को देखने के लिए एक्साइटेड हैं, तो ये सीरीज आपके लिए ही है. लेकिन सीरीज कैसी है और आपकी किन-किन एक्सपेक्टेशन्स पर खरी उतरती है, ये जानने के लिए पहले ये रिव्यू पढ़ लीजिए.
कहानी:
फ्रांस के चमचमाते शहर पेरिस को कहानी के बैकग्राउंड में रखा गया है. जहां चमचमाती दुनिया में शरीफों का मुखौटा लगाए ऐसे अंडरवर्ल्ड के लोगों की दुनिया भी बसती है, जिससे जुड़े लोग इतने ताकतवर हैं कि वो कुछ भी कर सकते हैं. दिक्कत ये है कि इस अंडरवर्ल्ड की दुनिया का कोई एक बादशाह नहीं है. इसे चलाती है 6 अलग-अलग फैमिलीज, जिनके काम बंटे हुए हैं. क्राइम की दुनिया में जहां सिर्फ क्रिमिनल बसे हों वहां ताकत का ऐसा विकेंद्रीकरण यानी अलग-अलग लोगों में ताकत का बांटना बहुत मुश्किल है.
महत्वाकांक्षाओं की वजह से सब एक-दूसरे को मारकर आगे बढ़ना चाहते हैं. ऐसे में इस विकेंद्रीकरण को कंद्रीकरण में बदलने से रोकने के लिए, एक खास शख्स है. जो इन्हें आपस में भिड़ने से बचाता है और जिसकी बात हर कोई मानता है. वो डॉन तो नहीं है, लेकिन वो इन डॉन्स के लिए कभी गुरू तो कभी चेले दोनों का काम करता है. ये वही शख्स है, जिसे 'फ्यूरी' की उपाधि दी गई है. ये फ्यूरी हमेशा अपनी जान से खेलती है और उन 6 डॉन्स की पसंद भी नहीं है. फ्यूरी एक उपाधि है जो बड़ी मशक्कत से मिलती है. इस उपाधि को पाने की जंग और इस नाम को बचा रखने की जंग की कहानी है 'Furies'.
कैसी है सीरीज?
8 एपीसोड की ये सीरीज अपने अंदर एक बड़ी कहानी समेटे हुए है. लेकिन सब कुछ तेजी से होता है. आपको रुकने की भी फुर्सत नहीं मिलेगी. तेज तर्रार कहानी तेज तर्रार एक्शन और डायलॉग के साथ चलती है. अगर बात करें कि ये सीरीज क्यों देखनी चाहिए. तो इसके पॉजिटिव पॉइंट सिर्फ यहीं पर आकर नहीं रुक जाते कि ये एक फास्ट पेस्ड सीरीज है. खासियत ये भी है कि तेजी बनाए रखने के बावजूद भी कुछ छूटता नहीं है. मेकर्स ने दर्शकों को सब कुछ समझाने की कोशिश की है.
इसके अलावा, सीरीज में सस्पेंस और थ्रिल दोनों मिक्सचर कुछ ऐसे मिक्स किया गया है कि बाकी चीजें देखते वक्त आप अपना दिमाग भी लगाते रहेंगे कि आखिर ये किसने किया वो किसने किया. अंडरवर्ल्ड की दुनिया का ऐसा दुर्दांत और गंदा रूप इतने बेहतरीन तरीके से दिखाया गया है कि आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे. यहां सब कातिल हैं कोई अच्छा नहीं. सिर्फ रणनीतियां हैं और उन्हें सफल बनाने के लिए जो कुछ भी डरावना हो सकता है वो सब कुछ इस सीरीज के कैरेक्टर करते रहते हैं. हां लेकिन, कहीं कहीं सीरीज में नाटकीयता जरूरत से ज्यादा लगती है जो इसका नेगेटिव पॉइंट भी है.
सीरीज के एक्शन
सीरीज के एक्शन देखते वक्त आप स्क्रीन से नजर नहीं हटाना चाहेंगे. हर एक्शन को एग्जेक्यूट करने का तरीका बेहद खास है. पूरी सीरीज में अलग-अलग तरह के मार्शल आर्ट्स देखने को मिलते हैं, लेकिन सबसे ज्यादा 'जुजुत्सु' मार्शल आर्ट का इस्तेमाल किया गया है. जिसे ज्यादातर फ्यूरी के कैरेक्टर के ऊपर ही फिल्माया गया है. सच मानिए अगर इस सीरीज को 'फास्ट एंड फ्यूरियस' फ्रेंचाइजी का स्पिन ऑफ बोलकर भी रिलीज किया जाता तो ये उस स्टैंडर्ड को भी पूरा करती है.
डायरेक्शन और एक्टिंग
पूरी कहानी लीना और सलमा दो कैरेक्टर्स के बीच घूमती है. बहुत कुछ बता नहीं सकते क्योंकि थ्रिल खत्म हो जाएगा आपका इसलिए ये जान लीजिए कि इन दोनों कैरेक्टर्स को निभाने वाली एक्ट्रेसेस लीना एल एरबी और माहिना फ्वा ने कमाल का काम किया है. लीना के एक्शन मूव्स देखकर लगता है कि उन्होंने प्रॉपर पसीना बहाया होगा इन मूव्स को फिल्माने में. वहीं सलमा के किरदार को निभाने वाली माहिना फ्वा की बात करें तो उनकी उम्र 54 साल हो चुकी है. इसके बावजूद सीरीज में सबसे जबर्दस्त रोल और एक्शन उन्हीं पर फिल्माए गए हैं. और उन्होंने वैसा ही काम किया है जैसा काम अर्नाल्ड श्वार्जनेगर की 1991 की फिल्म 'टर्मिनेटर 2 द जजमेंट डे' में लिंडा हैमिल्टन ने किया था.
सीरीज के मेकर्स जीन-यवेस अरनॉड और योन लेगेव ने मिलकर इस सीरीज को बेहतरीन तरीके से बनाया है. उनकी मेहनत सीरीज देखते समय आपको दिखेगी. बेशक सीरीज में बहुत सी चीजें कहीं न कहीं इंस्पायर्ड है, लेकिन इस बात से मना नहीं किया जा सकता कि नई न होने के बावजूद वो दिलचस्प लगती हैं.